Kannauj Accident: उत्तर प्रदेश के कन्नौज में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर एक भीषण सड़क हादसा हो गया। जिसमें पांच डॉक्टरों की मौत हो गई है। हादसा ड्राइवर को नींद झपकी लगने के कारण बताया जा रहा है।

दरअसल, तेज रफ्तार कार डिवाइडर से टकराकर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर पलट गई, जिसमें पांच डॉक्टरों की मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार, पांचों डॉक्टर सैफई के मिनी पीजीआई में तैनात थे। इस मामले में पुलिस का मानना है कि हादसा ड्राइवर को झपकी लगने हो सकता है। हादसा इतना भीषण था कि तेज रफ्तार स्कार्पियो कार डिवाइडर को तोड़कर दूसरी तरफ जा पलटी। हादसे में पांच पीजी चिकित्सकों की मौत हो गई, जबकि एक के जख्मी होने की ख़बर है।

इधर, पुलिस ने स्कार्पियों में सवार पांच लोगों की पहचान कर ली हैं, जबकि एक की पहचान नहीं हो सकी। शवों को पुलिस न राजकीय मेडिकल कॉलेज की मर्च्यूरी में रख दिए है, वहीं घायल को सैफई मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया है।

शादी समारोह से लौट रहे थे

पुलिस के मुताबिक, स्कार्पियों में सवार सभी लोग लखनऊ में एक दोस्त की शादी में शामिल होने गए थे। लेकिन लौटते समय यह भीषण हादसा हो गया। कार में डॉ. जयवीर सिंह (39) निवासी मुरादाबाद, डॉ.अनिरुद्ध वर्मा (29) निवासी आगरा, भदोही निवासी डॉ. संतोष कुमार मोर्य (40), डॉ. अरुण कुमार निवासी कन्नौज, डॉ. नरदेव गंगवार (35) निवासी बरेली समेत छह लोग शामिल है। वहीं, इधर एक्सप्रेस वे पर हादसे के कारण यातायात बाधित न हो इसलिए पुलिस जवान तैनात कर दिए गए है।

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Shajapur News Today: संविधान दिवस के अवसर पर मंगलवार को कांग्रेस ने शाजापुर जिला मुख्यालय पर ‘संविधान रक्षक अभियान’ की शुरुआत की गई। कार्यक्रम का आयोजन एबी रोड स्थित राजराजेश्वरी माता मंदिर के प्रांगण से हुआ। इस दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मशाल जुलूस शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए आजाद चौक पहुंचा।

इस अवसर पर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मितेंद्र दर्शन सिंह, कुणाल चौधरी समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। कार्यक्रम में युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदयभानु चिब ने अडानी मामले का जिक्र करते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर हमला किया।

उन्होंने कहा कि अमेरिका ने अडानी के खिलाफ अरेस्ट वारंट निकाला है और यह सब मोदी जी के नाम पर हो रहा है। अडानी मोदी जी का दोस्त है और इसके कारण भारत का नाम पूरी दुनिया में बदनाम हो रहा है।”

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आम सभा में कहा कि अब परिवर्तन का समय आ गया है। कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में उप-चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया है। यहां किसानों को उपज का सही दाम नहीं मिल रहा और भाजपा ने महिलाओं को तीन हजार रुपए महीना देने का वादा किया था, लेकिन चुनाव जीतने के बाद वादे से मुकर गई है।

उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस देश के संविधान की रक्षा करेगी। संविधान में एकता और अखंडता की बात की गई है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंच से कहते हैं कि ‘बंटोगे तो कटोगे।’ इस अवसर पर कार्यक्रम में शाजापुर जिले के कांग्रेस के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद थे।

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Raisen News Today: सांची और मंडीदीप को दूसरे जिलों में मिलाने की कवायद के बाद रायसेन जिले के नागरिक सड़कों को उतर आए। दरअसल, मध्य प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के जिलों का परिसीमन और नई तहसीलों के गठन की प्रक्रिया के तहत रायसेन जिले को विभाजित करने की योजना को लेकर विरोध की आवाज़ उठने लगी है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रदेश सरकार सांची को विदिशा और मंडीदीप को भोपाल में मिलाने का प्रस्ताव तैयार कर रही है। जैसे ही नागरिकों को मोहन यादव सरकार के इस प्रस्ताव की जानकारी मिली तो लोग बड़ी संख्या में सड़क पर उतर आए। इसके लिए रायसेन जिले के नागरिकों ने जिला बचाओ संघर्ष समिति का गठन किया।

