MP News: मध्य प्रदेश विधानसभा में ऐतिहासिक स्कूल शिक्षा विनियमन संशोधन विधेयक-2024 पारित हो गया। इस विधेयक के बाद राज्य में निजी स्कूलों की फीस पर कड़ी निगरानी रखने के लिए एक सुदृढ़ व्यवस्था स्थापित की जाएगी।

ने विधेयक के पारित होने के बाद प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुसार नई शिक्षा नीति को मध्य प्रदेश में पूरी तरह से लागू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मंत्री उदय प्रताप सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य में निजी स्कूलों की फीस की निगरानी के लिए कड़े नियम बनाए गए है।

उन्होंने कहा कि अब कोई भी निजी स्कूल मनमाने तरीके से फीस नहीं बढ़ा सकेगा। नए नियमों के तहत जिला और विभाग स्तर पर गठित समितियों से अनुमती लेनी होगी। खासकर उन स्कूलों के लिए जो 25 हजार रुपये से अधिक फीस लेते हैं। मंत्री ने कहा कि प्रदेश में नई शिक्षा नीति के पालन को सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

शिक्षा मंत्री ने फीस निर्धारण के लिए कमेटी का गठन किया। चित्र: एसीएन भारत

RTE (शिक्षा का अधिकार) के तहत सभी स्कूलों में जाति, धर्म या अन्य किसी आधार पर बच्चों के साथ कोई भेदभाव नहीं होगा। इसके अतिरिक्त मंत्री ने बताया कि जो स्कूल परिवहन की सुविधा प्रदान करते हैं, उन्हें अब पोर्टल पर प्रति किलोमीटर फीस अपडेट करनी होगी। इसके अलावा निजी स्कूलों में संचालित परिवहन व्यवस्था की भी सतत निगरानी की जाएगी।

स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि अब सभी स्कूलों को पोर्टल पर अपनी सारी जानकारी अपलोड करनी होगी। स्कूल संचालकों को शासन के नियमों के दायरे में काम करना होगा। मंत्री ने यह भी घोषणा की कि फीस के मामलों में निर्णय लेने के लिए एक कमेटी बनाई जाएगी। जिसमें स्कूल शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। यह कमेटी फीस से संबंधित सभी मुद्दों का निराकरण करेगी।

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JAIPUR FIRE: जयपुर-अजमेर हाईवे पर शुक्रवार सुबह हुए एक दर्दनाक हादसे में 5 लोगों की जलकर मौत हो गई और 37 लोग गंभीर रूप से झुलस गए। हादसा दो ट्रकों की टक्कर से हुआ,जिनमें से एक में केमिकल भरा हुआ था। टक्कर के बाद जोरदार धमाका हुआ, जिससे आग फैल गई और आसपास खड़ी 40 गाड़ियां भी आग की चपेट में आ गईं।

घटना का विवरण

यह हादसा अल सुबह जयपुर-अजमेर हाईवे पर हुआ । हादसे का कारण केमिकल टैंकर और दूसरे ट्रक के बीच टक्कर है । इस घटना से 300 मीटर क्षेत्र आग की चपेट में आ गया,धमाके की आवाज 10 किमी तक सुनाई दी ।

हादसे के कारण और प्रभाव

टक्कर के बाद टैंकर में हुआ धमाका इतना जोरदार था कि आसपास खड़े अन्य वाहन भी जलने लगे, आग इतनी भयंकर थी कि लपटें दूर से नजर आ रही थीं।
हाईवे पर यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया।

प्रशासन और राहत कार्य

भांकरोटा थाने के एसएचओ मनीष गुप्ता के अनुसार, राहत कार्य जारी है। दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया। स्थानीय प्रशासन और आपातकालीन सेवाएं बचाव कार्य में जुटी हैं।

सीएम की प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने घटना पर दुख जताया और अस्पताल जाकर पीड़ितों से मुलाकात की।
उन्होंने कहा – “घटना से मन अत्यंत व्यथित है। घायलों की समुचित देखभाल और पीड़ित परिवारों को मदद के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन पूरी तत्परता से काम कर रहा है।”

हादसे की जांच शुरू कर दी गई है। हाईवे को जल्द साफ कर ट्रैफिक बहाल करने की योजना है। पीड़ितों को मुआवजा देने पर विचार किया जा रहा है।
यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा और हाईवे पर केमिकल ट्रांसपोर्टेशन के प्रोटोकॉल पर सवाल खड़े करता है।

