Thursday, November 28, 2024

Adani Case in America: अमेरिका में अडानी केस के पीछे इन दो भारतीयों का अहम रोल, जानिए कौन है?

साल 2024 के अक्टूबर महीने में अडानी की ग्रीन एनर्जी और एज्योर पावर के खिलाफ न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में यह केस दर्ज हुआ था। दरअसल, इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत भारत की सरकारी कंपनी सोलर एनर्जी कॉर्पोरशन ऑफ इंडिया को 12 गीगावॉट सोलर एनर्जी अडानी ग्रीन एनर्जी को मुहैया करवानी थी।

Adani Case in America: अमेरिका में भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी (Gautam Adani) समेत 8 लोगों पर रिश्वत देने के आरोप में अरेस्ट वॉरंट जारी किया गया है। अडानी के खिलाफ यह अरेस्ट वॉरंट अमेरिका के न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट ने जारी किया है। उनके खिलाफ न्यूयॉर्क की कोर्ट में चार्जशीट की तरह एक इन्डाइटमेंट दाखिल किया गया है।

इस इन्डाइटमेंट में गौतम अडानी, उनके भतीजे सागर अडानी समेत 8 लोगों को एक्यूज्ड बनाया गया है। अडानी और इन 8 आरोपियों पर भारत में सोलर एनर्जी का कॉन्ट्रैक्ट पाने के लिए सरकारी अफसरों को घूस ऑफर करने का आरोप है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस कॉन्ट्रैक्ट को पाने के लिए इन्होंने सरकारी अफसरों को 26.5 करोड़ डॉलर (करीब 2200 करोड़ रुपये) की घूस ऑफर की थी।

उन पर यह आरोप अमेरिका के एसईसी यानी सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन ने लगाया है। ख़बरों के मुताबिक, अडानी और उनके सहयोगियों पर कथित आरोप है कि उन्हें इस कॉन्ट्रैक्ट के जरिए अगले 20 सालों में करीब दो अरब डॉलर (17 हजार करोड़ रुपये) का मुनाफा होने वाला था। बता दें कि अमेरिकी इन्वेस्टर्स से रिश्वत की बात छिपाने की वजह से यह केस अमेरिका में हुआ है, जबकि यह प्रोजेक्ट भारत का था और रिश्वत भी भारतीय अफसरों को ऑफर की गई थी

आखिर क्या है पूरा मामला?

साल 2024 के अक्टूबर महीने में अडानी की ग्रीन एनर्जी और एज्योर पावर के खिलाफ न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में यह केस दर्ज हुआ था। दरअसल, इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत भारत की सरकारी कंपनी सोलर एनर्जी कॉर्पोरशन ऑफ इंडिया को 12 गीगावॉट सोलर एनर्जी अडानी ग्रीन एनर्जी को मुहैया करवानी थी।

जबकि सरकारी कंपनी को ये बिजली देश की विभिन्न पावर कंपनियों को बेचना थी। लेकिन इसके खरीददार नहीं मिल पा रहे थे। यही वजह है कि सरकारी कंपनी से बिजली खरीदने के लिए अडानी और उनके सहयोगियों ने सरकारी अफसरों को यह रिश्वत दी। इसके लिए जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश की कंपनियों से डील की गई।

दिसंबर 2021 से फरवरी 2022 तक आंध्र प्रदेश 2,000 मेगावॉट,तमिलनाडु 1,000 मेगावॉट,ओडिशा 500 मेगावॉट, छत्तीसगढ़ 300 मेगावॉट और जम्मू-कश्मीर 100 मेगावॉट की बिजली खरीदने के समझौते किए गए। इस केस में गौतम अडानी के अलावा सागर अडानी, रंजीत गुप्ता, विनित जैन, सौरभ अग्रवाल, सिरिल कैबानिस,दीपक मल्होत्रा,रूपेश अग्रवाल और रंजीत गुप्ता आरोपी है।

इन 8 लोगों पर अमेरिका में कथित रिश्वत के दो मामले हैं। जिसमें एक मामले की जांच अमेरिका की एफबीआई कर रही है, वहीं दूसरा मामला सिक्योरिटी एक्सचेंज कमीशन की ओर से चलाया जा रहा है।

इन दो भारतीयों की अहम भूमिका?

1. संजय वाधवाः

भारत की सरकारी कंपनी सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया की इन्फोर्समेंट डिविजन के एक्टिंग डायरेक्टर भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक संजय वाधवा ही है। सरकारी कंपनी का यह डिविजन नुकसान उठाने वाले इन्वेस्टर्स को उनका पैसा वापस दिलाने में मदद करता है तथा अपराध से जुड़े आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करता है। बता दें कि इस वाधवा ने 11 अक्टूबर, 2024 को ही यह जिम्मेदारी संभाली थी।

2. तेजल डी. शाहः

जबकि तेजल शाह अमेरिका के न्यूयॉर्क ऑफिस में सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया की इन्फोर्समेंट डिवीजन की एसोसिएट रीजनल डायरेक्टर हैं। अडानी और उनके सहयोगियों पर कथित रिश्वत की जांच तेजल शाह की निगरानी में ही हो रही है। वैसे तो तेजल 2014 से ही सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया से जुड़ी है लेकिन एसोसिएट डायरेक्टर उन्होंने पिछले साल ही संभाला है।

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