Digital Arrest: मध्य प्रदेश के खंडवा में एक नर्स को डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest) करने का मामला सामने आया है। महिला खंडवा के जिला अस्पताल में पदस्थ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, महिला को करीब 21 घंटे तक बंद कमरे में डिजिटल अरेस्ट रखा गया। इस दौरान उसे कुछ खाना तो दूर पानी तक नहीं पीने दिया।

नर्स को आरोपियों ने पहले फोन कॉल किया इसके बाद उन्होंने व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल किया। महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि आरोपी उसे तस्करी और ड्रग्स की सप्लाई में नाम आने के नाम पर ठगने की कोशिश कर रहे थे। हालांकि, वह कुछ भी रुपये ट्रांसफर कराने में असफल रहे। महिला को यह फोन कॉल पंजाब और ओडिशा के नंबर से आए थे। नर्स का नाम कंचन उइके है।

एसपी मनोज राय ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि नर्स 21 घंटों तक डिजिटल अरेस्ट रखा गया। यहां तक उसे पानी तक नहीं पीने दिया गया। महिला ने इसकी शिकायत साइबर क्राइम में की। इससे पहले भी खंडवा में डिजिटल अरेस्ट के मामले आ चुके हैं। जिसमें नर्स के अलावा डॉक्टर और अफसर शामिल है। महिला को सबसे पहले कॉल शुक्रवार को करीब 2 बजे आया था। इसके बाद उन्हें शनिवार सुबह तक करीब 21 घंटों तक डिजिटल अरेस्ट रखा गया। महिला यह भी बताया कि डिजिटल अरेस्ट वारंट से डर गई था। इस मामले में एसपी मनोज राय ने बताया कि डिजिटल वारंट जैसी को चीज नहीं होती है। इससे डरने की आवश्यकता नहीं है।

मकान मालिक ने खुलवाया दरवाजा

पुलिस के मुताबिक, नर्स को आरोपियों ने 21 घंटे तक बंद कमरे में डिजिटल अरेस्ट रखा। इस दौरान उसे खाना तो दूर पानी तक नहीं पीने दिया और न ही किसी से बात करने दी गई। आरोपियों ने सबसे पहले महिला को फोन कॉल किया था। फिर उन्हें व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल के जरिए डिजिटल अरेस्ट रखा गया। महिला ने पुलिस को बताया कि आरोपी खुद को महाराष्ट्र क्राइम ब्रांच के अफसर बताते रहे थे और महाराष्ट्र पुलिस की वर्दी पहनकर ही वीडियो कॉल कर रहे थे। महिला शुक्रवार दोपहर से शनिवार सुबह तक अरेस्ट रही। जब नर्स ने दिनभर दरवाजा नहीं खोला तो एक परिचित और मकान मालिक ने दरवाजा पीटना शुरू कर दिया। तब जाकर महिला ने हिम्मत जुटाकर दरवाजा खोला। वहीं, ठगों ने नर्स की सहेली से 50 हजार रुपये ठग लिए।

 

Budhani News: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव लगातार बुधनी विधानसभा के भैरुंदा क्षेत्र में दौरा कर जनसभा को सम्बोधित कर भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांग रहे हैं। वहीं, शनिवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ग्राम सतराना एवं लाड़कूई पहुंचे।

यहाँ जनता को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी को लेकर कहा कि यह फ्यूज बल्ब हैं, उनमें करंट ही नहीं है। यह कांग्रेस लोगों को बरगलाने का काम कर रही है। इसके अलावा सीएम यादव ने कहा कि अपने-अपने क्षेत्र में हारे हुए प्रत्याशी बुधनी विधानसभा में कांग्रेस का प्रचार कर रहे है। कांग्रेस की इतनी गंदी सोच है कि कभी उन्होंने ने आदिवासियों को ऊपर नहीं जाने दिया।

