नई दिल्ली : पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले को एक हफ़्ता बीत चूका है, और उस हमले के तार पाकिस्तान से जुड़ने के बाद पहलगाम हमले के गुनहगारों को सजा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन लेने के लिए तीनो ( जल, थल, वायु ) सेना को खुली छूट दे दी है|

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से सेना को हरी झंडी मिलने के बाद पाकिस्तान में खलबली मच गई है पाक मिडिया में इसी मुद्दे को लेकर चर्चा तेज हो गई है कि भारत किसी भी समय पाकिस्तान पर हमला बोल सकता है,

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले में 28 लोगों की मौत हुई थी जिसमे 2 विदेशी और 2 स्थानीय नागरिक शामिल थे, ये आतंकी हमला 2019 में हुए पुलवामा के बाद का बड़ा हमला है उसका बदला भारत ने एयर स्ट्राइक के माध्यम से लिया था लेकिन इस बार ऐसा नहीं करेंगे क्योकि पाकिस्तान इसके लिए तैयार है, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस अनिल चौहान, एनएसए अजित डोभाल और तीनों सेनाओं के प्रमुखों से वे लगातार अपडेट ले रहे हैं. बैठकें कर रहे हैं और आतंकी हमले के गुनहगारों को सजा देने के लिए रणनीति तैयार कर रहे है|

सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई गई जिसमे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस अनिल चौहान, एनएसए अजित डोभाल और तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद थे करीब ढाई घंटे चली इस मीटिंग में आतंकवाद के खिलाफ सख्त एक्शन लेने पर चर्चा हुई |

दिल्ली : 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को अमेरिका से एनआईए की 7 सदस्यीय टीम लेकर दिल्ली आ चुकी है। अब तहव्वुर राणा का मेडिकल कराया जाएगा और फिर एनआईए उसे कोर्ट में पेश करेगी। राणा को अमेरिका से भारत लाए जाने के बाद ग्रीन कॉरिडोर बना कर तिहाड़ जेल के उच्च सुरक्षा वाले वार्ड में रखा जा सकता है।

बताया जा रहा है कि तहव्वुर राणा ने अपनी कंसल्टेंसी फर्म्स में डेविड हेडली को भी नौकरी दी। इसी फर्म की मुंबई शाखा के काम के लिए डेविड हेडली मुंबई आया था और यहां लश्कर-ए-तयैबा के आतंकी हमलों की तैयारी के लिए मुंबई में ताज महल होटल और छत्रपति शिवाजी टर्मिनस जैसी प्रमुख जगहों की रेकी की थी। तहव्वुर राणा ने कंसल्टेंसी फर्म की आड़ में ही डेविड हेडली से रेकी का पूरा काम कराया। साल 2008 में मुंबई में पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने घुसकर शहरभर में हमले किए थे। इन बर्बर हमलों में छह अमेरिकी नागरिकों और कुछ यहूदियों समेत 166 लोग मारे गए थे।

नई दिल्ली: संसद में असदुद्दीन ओवैसी का वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ उग्र रूप देखा गया। भरे सदन में असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ बिल की कॉपी फाड़ दी। हालांकि भारतीय जनता पार्टी के सांसदों ने भी ओवैसी को इसका जवाब दिया। वक्फ संशोधन विधेयक पर संयुक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने सदन में ही ओवैसी के हरकत को असंवैधानिक करार दिया।

जगदंबिका पाल ने बुधवार को एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर विधेयक की प्रति फाड़ने के लिए निशाना साधते हुए कहा- ‘असदुद्दीन ओवैसी विधेयक को असंवैधानिक कहते हैं, लेकिन उन्होंने विधेयक को फाड़कर असंवैधानिक काम किया है। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि उन्होंने किस लिए विधेयक फाड़ा है

ओवैसी ने कहा ये बिल मुसलमानों पर हमला है। मोदी सरकार ने मेरी आजादी पर जंग छेड़ दी है। मेरी मस्जिदें, मेरी दरगाहें, मेरे मदरसे निशाने पर हैं। ये सरकार सच नहीं बता रही है। ये बिल अनुच्छेद 14- समान संरक्षण का उल्लंघन करता है। सीमाएं लगाई जाएंगी। ऐसा करने से अतिक्रमणकारी मालिक बन जाएगा और एक गैर-मुस्लिम वक्फ बोर्ड का प्रशासन करेगा। ये बिल समानता कानून का भी उल्लंघन करता है।

कांग्रेस सांसद और नेता विपक्ष राहुल गांधी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि वो जब भी सदन में कुछ भी बोलने के लिए खड़े होते हैं तो उनको बोलने नहीं दिया जाता है। उन्होंने ये बात तब कही, जब सदन में राहुल बोलने के लिए खड़े हुए थे और कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया था। 

राहुल ने क्या आरोप लगाया?