Ujjain News: गंगाघाट स्थित श्री मौन तीर्थ पीठ के पीठाधीश्वर और निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर डॉ. सुमनानंद गिरि महाराज को किसी अज्ञात व्यक्ति ने इलाहाबाद से उर्दू में पत्र भेजकर जान से मारने की धमकी दी है।

पत्र में यह लिखा गया था कि वह बार-बार नबी की तौहीन करते हैं, जिसे लेकर धमकी दी गई। निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर डॉ. सुमनानंद गिरि महाराज को जान को खतरा है। यह पत्र इलाहाबाद के नवाब नगर करेली जनपद से भेजा गया था। इसमें कहा गया कि श्री मौन तीर्थ पीठ में 2023 में आयोजित अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक में यह धमकी दी गई थी।

इस धमकी से अखाड़ा परिषद के साधु-संतों में आक्रोश फैल गया है। महामंडलेश्वर डॉ. सुमनानंद गिरि महाराज ने इस धमकी को गंभीरता से लिया और पत्र की प्रति मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा को भेजी है। इसके साथ ही उन्होंने अपनी सुरक्षा की मांग भी की है।

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Saharanpur News: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर ज़िले में एक अनोखी दुल्हन का मामला सुर्ख़ियों में है। यहां एक दुल्हन ने सुहागरात के दिन दूल्हे से बीयर गांजे की डिमांड कर डाली। इसके बाद मामला थाने तक पहुंच गया। दोनों पक्षों समझाने की कोशिश की जा रही है लेकिन अभी तक सुलह नहीं हो पाया है।

यह अजीबोगरीब घटना पुराने शहर की एक कॉलोनी से जुड़ा है,जहाँ दुल्हन ने सुहागरात के दिन ही दूल्हे से बीयर गांजा और मांस की डिमांड कर दी। दुल्हन की डिमांड पर दूल्हा हक्का-बक्का रह गया। उसने यह पूरा माजरा परिवार के दूसरे सदस्यों को बताया। इसके दूल्हा और उसके परिजन पुलिस थाने पहुँच गए। घटना के बाद पुलिस दोनों पक्षों को समझाने की भरसक कोशिश कर रही है लेकिन अभी तक मामला शांत नहीं हो पाया है।

लड़की नहीं थर्ड जेंडर

वहीं, इस मामले में दूल्हे के परिवार ने दुल्हन पर आरोप लगाया कि वह लड़की नहीं बल्कि थर्ड जेंडर है। हालांकि, इस मामले में दोनों पक्षों ने अपनी तरफ से लिखित शिकायत नहीं दी है। फ़िलहाल, दोनों पक्षों ने अपने रिश्तेदारों की मदद से मामले को सुलझाने की कोशिश की है।

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NEW DELHI:  भारत के स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। अश्विन ने अपने करियर में कुल 287 इंटरनेशनल मैच खेले, जिसमें उन्होंने 765 विकेट झटके। वह भारत के लिए दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं, उनसे आगे सिर्फ अनिल कुंबले (953 विकेट) हैं।

अश्विन का शानदार करियर

टेस्ट क्रिकेट:
– मैच: 106
– विकेट: 537
– फाइव विकेट हॉल: 37
– 10 विकेट हॉल: 8
– बल्लेबाजी रन: 3503
– शतक: 6

वनडे क्रिकेट:
– मैच: 113
– विकेट: 156

टी-20 क्रिकेट:
– मैच: 68
– विकेट: 72

विशेष रिकॉर्ड्स:

1. सबसे ज्यादा फाइव विकेट हॉल (37)
– अश्विन भारत के सबसे ज्यादा फाइव विकेट हॉल लेने वाले गेंदबाज हैं।
– ओवरऑल, वह श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (67) और शेन वॉर्न (37) के साथ दूसरे स्थान पर हैं।

2. विदेशी मैदानों पर प्रदर्शन:
– ऑस्ट्रेलिया: 38 मैच, 71 विकेट
– श्रीलंका: 16 मैच, 49 विकेट
– भारत में: 131 मैच, 475 विकेट