उन्होंने रेहटी तहसील के गांव सतराना में भाजपा प्रत्याशी रमाकांत भार्गव के पक्ष में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने जनसभा को संबोधित किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कांग्रेस और कंस में कोई अंतर नहीं है। कंस भी धर्म विरोधी था। कंस तो भगवान श्रीकृष्ण का विरोधी था। उसने भगवान श्री कृष्ण से ही विरोध किया तो कंस की दुर्दशा भी क्या हुई।

ऐसी ही मानसिकता कांग्रेस पार्टी की भी है। कांग्रेस के लोग भी धर्म विरोधी लोग हैं। हम गोवर्धन की पूजा करते हैं तो कांग्रेस के लोग कहते हैं कि गोवर्धन की पूजा क्यों करते हो। मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने कहा कि कांग्रेस ने देश पर देश और प्रदेश पर वर्ष राज किया लेकिन उनकी सरकारों में विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ मध्य प्रदेश में तो एक मिस्टर बनते हर थे जिन्होंने पूरे मध्य प्रदेश को का बंटाधार कर दिया अब भी फिर से वोट मांगने के लिए बुधनी में आ रहे हैं।

Ujjain News: जय श्री कृष्णा में कंस की भूमिका और महाभारत में दुर्याेधन बनकर एक अलग ही पहचान बनाने वाले अभिनेता अर्पित रांका शनिवार सुबह बाबा महाकाल की भस्म आरती में पहुंचे। जहां उन्होंने पत्नी निधि और दोनों ही बच्चों के साथ बाबा महाकाल की भस्म आरती का श्रृंगार देखा और उसके बाद चांदी द्वार पर पहुंचकर बाबा महाकाल का पूजन अर्चना की।

महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित अर्पित गुरु ने बताया कि नेगेटिव रोल कर सुर्खियों में आए अर्पित रांका का आज अपने परिवार के साथ बाबा महाकाल की दिव्य भस्म आरती के दर्शन करने श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे थे। जहां उन्होंने पहले नंदी हॉल में बैठकर बाबा महाकाल की भस्म आरती में बाबा के निराकार से साकार स्वरूप के दर्शन किए। उन्होंने बताया कि उसके बाद चांदी द्वार पर पहुंचकर बाबा महाकाल का अभिषेक किया।

इस दौरान अर्पित रांका और उनका पूरा परिवार बाबा महाकाल की भक्ति में लीन दिखाई दिया। बताया जाता है कि अर्पित अपनी आने वाली साउथ की फिल्म की सफलता के लिए बाबा महाकाल के दरबार में पहुंचे थे। जहां उन्होंने बाबा महाकाल से इसी फिल्म की सफलता की कामना भी की।

बता दें अर्पित रांका बॉलीवुड के सिंघम अजय देवगन के साथ फिल्म भोला में नज़र आ चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने फिल्म गुरमीत राम रहीम की फिल्म एमएसजी2 में भी अभिनय किया था।

उज्जैन (Ujjain News): मध्य प्रदेश में उज्जैन चरक भवन को बड़ी सौगात मिली है। प्रदेश के जिला अस्पतालों में सबसे पहले उज्जैन को इको कार्डियोग्राफी मशीन मिली है। जिसे इंस्टाल भी कर दिया गया है।

बता दें कि इस इको कार्डियोग्राफी मशीन की कीमत 17 लाख रुपए है। सिविल सर्जन डॉ.अजय दिवाकर ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने उज्जैन के चरक भवन को बड़ी सौगात दी है। प्रदेश में सबसे पहले उज्जैन जिला अस्पताल के चरक भवन को 17 लाख रुपये कीमत की इको कार्डियोग्राफी मशीन दी है। जिसे इंस्टाल भी कर दिया गया है और जल्दी ही लोगों के लिए शुरू कर दिया जाएगा।