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में राहुल गांधी को नियमों का पालन करने की नसीहत दी थी। इस नसीहत पर राहुल गांधी कुछ बोलना चाहते थे इसलिए वो खड़े हुए थे, तभी सदन की कार्यवाही ही स्थगित कर दी गई।

सूत्रों के मुताबिक, सदन के अंदर राहुल गांधी अपनी बात नहीं बोल पाए थे। इसके बाद राहुल ने बाहर आकर मीडिया से बात की और कहा कि उन्हें बोलने नहीं दिया गया।

इससे पहले ओम बिरला ने राहुल गांधी को सदन के आचरण और मर्यादा का पालन करने के लिए कहा था। उन्होंने कहा था कि ऐसी कुछ घटनाएं आई है जो कि सदन के लिहाज से ठीक नहीं थी, लिहाजा सदन की गरिमा का पलन करें।

 

क्या बोले थे ओम बिरला?

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा था, “आप सभी से अपेक्षा की जाती है कि आप सदन में सदन की मर्यादा और शालीनता की उच्च मानदंडों को बनाए रखें। सदन में मेरे संज्ञान में ऐसी कई घटना है, यह सदस्य और उनके आचरण, सदन की उच्च परंपरा के अनुरूप नहीं है।”

उन्होंने आगे कहा था, “इस सदन में पिता-पुत्री, मां-बेटी और पति-पत्नी सदस्य रहे हैं। इस परिपेक्ष में मेरी नेता प्रतिपक्ष से यह अपेक्षा है कि लोकसभा प्रक्रिया का 349 के तहत सदन में आचरण और व्यवहार करें।”

NEW DELHI: दिल्ली की राजनीति में आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए लोकसभा चुनाव 2024 किसी बड़े झटके से कम नहीं रहा। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली इस पार्टी के लगभग सभी बड़े चेहरे चुनाव हार गए, लेकिन एकमात्र आतिशी मार्लेना ही जीतने में सफल रहीं। उनके जीतते ही उनका डांस वीडियो वायरल हो गया, जिससे सियासी गलियारों में कई तरह की अटकलें लगाई जाने लगीं।

क्या आतिशी जीत गईं या जिताई गईं

इस चुनाव में AAP के कई दिग्गजों को करारी हार का सामना करना पड़ा। ऐसे में सिर्फ आतिशी की जीत पर सवाल उठना लाजमी है। क्या ये महज़ संयोग है कि पार्टी के सारे बड़े नेता हारे, लेकिन आतिशी जीत गईं? या फिर उन्हें किसी खास रणनीति के तहत जिताया गया?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उनकी जीत के पीछे कई कारक हो सकते हैं—चुनावी गणित, विपक्षी रणनीति की कमजोरी या फिर कुछ अंदरूनी समीकरण।

डांस पर सियासत क्यों ?

आतिशी की जीत के बाद उनका जश्न मनाना स्वाभाविक था, लेकिन जैसे ही उनका डांस वीडियो सामने आया, सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई। कुछ लोगों ने इसे उनकी खुशी का इजहार बताया, तो कुछ ने इसे AAP के अंदरूनी समीकरणों से जोड़ दिया। सवाल यह भी उठ रहा है कि जब पूरी पार्टी हार से जूझ रही है, तो क्या एक वरिष्ठ नेता का इस तरह से जश्न मनाना सही था? क्या ये संकेत है कि पार्टी में नया नेतृत्व उभर रहा है?

क्या AAP का हाल शिवसेना और NCP जैसा होगा ?

शिवसेना और NCP में हाल ही में जो कुछ हुआ, उसे देखकर कई लोग AAP के भविष्य को लेकर भी आशंका जता रहे हैं। दोनों पार्टियां नेतृत्व संघर्ष और बगावत का शिकार हुईं, जिससे उनकी राजनीतिक पकड़ कमजोर हो गई।
अब सवाल उठता है कि क्या AAP भी इसी रास्ते पर जा रही है?

– आतिशी जैसी नई पीढ़ी के नेता उभर रहे हैं।
– पार्टी के अंदर नेतृत्व को लेकर मतभेद बढ़ सकते हैं।

अगर आतिशी जैसी नेता पार्टी में मजबूत होती हैं और पुराने नेताओं को पीछे छोड़ती हैं, तो पार्टी में अंदरूनी कलह हो सकती है। अगर पार्टी के भीतर असंतोष बढ़ा, तो इसका असर AAP के भविष्य पर पड़ सकता है।

AAP के सामने क्या हैं चुनौतियां

1. आंतरिक कलह: हार के बाद पार्टी के भीतर गुटबाजी बढ़ सकती है।
2. विश्वसनीयता का संकट: जनता में यह संदेश जा सकता है कि पार्टी कमजोर हो रही है।
3. भविष्य की रणनीति: क्या पार्टी अब अपनी रणनीति बदलेगी या पुराने तरीकों पर ही चलेगी?

