रायपुर : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के कन्हैरा गांव में आधा दर्जन से ज्यादा गौवंशो के शव मिलने से हड़कंप मच गया। गांव के लोगों ने इस घटना की सूचना पुलिस को दी। जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और आस-पास के लोगों से पुछताछ की। पूछताछ के बाद पुलिस ने कहा कि, गायों की मौत भूसा और कचरा खाने से हुई है। इतना नहीं पुलिस इस मामले को लेकर गंभीर है और आस-पास के गांव के लोगों से भी पुछताछ कर रही है।
वही प्रदेश के कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि, गर्मी के मौसम में चारा और पानी की व्यवस्था में कमी आ जाती है, जिससे गौपालकों को अपने पशुओं की देखभाल में कठिनाई होती है। मंत्री ने गौपालकों से अनुरोध किया है की वे अपने पशुओं का ध्यान रखे|
भिलाई: नवरात्री के अंतिम दिन कन्या भोज के लिए गई 6 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या का मामला सामने आया, जानकारी के अनुसार बच्ची सुबह आठ बजे घर से कन्या भोज के लिए निकली थी। इसके बाद वह शाम तक वापस घर नहीं लौटी, तो परिवार वालों ने मोहन नगर थाने में इसकी शिकायत की जिसके बाद बच्ची की तलाश शुरू की गई थी जिसके बाद बच्ची की लाश उसी के मोहल्ले में रहने वाले युवक की कार में मिली, बच्ची के लापता होने की जानकारी मिलने के बाद जांच में जुटी मोहन नगर पुलिस ने रात में कार से बच्ची की लाश बरामद की और पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया जिसके बाद पता चला की हत्या से पहले बच्ची के साथ दुष्कर्म भी किया गया था,
बच्ची की हत्या से आक्रोशित परिजनों और मोहल्ले के लोगों ने आरोपी की जमकर पिटाई की और सोमवार सुबह से जमकर हंगामा और चक्काजाम कर दिया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प भी हुई।
अंबिकापुर: बलरामपुर जिले में पदस्थ पुलिस आरक्षक आशीष तिर्की के अंबिकापुर स्थित निवास से चोरों ने सोने चांदी के जेवरात समेत एके 47 राइफल और 90 जिंदा कारतूस चोरी कर लिए । आरक्षक ने घटना से जुड़ी जो जानकारी दी है, उससे पुलिस को थोड़ा संदेह है। घटना को चोरी मानकर ही जांच की जा रही है। पूरे प्रकरण में आरक्षक की लापरवाही भी सामने आई है।
पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। काफी खोजबीन और जांच के बाद भी कुछ पता नहीं चलने पर देर रात गांधीनगर थाने में घटना प्राथमिकी की गई है। आशीष तिर्की के स्वजन की माने तो घर का ताला बंद कर उन्होंने चाबी रसोई घर के फ्रीज में रख दी थी। रसोई घर का दरवाजा बाहर खुलता है। रसोई घर में ताला लगाकर वे चले गए थे। घटनास्थल के अवलोकन के बाद उन्होंने आशंका जताई है कि चोरों ने रसोई घर के दरवाजे का ताला तोड़ा, फ्रीज से चाबी निकाली और घर में घुसकर चोरी की। चोरी के बाद तालों को वापस बंद कर चाबी को फ्रीज में रख दिया और भाग निकले।
छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने एक अहम फैसले में पति द्वारा पत्नी के कौमार्य परीक्षण (वर्जिटिनी टेस्ट) की मांग को असंवैधानिक ठहराते हुए याचिका खारिज कर दी है। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि इस तरह की मांग न केवल महिलाओं की गरिमा के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि संविधान के अनुच्छेद 21 के भी विपरीत है।
रायगढ़ के पारिवारिक न्यायालय में जुलाई 2024 को दर्ज मामले में पत्नी ने ₹20,000 प्रतिमाह अंतरिम भरण-पोषण की मांग की थी। दोनों की शादी 30 अप्रैल 2023 को हिंदू रीति-रिवाजों से हुई थी, लेकिन जल्द ही संबंधों में दरार आ गई।
पत्नी ने पति को बताया नपुंसक
पत्नी ने अपने पति पर नपुंसकता का आरोप लगाया, जबकि पति ने प्रत्यारोपण करते हुए पत्नी के अपने बहनोई से अवैध संबंध होने की बात कही और उसके कौमार्य परीक्षण की मांग की।
पति की इस याचिका को पारिवारिक न्यायालय ने खारिज कर दिया, जिसके खिलाफ उसने हाई कोर्ट में अपील दायर की। न्यायमूर्ति अरविंद कुमार वर्मा की बेंच ने क्रिमिनल रिवीजन की सुनवाई के दौरान इस पर गंभीर टिप्पणी की।
कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि कौमार्य परीक्षण असंवैधानिक है और महिला की गरिमा के अधिकार का उल्लंघन करता है। यह संविधान के अनुच्छेद 21 (जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार) का उल्लंघन है।
कोर्ट ने आगे कहा- अगर पति खुद पर लगे आरोपों को गलत साबित करना चाहता है, तो वह खुद का मेडिकल परीक्षण करा सकता है, लेकिन पत्नी पर ऐसा आरोप थोपना अवैध है।
निचली अदालत काे माना सही