इस इको कार्डियोग्राफी मशीन की कीमत 17 लाख रुपए है। चित्र: एसीएन भारत

इस मशीन के लगने से मरीजों को महंगी जांचों जैसे कलर डाप्लर व इको के लिए निजी सेंटर व अस्पतालों में नहीं जाना पड़ेगा। दोनों ही जांच करीब पांच हजार रुपये की होती है। मगर अब चरक भवन में ही नि:शुल्क जांच हो जाएगी। डॉक्ट दिवाकर के अनुसार प्रदेश में इस तरह की मशीन टीकमगढ़ जिले को भी मिली है। मगर वहां अब तक इस मशीन को इंस्टाल नहीं किया गया है। उज्जैन में चरक भवन के आइसीयू में मशीन शुरू भी हो चुकी है।

 

Jabalpur News: जबलपुर के पाटन सब जेल से दो कैदियों के भागने का मामला सामने आया। कैदी शुक्रवार सुबह जेल से समय फरार हो गए। जब जेल में रिनोवेशन का काम चल रहा था।

इसी दौरान कैदी शहादत और कृष्णा यादव सीढ़ी लगाकर रस्सी के सहारे फरार हो गए। जिन्हें जेल प्रशासन और पुलिस की कड़ी मेहनत के बाद लगभग 1 घंटे के अंदर पकड़ लिया गया। बताया जाता है कि पाटन सब जेल में शहादत खान और कृष्ण यादव रेप और अवैध शराब के मामले में बंद हैं। शुक्रवार सुबह इन्होंने जेल में चल रहे काम का फायदा उठाया और सीढ़ी और रस्सी के सहारे फरार हो गए।

मामले की सूचना मिलते ही पाटन पुलिस और जेल टीम ने सर्चिंग शुरू की और सब जेल से लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर दोनों कैदियों को धर दबोचा। इस दौरान पाटन सब जेल के जेलर हेमेंद्र बागरी को भी चोटें आई फिलहाल दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। यह जानकारी जबलपुर एडिशनल एसपी
सूर्यकांत शर्मा ने दी।

Article 370: बीते दिनों जम्मू कश्मीर की विधानसभा में धारा-370 वापस लागू करने को लेकर पेश किए प्रस्ताव पर हुए हंगामें के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने धारा-370 खत्म करने का संकल्प था। पीएम मोदी ने धारा -370 खत्म कर पूरे देश को एक सूत्र में बांधने का काम किया।

जम्मू कश्मीर के विधानसभा में जो कांग्रेस के साथ चल रही सरकार सदन में और संवैधानिक तरीके से धारा-370 लागू करने का प्रस्ताव लाई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बार-बार संविधान की बात करते हुए भाजपा को दलित विरोधी बताती है। जबकि 370 दलित विरोधी थी, जिसे खत्म करने का काम बीजेपी ने किया।

प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि कांग्रेस आरक्षण की बात करती है। जम्मू कश्मीर में गुर्जर समाज को आरक्षण देने का काम बीजेपी किया है। क्या उसे कांग्रेस खत्म करना चाहती है? आज जम्मू के लाल चौक में तिरंगा बीजेपी की वजह से फहराया जाता है। कौन नहीं चाहता कि जम्मू कश्मीर के युवाओं को नौकरी मिलें। उन्होंने कहा कि केवल कांग्रेस चाहती है कि जम्मू कश्मीर के युवा पत्थरबाजी और दहशतगर्दी करें।

वीडी शर्मा ने कहा कि कांग्रेस धारा 370 वापस लागू करने के माध्यम से देश को तोड़ने का कुचक्र कर रही है। यह कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस का राष्ट्र विद्रोही एजेंडा है। सीएम उमर अब्दुल्ला पाकिस्तान की फेवरेट घटनाओं और आतंकवाद पर एक शब्द नहीं बोलते हैं।