3. इंग्लैंड के खिलाफ प्रदर्शन:
– कुल विकेट: 150 (53 मैचों में)
– ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ: 146 विकेट (50 मैचों में)।

रिटायरमेंट का समय:

अश्विन ने गाबा टेस्ट के तुरंत बाद अपने संन्यास की घोषणा की। उनके इस फैसले पर BCCI ने ट्वीट कर उनकी शानदार उपलब्धियों की सराहना की।

करियर की खासियत:

अश्विन ने न केवल गेंद से बल्कि बल्ले से भी भारत को कई मौकों पर सफलता दिलाई। टेस्ट क्रिकेट में उनके 3503 रन और 6 शतक उनकी बहुमुखी प्रतिभा को दिखाते हैं।

अश्विन की विरासत:

अश्विन को उनकी विविधता, क्रिकेट की समझ, और कठिन परिस्थितियों में प्रदर्शन के लिए जाना जाएगा। उन्होंने अपने करियर में गेंदबाजी को नई ऊंचाई दी और भारतीय क्रिकेट को मजबूती प्रदान की।

उनके संन्यास के साथ ही भारतीय क्रिकेट में एक युग का अंत हो गया, लेकिन उनकी विरासत हमेशा बनी रहेगी।

NEW DELHI: ब्रिस्बेन के गाबा स्टेडियम में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच का परिणाम बारिश के कारण ड्रॉ पर समाप्त हुआ । मैच के अंतिम दिन केवल 25 ओवर का खेल ही संभव हो सका। इस ड्रॉ के साथ ही 5 मैचों की सीरीज अब 1-1 की बराबरी पर है।

ब्रिस्बेन के गाबा स्टेडियम में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच का परिणाम बारिश के कारण ड्रॉ पर समाप्त हुआ । मैच के अंतिम दिन केवल 25 ओवर का खेल ही संभव हो सका। इस ड्रॉ के साथ ही 5 मैचों की सीरीज अब 1-1 की बराबरी पर है।

मैच का हाल

– ऑस्ट्रेलिया ने भारत को जीत के लिए 275 रन का लक्ष्य दिया था।
– भारतीय टीम ने दूसरी पारी में बिना किसी नुकसान के 8 रन बना लिए थे, जब बारिश के कारण खेल को रोकना पड़ा।
– यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने 4-4 रन बनाकर नाबाद वापसी की।

पहली और दूसरी पारी का प्रदर्शन

1. ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी
– कुल स्कोर: 445 रन
– डेविड वॉर्नर (145) और स्टीव स्मिथ (93) ने शानदार बल्लेबाजी की।

2. भारत की पहली पारी

– कुल स्कोर: 260 रन
– शुभमन गिल (72) और विराट कोहली (55) ने संघर्षपूर्ण पारियां खेलीं।
– ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 185 रन की बढ़त हासिल की।

3. ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी
– कुल स्कोर: 89/7 (घोषित)
– भारतीय तेज गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया, जिससे ऑस्ट्रेलिया के 7 विकेट गिर गए।
– कप्तान पैट कमिंस ने पारी घोषित कर भारत को लक्ष्य दिया।

4. भारत की दूसरी पारी
– स्कोर: 8/0 (25 ओवर का खेल ही संभव हुआ)।

अब तक का सीरीज स्कोर

–  पहला टेस्ट: भारत ने 295 रन से जीता।
–  दूसरा टेस्ट: ऑस्ट्रेलिया ने 10 विकेट से जीत हासिल की।
–  तीसरा टेस्ट: बारिश के कारण ड्रॉ।

अगला मैच

सीरीज का चौथा टेस्ट 26 दिसंबर से मेलबर्न (MCG) में खेला जाएगा।
यह मैच दोनों टीमों के लिए महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि सीरीज अब बराबरी पर है।

India-Palestine Relations: संसद में फिलिस्तीन के समर्थन में वायनाड सांसद प्रियंका गांधी के बैग से तेज की राजनीति गर्मा गई हैं। सोशल मीडिया पर भाजपा समर्थक प्रियंका गांधी की जमकर ट्रोलिंग कर रहे हैं। वहीं, मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रियंका गांधी पर जमकर प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के 5 हजार से अधिक युवा इजराइल में काम कर रहे हैं। उन्हें वहां खाना और रहना मुफ्त मिल रहा है और लाखों में सैलरी भी मिल रही है। जबकि कांग्रेस की एक सांसद संसद में फिलिस्तीन के समर्थन में बैग लेकर घूम रही है। ऐसे में आइए जानते हैं कि भारत के अब तक फिलिस्तीन और इजराइल विवाद पर क्या रुख रहा है।

