Thursday, November 28, 2024

Delhi Air Pollution : दिल्ली में सीजन का सबसे ज़्यादा पॉल्यूशन, AQI 500 पार हुआ

दिल्ली में पॉल्यूशन की समस्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है । सुप्रीम कोर्ट ने अपने स्टाफ के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है । सुप्रीम कोर्ट ने कहा की दिल्ली-NCR रीजन में सरकारों को निर्देश दिया की प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए स्कूल बंद किए जाए ।

NEW DELHI: दिल्ली में पॉल्यूशन (Delhi Air Pollution ) की समस्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है । प्रदूषण का लेवल बेहद खतरनाक लेवल पर बना हुआ है । मंगलवार की सुबह दिल्ली के कई इलाकों में AQI को 500 से ऊपर रिकॉर्ड किया गया । दिल्ली में आज इस सीजन की अब तक की सबसे खराब हवा रही ।

सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 11वी और 12वी की क्लासेस ऑनलाइन चलाने का भी आदेश दिया गया था । 10वी तक के स्कूल पहले ही ऑनलाइन कर दिए गए थे । इसके साथ ही कॉलेज की क्लासेस DU और JNU में 4 दिन वर्चुअल मोड पर चलेगी ।

दिल्ली में बच्चों,बुजुर्गों,सांस और दिल के मरीजों,पुरानी बीमारियों से पीड़ितों को घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है । बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने 18 नवंबर से दिल्ली-NCR में बदला हुआ ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का चौथा फेज लागू कर दिया है ।

सुप्रीम कोर्ट ने दी ज़रूरी हिदायत

सुप्रीम कोर्ट ने अपने स्टाफ के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है । सुप्रीम कोर्ट ने कहा की दिल्ली-NCR रीजन में सरकारों को निर्देश दिया की प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए स्कूल बंद किए जाए । AQI का लेवल कम करने के लिए ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) स्टेज 3 और स्टेज 4 के सभी जरूरी प्रतिबंध लागू किए जाएं । हिदायत देते हुए कहा गया है की कोर्ट की इजाज़त के बगैर GRAP स्टेज 4 के प्रतिबंध नहीं हटेंगे । भले ही AQI 300 से नीचे ही क्यों ना आ जाए ।

यह है दिल्ली में प्रदूषण के प्रमुख कारण

– दिल्ली में प्रदूषण का प्रमुख कारण आसपास के राज्यों में पराली जलाना है । पंजाब में ही हर साल 70 से 80 लाख मीट्रिक टन पराली जलाई जाती है ।
हरियाणा,यूपी और एमपी में भी यह ट्रेंड दिखता है । इसी वजह से सर्दियों में ये प्रदुषण की सबसे बड़ी वजह बनती है ।

– गाड़ियों से होने वाला प्रदूषण भी दूसरी बड़ी वजह है । इससे दिल्ली में 12% प्रदूषण बढ़ा है । 2023-24 के इकोनॉमिकल सर्वे के मुताबिक,दिल्ली में 80 लाख के करीब गाड़ियां हैं । यह वाहन न सिर्फ हानिकारक गैसों का उत्सर्जन करते हैं बल्कि यह धूल से होने वाले प्रदूषण की भी वजह बनते हैं।

– फैक्ट्रियों से निकलने वाले केमिकल्स दिल्ली में प्रदूषण की तीसरी सबसे बड़ी वजह फैक्ट्रियां हैं । दिल्ली और इसके आसपास मौजूद इंडस्ट्री से PM 2.5 और PM 10 का उत्सर्जन होता है । द एनर्जी एंड रिसोर्स इंस्टीट्यूट (TERI) के मुताबिक, यह हवा में मौजूद 44% PM 2.5 और 41% PM 10 के लिए जिम्मेदार है ।

क्या है AQI

AQI एक तरह का थर्मामीटर होता है यह तापमान की जगह प्रदूषण मापने का काम करता है । इस पैमाने के जरिए हवा में मौजूद CO (कार्बन डाइऑक्साइड ), OZONE, (ओजोन) NO2 (नाइट्रोजन डाइऑक्साइड) , PM 2.5 (पार्टिकुलेट मैटर) और PM 10 पोल्यूटेंट्स की मात्रा चेक की जाती है और उसे शून्य से लेकर 500 तक रीडिंग में दर्शाया जाता है । हवा में पॉल्यूटेंट्स की मात्रा जितनी ज्यादा होगी, AQI का स्तर उतना ज्यादा होगा और जितना ज्यादा AQI,उतनी खतरनाक हवा ।

 

 

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