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि क्या कांग्रेस पाकिस्तान के आतंकी और देश विरोधी ताकत को इस प्रकार के प्रस्ताव लाकर स्थान देना चाहती है? आज जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद से सकारात्मक वातावरण बड़ा है। आतंकवाद की घटनाओं में 70 फीसदी कमी आई है।

Khandwa News : खंडवा जिले के ग्राम जामली खुर्द में माध्यमिक शाला में शिक्षकों की कमी के चलते शिक्षक विहीन शाला लग रही है। यहाँ बच्चे आते हैं और दोपहर को मध्याह्न भोजन कर खेल खुद में लगे रहते हैं।

यह मामला तब उजागर हुआ जब जामली खुर्द गांव में भुगर्भीय हलचल की जानकारी लेने वैज्ञानिकों का दल जामली खुर्द गांव पहुंचा। गांव और गलियों का निरीक्षण के बाद शासकीय माध्यमिक शाला पहुंचे और भवन के कमरों का निरीक्षण किया। दल के साथ ग्राम सरपंच हरेराम पटेल, पटवारी, सचिव, रोजगार सहायक, कोटवार और पालक भी पहुंचे थे।

जब वहां देखा तो पाठशाला में शिक्षक ही नहीं दिखाई दिए। जानकारी लेने पर पता चला की शिक्षक समय पर नहीं आते हैं। गांव के सरपंच हरेराम पटेल ने अपनी टीम और पालकों की उपस्थिति में पंचनामा बनाया और ब्लाक बीआरसी अधिकारी को मोबाइल पर सूचना दी गई पर ब्लाक बीआरसी अधिकारी ने भी अनसुनी कर दी।

सरपंच हरे राम पटेल ने मीडिया को बताया की अगर शिक्षक विहीन शाला मिली तो हम ताला जड़ देंगे। जिसकी जवाबदारी शासन -प्रशासन की रहेगी। मध्याह्न भोजन के बाद खुद छात्र-छात्राएं बर्तन साफ करते है और जवाबदार अधिकारी शिक्षकों द्वारा नजरअंदाज किया जाता है।

Damoh News: दमोह जिले के मड़ियादो बफरजोन के भूरखेड़ा गांव में खेत मे कार्य कर रहे किसान पर तेंदुए ने हमला कर दिया। सूचना पर मड़ियादो वनपरिक्षेञ अधिकारी जी एस चौहान अमले के साथ घटनास्थल पहुंचे।

वनपरिक्षेत्र अधिकारियों को ज़ख्म दिखाता सुंदर गौड़। इमेज: एसीएन भारत

घायल किसान सुंदर गौड़ आदिवासी से बात कर अरहर के खेत मे तलाशी के बाद तेंदुए के पगमार्क मिले। इधर, वन अमले ने घायल किसान सुंदर आदिवासी को इलाज़ के लिए अस्पताल भेज दिया है। किसान के हाथ और पीठ में घाव हुए है। किसान ने बताया कि सिंचाई कार्य करते समय अचानक तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया।

Lawrence bishnoi: लॉरेंस बिश्नोई नहीं बल्कि अनिल बिश्नोई हैं काले हिरण के सच्चे हमदर्द। काले हिरण को बचाने का जूनून अनिल बिश्नोई में कॉलेज समय से ही था। उस समय अनिल बिश्नोई के जिले में हर महीने काले हिरण मर रहे थे। इससे अनिल उदास होता था और उन्हें गुस्सा आता था लेकिन वह समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर क्या किया जाए?