हाई कोर्ट ने पारिवारिक न्यायालय के फैसले को सही ठहराते हुए पुनरीक्षण याचिका को खारिज कर दिया और कहा कि पत्नी के मौलिक अधिकारों की रक्षा करना सर्वोपरि है। कोर्ट ने दोहराया कि व्यक्तिगत स्वतंत्रता और गरिमा संविधान द्वारा संरक्षित अधिकार हैं, जिन्हें छीना नहीं जा सकता।
दो फैसलों का दिया हवाला
कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाई कोर्ट के दो फैसलों का हवाला दिया। जिसमें राज्य बनाम शैलेन्द्र कुमार राय (2022) 14 एससीसी 299 शामिल था, जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने टू फिंगर टेस्ट को अवैध और पीड़िता के अधिकारों के खिलाफ बताया था।
Sunny Leone: बॉलीवुड की खूबसूरत अदाकारा सनी लियोनी आज किसी पहचान की मोहताज नहीं है। उनके आइटम सांग हिंदी फिल्मों की जान होते हैं। वहीं, सनी अपने फोटोशूट्स की वजह से भी आए दिन लाइमलाइट में रहती हैं। वैसे तो मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो सनी लियोनी की नेटवर्थ 115 करोड़ रुपये की हैं। लेकिन अब छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांशी ‘महातारी वंदन योजना’ ने ‘निर्धन सनी लियोन’ के ‘मुफलिसी भरे जीवन’ में बड़ा परिवर्तन ला दिया है। ख़बरों की माने तो वे सरकार की इस योजना के तहत वे हर महीने 1,000 ले रही हैं। छत्तीसगढ़ सरकार की हजार रुपये की यह राशि सनी के ‘दरिद्रता’ को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
जी हाँ, यह बात सच हैं कि बीते विधानसभा चुनाव में ‘महातारी वंदन योजना’ की घोषणा बीजेपी के लिए गेम चेंजर साबित हुई थीं। इस योजना की घोषणा ने ही राज्य में कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार को हटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। लेकिन, आपको जानकर हैरानी होगी कि विष्णुदेव साय सरकार की इस ‘क्रांतिकारी योजना’ से न सिर्फ छत्तीसगढ़ की गरीब महिलाओं को आर्थिक सशक्तता मिल रही हैं, बल्कि बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री ‘सनी लियोनी’ भी इसका फायदा उठाकर ‘निर्धनता’ से ‘ऊपर’ आ रही हैं।
मामला बस्तर जिले का
चौंकिए मत! एक्ट्रेस सनी लियोनी के ज़िंदगी में ऐसा कुछ नहीं हुआ कि उन्हें ‘सरकारी योजनाओं’ का लाभ उठाकर अपना जीवनयापन करना पड़ रहा हैं। दरअसल, यहां एक शख्स ने अभिनेत्री सनी लियोनी के नाम पर ‘महातारी वंदन योजना’ में फर्जी अकाउंट खुलवा लिया। इतना ही नहीं सरकार उसके खाते में इस योजना का 1,000 हर महीने जमा भी कर रही हैं। मामला, राज्य के बस्तर जिले के तालुर गांव का बताया जा रहा है। सनी लियोनी के नाम पर पैसा हड़पने वाले इस कथित शख्स का नाम वीरेंद्र जोशी बताया जा रहा है। इस फर्जीवाड़े में वीरेंद्र के खिलाफ शिकायत दर्ज हो चुकी हैं। वहीं मामले में दोषी अधिकारियों की जांच की जा रही है।
जांच के आदेश
इस मामले में दोषी के खिलाफ एफआईआर हो चुकी हैं और उससे प्राप्त राशि वसूलने की तैयारी की जा रही है। जिला कलेक्टर हरीश एस ने जांच के निर्देश देते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग को योजना की राशि वसूलने के लिए बैंक खाते को जब्त करने के आदेश भी दिए हैं।
छत्तीसगढ़। गरियाबंद की जेल में कैद वन अतिक्रमण के आरोपी की मौत के बाद आदिवासी समाज में आक्रोश है। इसके चलते आदिवासियों ने नेशनल हाइवे 130-सी जाम कर दिया। साथ ही तिरंगा चौक पर सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के लोगों ने मृतक के परिजनों के साथ मिलकर प्रदर्शन किया। इस दौरान आक्रोशित लोगों ने वन अफसरों का पुतला भी फूंका।
बता दें कि आरोपी की मौत के बाद बौखलाए समाजजनों ने वन विभाग के अफसरों पर कार्रवाई के अलावा मृतक के परिजनों को 1 करोड़ रुपए का मुआवजा देने की भी मांग की। दरअसल, 28 अगस्त को गरियाबंद परिक्षेत्र के अफसरों ने झितरीडूमर के भोजराम ध्रुव के खिलाफ वन अतिक्रमण की कार्रवाई कर जेल भेज दिया था। गिरफ्तारी के दूसरे दिन उसकी तबीयत बिगड़ गई थी। युवक की बिगड़ती तबीयत को देखते हुए आरोपी को रायपुर सेंट्रल जेल शिफ्ट कर मेकाहारा में उपचार कराया जा रहा था, लेकिन दोपहर को उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि भोजराम को बीमार हालत में कार्रवाई की गई थी। प्रशासन की समझाइश के बाद भी आक्रोश शांत होता नहीं दिख रहा है।
सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष लोकेश्वरी नेताम का कहना हैं कि युवक की मौत को लेकर आदिवासी समाज में गहरा आक्रोश है। वहीं लोगों का कहना हैं मृतक के परिजनों को जल्दी नौकरी और मुआवजा दिया जाए। फिलहाल पुलिस ने समझाइश देकर मामला शांत किया करवाया है।