Ujjain News: उज्जैन स्थित 47 साल पुराने मसीह चर्च से ‘मंदिर’ शब्द हटाने का विवाद सामने आया है। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के पदाधिकारियों ने चर्च के ट्रस्टियों से मुलाकात की और दो दिन के भीतर ‘मंदिर’ शब्द को चर्च से हटाने की मांग की।
वीएचपी और बजरंग दल के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी थी कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वैधानिक कार्रवाई और उग्र आंदोलन किया जाएगा। इसके बाद मसीह चर्च के ट्रस्ट ने चर्च पर लगी नाम पट्टिका से ‘मंदिर’ शब्द हटा दिया गया। विहिप जिलाध्यक्ष महेश तिवारी और बजरंग दल जिला संयोजक ऋषभ कुशवाह ने शिकायत की थी कि उज्जैन के देवास रोड स्थित मसीह चर्च में ‘मंदिर’ शब्द का इस्तेमाल किया जा रहा। जो उनकी धार्मिक आस्थाओं को आहत कर रहा था।
उनका कहना था कि ‘मंदिर’ शब्द का उपयोग केवल सनातनी देवालयों के लिए किया जाता है। चर्चों में इसे जोड़ने का कोई तर्क नहीं है। इस पर कार्रवाई की मांग की गई थी। साथ ही पंजीयन से भी ‘मंदिर’ शब्द हटाने की अपील की गई थी।
मसीह चर्च के सचिव शशि टाइट्स ने बताया कि चर्च की मुख्य बिल्डिंग और बाउंड्रीवॉल पर 78 साल से ‘मसीह मंदिर चर्च’ लिखा था। हालांकि, अब विरोध के बाद सभी जगहों से ‘मंदिर’ शब्द हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि चर्च शांति प्रिय है और वे क्रिसमस का त्योहार सभी के साथ मिलकर मनाना चाहते हैं।