धर्म के आधार पर फिलिस्तीन के बंटवारे के विरोध में थे नेहरू


यूएन में नेहरू फिलिस्तीन के समर्थन में। चित्र : सोशल मीडिया

भारत को 15 अगस्त, 1947 में अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिली। भारत की आजादी के एक साल बाद ही 1948 में फिलिस्तीन के दो दुकड़े हो गए और इजराइल देश बसाया गया। फिलिस्तीन के बंटवारे की भनक भारत 1947 में ही लग गई थी। उस समय भारत ने संयुक्त राष्ट महासभा में फिलिस्तीन के दो टुकड़े किए जाने का विरोध जताया था। दरअसल, जवाहरलाल नेहरू भारत की तरह धर्म के आधार पर फिलिस्तीन के टुकड़े करने के खिलाफ था। लिहाजा भारत ने इसके खिलाफ यूएन में मतदान भी किया था। साथ ही 1974 भारत पहला गैर अरब देश था जिसने यासिर अराफात की अगुवाई वाले फिलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गेशनजेशन(PLO) को मान्यता प्रदान की थी। बता दें कि उस दौर में यासिर अराफात फिलिस्तीनी आंदोलन के सबसे बड़े नेता थे। यासिर की भारत से घनिष्ट मित्रता थी। यासिर के इंदिरा गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी से गहरे रिश्ते थे। वे इंदिरा गांधी को अपनी बहन मानते थे।

यासिर अराफात के साथ अटल बिहारी वाजपेयी। चित्र: सोशल मीडिया

2015 में मोदी सरकार ने किया फिलिस्तीन का समर्थन

कांग्रेस हो या बीजेपी भारत हमेशा से फिलिस्तीन के साथ रहा है। साल 1988 में अमेरिका और इजरायल के पुरजोर विरोध के बावजूद भारत उन देशों में शामिल था जिसने फिलिस्तीन को मान्यता प्रदान की। इसी तरह सितंबर 2015 में केंद्र की मोदी सरकार ने यूएन परिसर में दूसरे देशों की तरह फिलिस्तीन के झंडे को भी लगाने का समर्थन किया। यहां के वर्तमान राष्टपति महमूद अब्बास भारत के कई दौरे कर चुके हैं। अक्टूबर 2015 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने फिलिस्तीन का दौरा किया था। इसके अलावा भारत के गृह मंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, विदेश मंत्री जसवंत और सुषमा स्वराज इस अरब देश का दौरा कर चुकी हैं।

भारत पहली बार इजराइल के खिलाफ वोटिंग से दूर रहा

7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला कर दिया। इस हमले में क़रीब 1200 लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद पीएम मोदी ने पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को सबसे पहले फोन कर इजरायल के साथ खड़े होने का भरोसा दिलाया था। इसके बाद इजरायल ने ग़ज़ा और वेस्ट बैंक में हमला कर कब्ज़ा कर लिया। इसके चलते फिलिस्तीन संयुक्त राष्ट्र महासभा में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ़ जस्टिस यानी आईसीजे की एडवाइज़री के बाद एक साल के अंदर ग़ज़ा और वेस्ट बैंक में इसराइली कब्ज़े को ख़त्म करने का प्रस्ताव लाया। इस प्रस्ताव पर 19 सितम्बर 2024 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में वोटिंग हुई। लेकिन भारत ने इजरायल के खिलाफ वोटिंग से दूरी बना ली। बता दें संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत समेत 193 देश है। इस प्रस्ताव पर124 सदस्य देशों ने फिलिस्तीन के समर्थन में, 14 देशों ने इजरायल के समर्थन में और भारत समेत 43 देश इस वोटिंग से बाहर रहे।

दोनों देशों को लेकर क्या स्टैंड था भारत का?