समिति के पदाधिकारियों ने जिले के विभाजन के खिलाफ आंदोलन की रूपरेखा तैयार की। इस दौरान रायसेन जिला मुख्यालय पर महामाया चौक गांधी प्रतिमा से जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। रैली का उद्देश्य जिले के विभाजन के प्रस्ताव के खिलाफ जन-जागरूकता फैलाना था। रैली स्थानीय महामाया चौक से शुरू होकर भारत माता चौराहे स्थित जिला बचाओ संघर्ष समिति कार्यालय तक पहुंची।

पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष जमना सेन, समिति सदस्य हरीश मिश्रा और संघर्ष शर्मा ने बताया कि सांची और मंडीदीप, दोनों ही स्थान रायसेन जिले की पहचान हैं और उन्हें रायसेन जिले से बाहर जाने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यदि जरूरत पड़ी, तो वे जिले की पहचान बचाने के लिए अपने प्राणों की आहुति देने को तैयार हैं।

सदस्यों ने कहा कि अगर सरकार अपने इस फैसले को वापस नहीं लेती हैं तो भविष्य में उग्र आंदोलन करेंगे। इस अवसर पर बड़ी संख्या में नागरिकों का हुजूम था।

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MUMBAI: अभिषेक बच्चन की नई फिल्म ‘आई वांट टू टॉक’ बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से असफल साबित हुई है । चार दिनों में यह फिल्म 2 करोड़ रुपये का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाई । दूसरी ओर, विक्रांत मैसी की ‘द साबरमती रिपोर्ट’ ने 11वें दिन अपनी कमाई में गिरावट के बावजूद बॉक्स ऑफिस पर थोड़ी मजबूती बनाए रखी है।

‘आई वांट टू टॉक’: बुरी शुरुआत और गिरती कमाई

शूजित सरकार के निर्देशन में बनी ‘आई वांट टू टॉक’ को समीक्षकों से सराहना मिली, लेकिन दर्शकों ने इसे नकार दिया। सोमवार (चौथे दिन) फिल्म ने महज 13 लाख रुपये की कमाई की। ओपनिंग डे पर इसने 25 लाख कमाए थे, जो शनिवार को 55 लाख तक पहुंचा, लेकिन रविवार को घटकर 53 लाख हो गई। अब तक फिल्म की कुल कमाई 1.46 करोड़ रुपये है, फिल्म का बजट 40 करोड़ रुपये बताया जा रहा है । फिल्म का प्रदर्शन बेहद कमजोर है इसे डिजास्टर माना जा रहा है ।

‘द साबरमती रिपोर्ट’: धीमी लेकिन स्थिर कमाई

गोधरा कांड पर आधारित विक्रांत मैसी स्टारर ‘द साबरमती रिपोर्ट’ ने 11वें दिन 90 लाख रुपये का कलेक्शन किया। धीरज सरना के निर्देशन में बनी इस फिल्म ने अब तक 19.50 करोड़ रुपये का बिज़नेस किया है। बताया जा रहा है की फिल्म का बजट 50 करोड़ रुपये है, फिल्म को हिट होने के लिए आने वाले दिनों में अच्छी कमाई की जरूरत होगी।पिछले दिनों राजनीतिक चर्चा और समीक्षकों की तारीफ के कारण इसकी कमाई में बढ़ोतरी देखी गई थी, लेकिन सोमवार को गिरावट के साथ यह चुनौतीपूर्ण स्थिति में है।

पुष्पा 2 बनेगी चुनौती

5 दिसंबर को ‘पुष्पा 2: द रूल’ रिलीज हो रही है, जिससे ‘द साबरमती रिपोर्ट’ को सिनेमाघरों में शोज और दर्शकों दोनों का नुकसान झेलना पड़ सकता है। ऐसे में फिल्म के पास आने वाले 9 दिन अहम हैं। अगर यह करोड़ रुपये से अधिक की रफ्तार बनाए रखती है, तो अपना बजट निकाल सकती है।

 

 

 

Damoh News: दमोह में एक सेठ के यहां से 50 लाख रुपये के जेवरात का बैग लेकर भाग रहे चोरों की कार पलट गई, जिसमें एक चोर की उपचार के दौरान मौत हो गई। सगाई समारोह से इतनी बड़ी चोरी के बाद आसपास के क्षेत्र में हड़कंप मच गया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, जबलपुर-दमोह स्टेट हाईवे पर एक मैरिज गार्डन में शहर के एक प्रतिष्ठित सेठ के यहां सगाई की रस्म चल रही थी।

