डिंडोरी| डिंडोरी जिले के आदिवासी आज भी गंदा पानी पीने को मजबूर हैं. ग्रामीणों का कहना है कि पानी की समस्या को लेकर उन्होंने कई बार अधिकारियों से गुहार लगाई, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकला,
डिंडोरी जिला मुख्यालय से करीब 85 किलोमीटर दूर करंजिया विकासखंड के चौरा दादर ग्राम पंचायत के बैराग टोला के बैगा आदिवासी आज भी स्वच्छ जल से वंचित हैं. लगभग 1200 की आबादी वाले इस गांव में नल जल योजना अब तक शुरू नहीं हो पाई है.
ग्रामीणों के अनुसार, उनके क्षेत्र में पांच हैंडपंप हैं, लेकिन उनमें से किसान टोला के हैंडपंप से फ्लोराइड युक्त बदबूदार पानी निकलता है, जिसे पीने से स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ता है. गांव के लोग जल संकट से इतने परेशान हैं कि वे करीब एक किलोमीटर दूर जंगल में स्थित एक गड्ढे का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं. इस पानी की गुणवत्ता इतनी खराब है कि उसे जानवर भी पीने से कतराते हैं. बावजूद इसके, ग्रामीणों को इसी पानी पर निर्भर रहना पड़ता है.