कॉलेज की पढ़ाई के दौरान अनिल बिश्नोई ने अपनी कम्यूनिटी की एक कॉन्फ्रेंस अटैंड की। जिसका मुद्दा था जंगलों की अंधाधुन कटाई और वाइल्डलाइफ को सेफ कैसे करें? इस समय अनिल बिश्नोई की ज़िंदगी के मायने बदल गए। अपनी पढ़ाई करने के जब वह गांव आए तो उन्होंने काले हिरणों को बचाने का संकल्प लिया। तब उन्होंने गांव वालों को जागरूक किया कि जब भी काले हिरण का शिकार होने की संभावना हो उन्हें सूचित कर दिया जाए।

एक बार अनिल को गांव के एक शख्स ने ऐसी ही जानकारी दी कि कहीं पर काले हिरण का शिकार होने वाला है। उस समय ठंड का मौसम था। अनिल अपनी मोटर साइकिल उठाकर करीब 30 किलोमीटर गया लेकिन तब तक काला हिरण मारा जा चुका था। शिकारी मांस पका रहे थे। अनिल ने पुलिस को बुलाकर शिकारी को गिरफ्तार कर केस दर्ज करवाया। इसके बाद एक बार फिर ऐसी सूचना पर अनिल शिकारी को रोकने जाते हैं लेकिन शिकारी उन पर बंदूक तान देता है। पुलिस की मदद से वह एक बार फिर शिकारी को गिरफ्तार करवाते है।

अनिल बिश्नोई राजस्थान के लखासर गांव के रहने वाले हैं और अब तक 300 शिकारियों को रंगे-हाथों गिरफ्तार करवा चुके हैं। इसके अलावा काले हिरण को बचाने के लिए अनिल ने 200 पोखर बनवाएं ताकि वह आसानी से पानी पी सकें। इसके अलावा वह चोटिल काले हिरणों के इलाज में भी मदद करते हैं। अब तक वे 10 हजार से अधिक काले और चिंकारा हिरणों को बचाने में सफल हुए है। आज उनकी टीम में तीन हजार से अधिक मेंबर है। यही वजह है कि अनिल बिश्नोई को 2009 में राजस्थान सरकार ने अमृता देवी एनवायरनमेंटल अवार्ड से सम्मानित किया।

कौन हैं लॉरेंस बिश्नोई?

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जबकि लॉरेंस बिश्नोई ने अपनी पढ़ाई चंडीगढ़ विश्वविद्यालय से की और छात्र राजनीति में चला गया। इस दौरान वह स्टूडेंट पॉलिटिकल इलेक्शन में एक कैंडिडेट के लिए कैम्पेन कर रहा था। तब अपोजिट पार्टी वालों से उसका झगड़ा हो गया। इस दौरान लॉरेंस एक दोस्त ने वार्निंग देने के हिसाब से बंदूक चला दी। इसके बाद लॉरेंस और उसके साथियों ने अपोजिट पार्टी के लिए कैम्पेन करने वाले एक शख़्स की गाड़ी जला दी। इस मामले में पुलिस ने लॉरेंस और उसके 8 दोस्तों को गिरफ्तार किया। जहां जेल में वह हथियारों के सप्लायर से मिला। जेल से छूटने के बाद वह गुंडागर्दी करता रहा। इस दौरान उस पर कई केस हुए। लेकिन दोनों पार्टियों ने समझौता कर लिया और लॉरेंस पर लगे सारे केस ख़ारिज हो गए। 2010 में उसने पंजाब यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट के लिए चुनाव लड़ा। चुनाव हारने पर उसने अपने प्रतिद्वंद्वी कैंडिडेट पर हमला कर दिया।

काला जठेड़ी कौन हैं?