इस बीच समारोह से अचानक जेवरात से भरा ट्रॉली बैग गायब हो गया, जिसमें 50 लाख रुपये से अधिक के आभूषण थे। इतनी बड़ी घटना के बाद परिजन परेशान हो गए। उन्होंने घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगालना शुरू कर दिया। जिसमें एक कैमरे में चोर ट्रॉली बैग ले जाते हुए कैद हो गए। इसके बाद पुलिस ने क्षेत्र में नाकाबंदी शुरू कर दी। लेकिन उस समय पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली। दरअसल, हाईवे स्थित राधिका मैरिज गार्डन में कोतवाली क्षेत्र के पुराना थाना निवासी आकाश सेठ के छोटे भाई शादी होना थी। लेकिन शादी होने से पहले ही सगाई समारोह से चोर ने इस घटना को अंजाम दे दिया। इस घटना से सेठ परिवार की खुशी पल भर में काफूर हो गई।

हालांकि, पुलिस को कुछ घंटों की तलाशी के बाद सूचना मिली कि पिपरिया घाट के पास चोरों की कार पलट गई। इसके बाद चोर एक पिकअप गाड़ी से जिला अस्पताल पहुंचे थे। पुलिस ने मौके पर दो चोरों को गिरफ्तार किया, जिनमें से एक की मौत हो गई। वहीं एक चोर के फरार होने की ख़बर सामने आ रही है। गनीमत है कि चोरी का बैग और सारे गहने जिला अस्पताल में ही बरामद हो गए।

इस मामले में पुलिस का कहना है कि ये चोर एमपी के राजगढ़ और ब्यावरा क्षेत्र के शातिर कंजर गिरोह से संबंधित हैं। वहीं, आभूषण मिलने की ख़बर पाते ही सेठ परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। जो चेहरे पल में भर मुरझा गए थे उनके चेहरे जेवरात मिलने की वजह खुशी के मारे खिल गए। वहीं, पुलिस फरार चोर की तलाश कर रही है और पूरे मामले की जांच जारी है। इस पूरी वारदात ने फिल्मी कहानी की तरह सबको हैरान कर दिया है।

NEW DELHI: भारत के संविधान की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और देश के कई प्रमुख नेताओं ने संविधान दिवस पर शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर भारतीय संविधान को देश की ताकत और जीवनरेखा बताते हुए कहा कि यह हमारे अधिकारों और कर्तव्यों की गारंटी देता है।

पीएम मोदी का संदेश

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक विशेष वीडियो साझा करते हुए लिखा, “सभी देशवासियों को भारतीय संविधान की 75वीं वर्षगांठ के पावन अवसर पर संविधान दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।” करीब डेढ़ मिनट के इस वीडियो में उन्होंने संविधान की शक्ति पर जोर देते हुए कहा, “हमारा संविधान हमारी ताकत है। यह हमें एक मजबूत और समृद्ध राष्ट्र बनाने की दिशा में मार्गदर्शन देता है।”

खड़गे और अन्य नेताओं ने भी दिया संदेश

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी संविधान दिवस के मौके पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और संविधान निर्माताओं को याद करते हुए कहा कि यह दिवस हमें उनके योगदान का सम्मान करने और उनके सिद्धांतों पर चलने की प्रेरणा देता है।

संविधान दिवस का महत्व

भारत में संविधान दिवस हर साल 26 नवंबर को मनाया जाता है। यह वह दिन है जब 1949 में भारतीय संविधान सभा ने देश के संविधान को अंगीकृत किया था। संविधान ने भारत को एक लोकतांत्रिक, गणराज्य और धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र बनाने की नींव रखी।

कार्यक्रम और आयोजन

इस खास अवसर पर पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। संसद भवन में विशेष सत्र का आयोजन हुआ, जिसमें राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, और विपक्षी नेताओं ने हिस्सा लिया। स्कूलों, कॉलेजों और सरकारी संस्थानों में संविधान से जुड़े भाषण, निबंध और वाद-विवाद प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं।