आतिशी की जीत AAP के लिए राहत की बात हो सकती है, लेकिन यह पार्टी के अंदर एक नई राजनीतिक लड़ाई की शुरुआत भी कर सकती है। क्या AAP शिवसेना और NCP की तरह अंदरूनी कलह का शिकार होगी या फिर एक नए नेतृत्व के साथ मजबूती से उभरेगी? यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन फिलहाल आतिशी की जीत और उनका डांस, दोनों ही दिल्ली की राजनीति में हलचल मचाने के लिए काफी हैं।

NEW DELHI: हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता और निर्देशक राज कपूर की 100वीं जयंती के उपलक्ष्य में कपूर परिवार ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से खास मुलाकात की। इस ऐतिहासिक मौके पर कपूर परिवार ने राज कपूर की फिल्मों और उनके योगदान को याद करने के लिए एक भव्य फिल्म फेस्टिवल की योजना साझा की।

रीमा जैन पर PM मोदी का मजेदार रिएक्शन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कपूर परिवार की इस मुलाकात का एक वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में राज कपूर की बेटी
रीमा जैन, पीएम मोदी से कुछ कहने की कोशिश करती हैं। जैसे ही रीमा ने “आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी” बोलना शुरू किया, वह रुक जाती हैं। पीएम मोदी ने तुरंत फिल्मी अंदाज में उन्हें *‘कट’* बोल दिया, जिससे पूरा माहौल हंसी-मजाक में बदल गया। रीमा जैन ने यह भी बताया कि वह इस मुलाकात के लिए काफी प्रैक्टिस करके आई थीं। यह पल इतना मजेदार था कि वहां मौजूद सभी लोग, जिसमें रणबीर कपूर, करीना कपूर, नीतू कपूर, और अन्य शामिल थे, ठहाके लगाने लगे।

रणबीर कपूर ने कही दिल की बात

रणबीर कपूर ने इस दौरान पीएम मोदी को एक खास गिफ्ट भेंट किया और कहा,
“राज कपूर सिर्फ हमारे परिवार के नहीं, बल्कि पूरे देश के हैं। उनका सपना था कि कला और मनोरंजन हर किसी के दिल में पहुंचे।”
पीएम मोदी ने गिफ्ट को स्वीकार करते हुए इसे *‘पीएम म्यूजियम’* में रखने की बात कही।

राज कपूर की विरासत का सम्मान

कपूर परिवार ने इस खास अवसर पर पीएम मोदी को *राज कपूर और उनके सिनेमा से जुड़ी कई अनमोल यादें और उपहार* भेंट किए। परिवार ने बताया कि यह फिल्म फेस्टिवल भारतीय सिनेमा में राज कपूर के योगदान को एक नया सम्मान देने के लिए आयोजित किया जा रहा है।

करीना कपूर की पोस्ट ने खींचा ध्यान

करीना कपूर खान ने इस मुलाकात की तस्वीरें अपने इंस्टाग्राम पर शेयर कीं, जिसमें कपूर परिवार और पीएम मोदी को बातचीत करते हुए देखा जा सकता है। उन्होंने कैप्शन में लिखा:
“राज कपूर जी की 100वीं जयंती पर उनकी विरासत को आगे बढ़ाने का प्रयास। इस खास मौके को हमारे प्रधानमंत्री के साथ साझा करना गर्व की बात है।”

फिल्म फेस्टिवल की योजना

राज कपूर की 100वीं जयंती पर आयोजित होने वाला यह फिल्म फेस्टिवल, उनके जीवन, फिल्मों और कला के प्रति उनके समर्पण को सम्मानित करेगा। इस आयोजन में उनकी क्लासिक फिल्मों का प्रदर्शन और उनकी अनमोल यादों को साझा किया जाएगा।

यह मुलाकात कपूर परिवार और प्रधानमंत्री मोदी के बीच न सिर्फ एक औपचारिक मौका थी, बल्कि भारतीय सिनेमा और राज कपूर के योगदान के प्रति गर्व और सम्मान का प्रतीक भी। पीएम मोदी का हल्का-फुल्का अंदाज और कपूर परिवार की आत्मीयता ने इस मुलाकात को और भी यादगार बना दिया।

NEW DELHI: मशहूर यूपीएससी कोच और सोशल मीडिया पर लोकप्रिय टीचर अवध ओझा ने आम आदमी पार्टी (AAP) का दामन थाम लिया है।

कौन हैं अवध ओझा?