वोटिंग से दूरी बनाने के बाद संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पर्वतनेनी हरीश का कहना था कि दोनों मुल्कों के इस संघर्ष में हजारों बच्चों, महिलाओं और लोगों की मौत हो गई है। हम इजरायल पर हुए हमास के हमले की निंदा करते हैं। इस संघर्ष में हजारों लोगों के मारे जाने की भी निंदा करते हैं। साथ ही भारत ने कहा कि हम ग़ज़ा पट्टी में मानवीय मदद पहुंचाने के पक्ष में हैं। भारत ने स्पष्ट कहा कि हम दो राष्ट्र सिद्धांत की बात करते हैं। इसी के ज़रिए दोनों देशों के बीच शांति लायी जा सकती है।

2024-25 में भारत फिलिस्तीन को 50 लाख डॉलर की मदद करेगा

फिलिस्तीन और इजरायल के संघर्ष में भारत का रुख साफ है। भारत गाजा के फिलिस्तीनी शरणार्थियों की मदद के लिए 50 लाख डॉलर की मदद करेगा। इसकी पहली क़िस्त यानी 25 लाख डॉलर भारत जारी कर चुका है। इससे साल 2023-24 में भी भारत फिलिस्तीनी शरणार्थियों की मदद के लिए 50 लाख डॉलर की मदद की थी।

फिलिस्तीन का विरोध क्यों नहीं करता भारत?

बता दें कि इजरायल की तरह भारत के फिलिस्तीन से सीधे-सीधे कोई फायदा नहीं है। लेकिन फिलिस्तीन के समर्थन की वजह से भारत के अरब देशों से संबंध सहज रहेंगे। गौरतलब हैं कि अरब देशों पर भारत गैस, तेली जैसी चीजों के लिए निर्भर है। साथ ही लाखों भारतीय लोग अरब देशों में काम करते हैं। उन्हें किसी तरह की तकलीफ ना हो इसलिए भारत का रुख साफ है।

इजरायल से 7.5 बिलियन से ज्यादा का व्यापार

वहीं, भारत और इजरायल के व्यापारिक संबंध है। बीते वित्तीय वर्ष में भारत के साथ इजरायल का व्यापार 7.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर से ज्यादा का व्यापार हो चुका है। एशिया महाद्वीप में इजरायल भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। इजरायल अपने कुल हथियार निर्यात का 40 फीसदी हिस्सा भारत को भेजता है। जबकि व्यापार में दोनों देश 50 फीसदी के भागीदार हैं।

MUMBAI: 13 दिसंबर को रिलीज हुई फिल्म ‘जीरो से रीस्टार्ट’ भारतीय सिनेमा में एक अनोखा प्रयोग है। यह फिल्म न केवल पिछले साल की चर्चित फिल्म ‘12th फेल’ की मेकिंग पर आधारित है,बल्कि एक प्रॉपर फिल्म के तौर पर इसे प्रस्तुत किया गया है।

‘कैसे बनी ‘जीरो से रीस्टार्ट’

– विधु विनोद चोपड़ा की टीम ने ‘12th फेल’ की शूटिंग के दौरान हर छोटे-बड़े पल को कैमरे में कैद किया था।
– विधु को जब इन बिहाइंड द सीन्स (BTS) फुटेज को देखा, तो उन्होंने महसूस किया कि इन पलों में एक पूरी कहानी छुपी है।
– उन्होंने इन वीडियो को एक फिल्म के रूप में कंपाइल किया और इसे नाम दिया ‘जीरो से रीस्टार्ट’।

फिल्म का नाम ‘जीरो से रीस्टार्ट’ क्यों ?

– यह फिल्म दिखाती है कि कैसे ‘12th फेल’ जैसी कहानी, जिसे शुरुआत में सबने नकार दिया था, आखिरकार सफलता की कहानी बन गई।
– विधु का मानना है कि कई बार जीवन में शून्य से शुरुआत करनी पड़ती है और यही ‘जीरो से रीस्टार्ट’ का संदेश है।

विधु विनोद चोपड़ा के 3 सिद्धांत

विधु विनोद चोपड़ा अपनी हर फिल्म में तीन मूल सिद्धांतों को लागू करते हैं:
1. एंटरटेनमेंट – लोगों का मनोरंजन करना।
2. एजुकेशन – दर्शकों को कुछ सीख देने का प्रयास करना।
3. एलिवेट – आगे बढ़ने की प्रेरणा देना।