संविधान दिवस पर संदेश

इस वर्ष का संविधान दिवस विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह संविधान की 75वीं वर्षगांठ है। यह अवसर न केवल संविधान निर्माताओं के योगदान को याद करने का है, बल्कि इस बात पर विचार करने का भी है कि संविधान हमारे राष्ट्रीय जीवन में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

Ujjain News: टीम इंडिया (Team India) के कई बड़े क्रिकेटर इन दिनों मध्य प्रदेश के इंदौर में मुश्ताक अली ट्रॉफी (Syed Mushtaq Ali Trophy 2024) में हिस्सा लेने आए हैं। ऐसे में इंदौर आए और बाबा महाकाल के दर्शन न करें ऐसा नामुमकिन ही है। लिहाजा, टीम इंडिया खिलाड़ी अक्षर पटेल, रवि विश्नोई और अभिषेक देसाई समेत 9 क्रिकेटरों ने उज्जैन पहुंचकर बाबा महाकालेश्वर मंदिर की भस्म आरती में हिस्सा लिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, सभी खिलाड़ी तड़के चार बजे ही मंदिर पहुंच गए थे। सभी खिलाड़ियों ने तकरीबन 2 घंटे तक नंदी हॉल में बैठकर भगवान महाकाल की अर्चना करते हुए आशीर्वचन लिया। सभी खिलाड़ियों ने अपने बेहतर प्रदर्शन के लिए आशीर्वाद लेते हुए भगवान महाकालेश्वर को दूध अर्पित किया। इन तीनों खिलाड़ियों के अलावा बाबा के दरबार में आकाश सिंह, चिंतन गाजा, ऋषभ चौहान, विशाल जायसवाल, उमंग टांडेल और भानु पनिया ने अपना सिर झुकाया और आशीर्वाद लिया।

अक्षर पटेल ने बाबा से क्यों कुछ नहीं मांगा

इससे पहले क्रिकेटर रवि विश्नोई और अक्षर पटेल ने मंदिर की देहरी से ही बाबा महाकाल की पूजा अर्चना की और उनका आशीर्वाद लिया। इसके बाद सभी खिलाड़ियों ने नंदी के कान में अपनी मनोकामना मांगी। इस दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए टीम इंडिया के आलराउंडर अक्षर पटेल ने कहा, ”अपने लिए मैंने कुछ भी नहीं माँगा। बाबा महाकाल मुझे हर साल बुलाते हैं। बाबा का आशीर्वाद मुझ पर यही रहे कि वे मुझे हर साल बुलाते रहे। यही मेरे लिए अच्छा होगा। बाकी बाबा अपने भक्तों को खाली नहीं जाने देते और मुझे भी दे देंगे।”

ग्रुप के मैच इंदौर में हो रहे हैं

बता दें कि सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी-2024 के ग्रुप बी के मैच इंदौर के होल्कर व एमराल्ड हाइट्स इंटरनेशनल स्कूल के मैदान पर हो रहे हैं। ग्रुप बी में तमिलनाडु, उत्तराखंड, गुजरात, सौराष्ट्र, त्रिपुरा, सिक्किम, सौराष्ट्र, कर्नाटक, बड़ौदा जैसी टीमें शामिल हैं।

MAHARASHTRA: महाराष्ट्र में महायुति की ऐतिहासिक जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस गहराता जा रहा है। मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया है । इसके बाद वह कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में तब तक कार्यभार संभालेंगे,जब तक नया मुख्यमंत्री तय नहीं हो जाता।

फडणवीस, शिंदे या पवार? कौन बनेगा सीएम

भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट करने की संभावना प्रबल मानी जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, फडणवीस ने हाल ही में दिल्ली में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की बेटी के विवाह समारोह में पार्टी आलाकमान से मुलाकात की, जिसमें महाराष्ट्र की राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा हुई। ऐसा कहा जा रहा है कि फडणवीस आलाकमान से मुख्यमंत्री पद के आश्वासन के साथ मुंबई लौटे हैं।

वहीं, एकनाथ शिंदे और अजीत पवार के नाम भी मुख्यमंत्री की दौड़ में हैं। हालांकि, महायुति के भीतर इन नामों को लेकर सहमति अभी तक नहीं बन पाई है।

महायुति की ऐतिहासिक जीत और कार्यकर्ताओं की उम्मीदें

महायुति ने महाराष्ट्र में प्रचंड बहुमत हासिल किया है। भाजपा को 132 सीटें, शिवसेना को 57 सीटें और एनसीपी को 41 सीटें मिली हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह चरम पर है और वे देवेंद्र फडणवीस को एक बार फिर मुख्यमंत्री के रूप में देखने की उम्मीद कर रहे हैं।