साल 2011 में जमानत पर बाहर आने पर उसने फिर से चुनाव लड़ा और वह इस बार जीत गया। कॉलेज में रहने के दौरान लॉरेंस पर 18 मुकदमें दर्ज हो चुके थे। साल 2012 में लॉरेंस को लॉ की डिग्री मिल जाती है। 2013 में उसने अपने एक साथी को कॉलेज प्रेसिडेंट के इलेक्शन में उतारा। इस दौरान लॉरेंस और उसके साथी ने प्रतिद्वंदी कैंडिडेट की हत्या कर दी। हत्या के वह और उसके साथी फरार हो गए। 2014 में लॉरेंस पकड़ा गया। लेकिन 2015 में वह एक पुलिस कस्टडी से भाग गया। लेकिन एक बार फिर उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह वह समय था जब लॉरेंस अपनी गैंग बना चुका था। इसके बाद लॉरेंस के दोस्त गोल्डी बरार ने गैंग को चलाना शुरू किया। इस दौरान लॉरेंस ने जेल में एक और गैंगस्टर काला जठेड़ी से हाथ मिला लिया। इस दौरान दोनों ने दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान में 30 मर्डर किए। हालाँकि इसके बाददोनों में झगड़ा हो गया। इस दौरान लारेंस का सबसे बड़ा दुश्मन था दविंदर बंबीहा। दोनों की दुश्मनी थी हफ्ता वसूली को लेकर। दविंदर बंबीहा का हफ्ता वसूली रैकेट उस समय चडीगढ़, मोहाली और पंचकूला के आसपास चलता था। इस दौरान लॉरेंस और दविंदर की गैंग के बीच चंडीगढ़, दिल्ली और पंजाब में शूटआउट हुए। इसके अलावा पंजाब म्यूजिक इंडस्ट्री और कबड्डी के खिलाड़ियों पर शिकंजा कसने के लिए भी दोनों गैंग्स आमने-सामने हो गई। लेकिन 2016 में दविंदर बंबीहा एक पुलिस एनकाउंटर में मारा जाता है।

Zomato: मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में एक ऑनलाइन फूड आर्डर करने का बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, यहां एक शख्स ने जोमैटो से सेव टमाटर की सब्जी आर्डर की। जब शख्स ने सब्जी खोली तो वह हैरान रह गया। सब्जी में हड्डी के टुकड़े पाए गए।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, मनोज चंद्रवंशी ने ऑनलाइन फूड डिलीवरी करने वाली कंपनी जोमैटो से सेव-टमाटर की सब्जी आर्डर की। मूलतः राजगढ़ जिले के रहने वाले चंद्रवंशी यह देखकर दंग रह गए कि सब्जी में हड्डी के टुकड़े पाए गए। मनोज चंद्रवंशी पेशे से एक दवाई कंपनी एमआर है और वह उज्जैन आए हुए थे। वह समाज के मंदिर में रुके थे और जब उन्होंने दोपहर के भोजन के लिए सेव-टमाटर की सब्जी आर्डर की तो वह दंग रह गए।

ऐसे खुला मामला

जब मनोज चंद्रवंशी इसकी शिकायत करने नजदीकी नीलगंगा पुलिस थाने में शिकायत करने पहुंचे तो मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए खाद्य विभाग को इसकी जानकारी दी। इसके बाद खाद्य विभाग की टीम चंद्रवंशी की शिकायत पर नसीब रेस्टोरेंट पर कार्रवाई करने पहुंचा। जहां खाद्य विभाग की टीम ने पाया कि होटल में मांसाहारी और शाकाहारी भोजन एक रसोई में तैयार किया जा रहा था। वहीं, कमर्शियल गैस सिलेंडर की बजाय घरेलू सिलेंडर पर ही खाद्य सामग्री तैयार की जा रही थी। जो कि सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करता है।

होटल संचालक ने मानी गलती

इधर, होटल संचालक ने माना कि गलती से वेज सब्जी में नॉनवेज मिल गया। वहीं, खाद्य अधिकारी बसंत दत्त शर्मा ने बताया कि यह गंभीर मामला है। मामले की गंभीरता को समझते हुए चंद्रवंशी की लिखित शिकायत पर होटल संचालक का होटल लाइसेंस रद्द कर दिया गया है। वहीं, होटल की इस लापरवाही से शिकायतकर्ता मनोज चंद्रवंशी बेहद आहत दिखाई दिए। उन्होंने अपने शाकाहारी साग आर्डर की थी लेकिन उन्हें नॉनवेज भोजन मिला।