‘जीरो से रीस्टार्ट’ तीसरे सिद्धांत, एलिवेट को बखूबी प्रस्तुत करती है। यह उन लोगों के लिए प्रेरणा है जो मुश्किल हालात में भी हार नहीं मानते और शुरुआत करने की हिम्मत रखते हैं।

‘12th फेल’ की कहानी का असर

‘12th फेल’ आईपीएस मनोज शर्मा की संघर्षपूर्ण जिंदगी पर आधारित थी। इसने साबित किया कि मेहनत और लगन से किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है।
– शुरुआत में स्क्रिप्ट को नकारे जाने के बावजूद विधु विनोद चोपड़ा ने इसे फिल्म का रूप दिया।
– वर्ड ऑफ माउथ की बदौलत फिल्म ने सफलता पाई और लोगों के जीवन में एक गहरा प्रभाव छोड़ा।

 

‘जीरो से रीस्टार्ट’ का महत्व

– यह भारतीय सिनेमा में पहली बार हुआ कि किसी फिल्म की मेकिंग को एक अलग फिल्म के रूप में पेश किया गया है।
– यह फिल्म न केवल फिल्ममेकर्स के लिए प्रेरणादायक है, बल्कि आम दर्शकों के लिए भी यह संघर्ष, भरोसे और नए सिरे से शुरुआत करने की कहानी है।

विधु विनोद चोपड़ा: जुनून और पागलपन का प्रतीक

72 साल के विधु विनोद चोपड़ा खुद मानते हैं कि उनके अंदर का “पागलपन” उन्हें युवा बनाए रखता है।
उनका यही जज्बा उनकी फिल्मों में झलकता है, चाहे वह ‘मुन्ना भाई’, ‘3 इडियट्स’* हो या अब  ‘जीरो से रीस्टार्ट’।

‘जीरो से रीस्टार्ट’ यह संदेश देती है कि असफलता या ठुकराए जाने के बावजूद हार न मानें। जब भी जीवन में चुनौतियां आएं, तो पूरी ताकत के साथ फिर से शुरुआत करें।

Shree Mahakaleshwar: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी धर्मपत्नी कल्पना सोरेन के साथ उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने राज्यवासियों की सुख समृद्धि की कामना करते हुए नंदी हॉल में रुद्रपाठ किया। साथ सोरेन ने बाबा महाकाल से अपनी चौथी मुख्यमंत्री पारी की सफलता की कामना की।

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पूजा के बाद मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी को मंदिर के अधिकारियों द्वारा स्मृति चिन्ह और प्रसाद प्रदान किया गया। बता दें कि हेमंत सोरेन तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इस समय अपनी चौथी पारी की कामयाबी की कामना के लिए धार्मिक यात्रा पर हैं। यात्रा के दौरान उन्होंने देवघर स्थित बाबा बैजनाथ के दरबार में भी पूजा अर्चना की थी।

महाकालेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना का आयोजन पूरी विधि-विधान से किया गया। जिसमें पंडित अभिषेक शर्मा, पंडित राजेश शर्मा और पंडित आकाश शर्मा शामिल थे। गौरतलब है कि झारखंड राज्य का गठन 15 नवंबर 2000 को बिहार से अलग होने के बाद हुआ था।

इस राज्य के राजनीतिक इतिहास में कई परिवर्तन आए। लेकिन हेमंत सोरेन ऐसे नेता हैं जिन्होंने अब तक चार बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। उनकी चौथी बार मुख्यमंत्री बनने की सफलता को राज्य की राजनीतिक स्थिरता के रूप में देखा जा रहा है।

https://www.youtube.com/watch?v=8pOyOxvgkBo

Bhopal News: मध्यप्रदेश के बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने मदरसों में राष्ट्रगान गाने को अनिवार्य बनाने पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रगान गाना चाहिए और इसे अनिवार्य रूप से गाना ही पड़ेगा। शर्मा ने कहा कि वह देश के बड़े मौलवियों से यह सवाल करना चाहते हैं कि क्या राष्ट्रगान गाना गलत है? उन्होंने कहा कि जमीन और वजीफा चाहिए, तो राष्ट्रगान गाना भी जरूरी है।

सुनिए क्या कहा-

 https://www.youtube.com/watch?v=PNXf_PtS7sI