राजनीतिक समीकरणों पर नजर

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व इस बार मुख्यमंत्री पद पर बड़ा दांव खेल सकता है। देवेंद्र फडणवीस की प्रशासनिक कुशलता और उनकी मजबूत छवि भाजपा के लिए लाभदायक हो सकती है। हालांकि, शिवसेना और एनसीपी के सहयोग से महायुति के भीतर संतुलन साधने की चुनौती भी भाजपा के सामने है।

क्या हो सकता है आगे

राज्य के राजनीतिक समीकरणों को देखते हुए, अगले कुछ दिन महाराष्ट्र की राजनीति के लिए बेहद महत्वपूर्ण होंगे। सभी की निगाहें भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व और महायुति के फैसले पर टिकी हैं, जो राज्य के अगले मुख्यमंत्री का चेहरा तय करेगा।

Drama Pakistani: पाकिस्तानी सीरियल्स भारत में बेहद लोकप्रिय है। इनकी लोकप्रियता की सबसे बड़ी वजह है, पाकिस्तानी नाटक रोमांस, मानवीय भावनाओं ओत-प्रोत रहते हैं।

आज हम आपको पाकिस्तान के बेहतरीन और दिल को छू लेने वाले ऐसे नाटकों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपको यूट्यूब (Youtube) पर आसानी से देख सकते हैं। इस वजह से आप विभिन्न ओटीटी (OTT) प्लेटफॉर्म के सब्सक्रिप्शन से बच जाएंगे।

आसानी से उपलब्ध यह आपका भरपुर मनोरंजन करेंगे। यदि मारधाड़ और एक्शन फिल्मों से बोर हो चुके हैं तो यह नाटक आपके लिए बेहद सुकून दायक होंगे। तो आइए जानते हैं इन नाटकों के बारे में-

#0.1. कभी मैं, कभी तुम (Kabhi Main Kabhi Tum)

शारजीना और मुस्तफा की बेहद भावुक कहानी को फिल्माया गया है। चित्र: सोशल मीडिया

यह बेहद ही शानदार नाटक है। इसमें शारजीना और मुस्तफा की बेहद भावुक कहानी को फिल्माया गया है। दरअसल, दोनों कि विपरीत परिस्थितियों में शादी हो जाती है। अंततः शारजीना और मुस्तफा में सच्चा इश्क़ हो जाता है। इस ड्रामा में हनिया अमीर और फहद मुस्तफा अहम् भूमिका में हैं। इस नाटक का प्लॉट बेहद सुन्दर है।

#2.कुछ अनकही (Kuch Ankahi)


सजल अली और बिलाल अब्बास खान ने मुख्य भूमिका निभाई हैं। चित्र: सोशल मीडिया

इस नाटक का प्लॉट कमाल है। इसमें अभिनेत्री सजल अली और अभिनेता बिलाल अब्बास खान ने मुख्य भूमिका निभाई हैं। दोनों रियल एस्टेट एजेंट्स है और एक दूसरे के पेशेवर दुश्मन हैं। इसके बावजूद दोनों में बेइंतहा प्यार हो जाता है। वहीं, यह नाटक वीमेन एम्पॉवरमेंट, बॉडी शेमिंग, महिलाओं के प्रॉपर्टी पर धार्मिक और कानूनी अधिकार और शादी के लिए लड़कियों का पीछा करना जैसे सामाजिक मुद्दें बखूबी उठाए गए है।

#3. दिल्लगी या दिल लगी (Dillagi or Dil Lagi)

दिल्लगी या दिल लगी एक पारिवारिक नाटक है, जिसकी जितनी तारीफ की जाए कम है। चित्र: सोशल मीडिया

इस पारिवारिक नाटक की जितनी तारीफ की जाए कम है। इसका प्लॉट आज की भागमभाग ज़िंदगी में ताज़ी हवा के झोंके की तरह सुकून देगा। दिल्लगी दो जिद्दी व्यक्तियों की लाजवाब कहानी है। दरअसल, दोनों किरदार ज़िंदगी के कई अजीब अजीब मोड़ पर मिलते हैं, लेकिन एक दूसरे का साथ नहीं छोड़ते हैं। अनमोल और मोहिद की यह कहानी आप अपने पूरे परिवार के साथ बैठकर देख सकते हैं।

#4. हब्स (Habs)

हब्स का मतलब हिंदी में उमस होता है। चित्र: सोशल मीडिया

हब्स का मतलब हिंदी में उमस होता है। पाकिस्तान टीवी इंडस्ट्री का यह शानदार नाटक है। इसमें अभिनेत्री उशना शाह और अभिनेता फ़िरोज़ खान ने अहम भूमिका निभाई हैं। इस नाटक की कहानी भी ‘कभी मैं, कभी तुम’ सीरियल की तरह है, जिसमें उशना और फ़िरोज़ की कठिन परिस्थितियों में शादी हो जाती है। लेकिन दोनों में प्यार हो जाता हैं।

#5. जिंदगी गुलजार है (Zindagi Gulzar Hai)


ज़िंदगी गुलज़ार है पाकिस्तानी के क्लासिक ड्रामा में शामिल हैं। चित्र: सोशल मीडिया

ज़िंदगी गुलज़ार है पाकिस्तानी के क्लासिक ड्रामा में शामिल हैं। इसकी कहानी कशफ़ और ज़रून के इर्द-गिर्द बुनी गई है। कॉलेज में दोनों के बीच रोमांस होता है, इसके बाद में सच्चा प्यार हो जाता है। रोमांटिक रिलेशनशिप की जटिलताओं को बेहद मार्मिक तरीके से फिल्माया गया है।

NEW DELHI:  सऊदी अरब के जेद्दा में IPL 2024 के मेगा ऑक्शन के पहले दिन कुल 467.95 करोड़ रुपये खर्च किए गए, जिसमें 72 खिलाड़ियों को खरीदा गया। इस दौरान गेंदबाजों पर विशेष खर्च हुआ, खासकर युजवेंद्र चहल पर, जिन्हें सबसे ज्यादा रकम दी गई। वहीं, कप्तानों को खरीदने पर भी जमकर पैसे बरसे, 4 प्रमुख कप्तानों पर 83.50 करोड़ रुपये खर्च हुए।

ऑक्शन के पहले दिन 10 फ्रेंचाइजी ने 467.95 करोड़ रुपये खर्च कर कुल 72 खिलाड़ियों को अपनी टीम में शामिल किया। अब इन टीमों के पास 173.55 करोड़ रुपये बचते हैं, जिनसे उन्हें आगामी ऑक्शन में 132 और खिलाड़ियों को खरीदना है। गेंदबाजों पर कुल खर्च का 44 फीसदी हिस्सा गया, जिसमें चहल को सबसे ज्यादा 6.5 करोड़ रुपये मिले। खास बात यह रही कि 11 में से 7 स्पिनर्स ने करोड़पति बनने का सपना पूरा किया। वहीं, पेस गेंदबाजों को स्पिनर्स से भी ज्यादा तवज्जो मिली, और सभी 20 तेज गेंदबाजों को टीमों ने करोड़पति बना दिया।

विदेशी खिलाड़ियों पर खास मेहरबानी

ऑक्शन के पहले दिन खरीदी गई 72 खिलाड़ियों में से 24 विदेशी थे। भारतीय खिलाड़ियों पर 284.2 करोड़ रुपये खर्च किए गए, जिसका औसत 5.92 करोड़ रुपये प्रति खिलाड़ी रहा। वहीं, विदेशी खिलाड़ियों पर कुल 183.75 करोड़ रुपये खर्च हुए, जो कि 7.66 करोड़ रुपये प्रति खिलाड़ी के औसत से अधिक थे, यानी भारतीय खिलाड़ियों से 1.74 करोड़ रुपये ज्यादा।

कप्तानों पर हुआ भारी खर्च

ऑक्शन के पहले दिन कप्तानों का दबदबा रहा । ऋषभ पंत, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल और जोस बटलर पर कुल 83.50 करोड़ रुपये खर्च किए गए । इन सबमे सबसे महंगे कप्तान ऋषभ पंत रहे,जिनके बाद श्रेयस अय्यर, जोस बटलर और केएल राहुल का नाम आता है। दिल्ली ने राहुल को 14 करोड़ रुपये में खरीदा, जबकि पंत ने दिल्ली, श्रेयस ने कोलकाता, राहुल ने लखनऊ और बटलर ने इंग्लैंड टेस्ट टीम की कप्तानी की हुई है।