अवध ओझा उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के रहने वाले हैं । वे अपनी अनोखी और रोचक पढ़ाने की शैली के लिए प्रसिद्ध हैं । ओझा सर के नाम से लोकप्रिय, उनके पढ़ाने के वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल होते हैं और लाखों छात्र उनसे प्रेरणा लेते हैं।

केजरीवाल का बयान

अरविंद केजरीवाल ने अवध ओझा के पार्टी में शामिल होने पर कहा:
“ओझा सर का अनुभव केवल पार्टी को नहीं, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र को भी बड़ा लाभ पहुंचाएगा। उनकी शिक्षण पद्धति और सोच हमारे एजुकेशन मॉडल को और मजबूत करेगी।”

दिल्ली से लड़ सकते है चुनाव

सूत्रों के मुताबिक, अवध ओझा को दिल्ली विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया जा सकता है। हालांकि, सीट को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। इस बारे में जब उनसे सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा,
“मैं पार्टी के निर्देशों का पालन करूंगा। चुनाव लड़ने को लेकर जो भी फैसला लिया जाएगा, वह पार्टी की रणनीति पर निर्भर करेगा।”

राजनीतिक पारी की शुरुआत

अवध ओझा के AAP में शामिल होने के बाद उनकी राजनीति में सक्रिय भूमिका तय मानी जा रही है। उनके आने से पार्टी को न केवल शिक्षण क्षेत्र में मजबूती मिलेगी, बल्कि चुनावी समीकरणों पर भी असर पड़ सकता है।

अवध ओझा का आम आदमी पार्टी में शामिल होना शिक्षा और राजनीति के संगम का संकेत है। उनकी लोकप्रियता और विचारधारा दिल्ली चुनाव में AAP के लिए एक मजबूत रणनीतिक कदम साबित हो सकती है।

NEW DELHI:  केंद्र सरकार ने पैन कार्ड को अपग्रेड करने के लिए PAN 2.0 प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। अब पैन कार्ड QR कोड के साथ जारी किए जाएंगे। यह कदम डिजिटल इंडिया अभियान के तहत पैन कार्ड को अधिक सुरक्षित और उपयोगी बनाने के लिए उठाया गया है।

पुराने पैन कार्ड का क्या होगा?

सरकार ने स्पष्ट किया है कि पुराने पैन कार्ड धारकों को QR कोड वाला नया पैन कार्ड प्राप्त करने के लिए दोबारा आवेदन करना पड़ सकता है। इसके लिए मामूली शुल्क लिया जाएगा। वहीं, जिनके पास अभी तक पैन कार्ड नहीं है, वे इसे आसानी से ऑनलाइन या ऑफलाइन बनवा सकते हैं।

पैन कार्ड का महत्व

पैन (Permanent Account Number) एक 10-अंकों का यूनिक नंबर है, जिसे आयकर विभाग जारी करता है। यह वित्तीय लेन-देन जैसे टैक्स भरने, बैंक खाता खोलने और संपत्ति खरीदने में आवश्यक होता है।

PAN 2.0 क्यों जरूरी है?

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि PAN 2.0 प्रोजेक्ट सरकार की ई-गवर्नेंस पहल का हिस्सा है। यह पैन कार्ड को आधुनिक और अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाएगा। मौजूदा पैन सॉफ्टवेयर 15-20 साल पुराने हैं, जिन्हें अपग्रेड करने की आवश्यकता है।

नए पैन कार्ड की विशेषताएं

नए पैन कार्ड में QR कोड जैसी विशेषताएं होंगी, जो उपयोगकर्ताओं को बेहतर डिजिटल अनुभव प्रदान करेंगी। QR कोड के जरिए कार्ड की जानकारी को तुरंत सत्यापित किया जा सकेगा।

कैसे बनवाएं पैन कार्ड?

1. फिजिकल पैन कार्ड:
– नजदीकी PayNearby या अन्य अधिकृत रिटेल स्टोर से आवेदन कर सकते हैं।
– आवेदन शुल्क लगभग 100 रुपये होगा।
2. डिजिटल पैन कार्ड:
– आयकर विभाग की ई-फाइलिंग वेबसाइट पर जाकर Instant e-PAN के लिए मुफ्त आवेदन किया जा सकता है।
– इसके लिए आधार कार्ड का मोबाइल नंबर से लिंक होना अनिवार्य है।

फ्री पैन कार्ड का लाभ:

फ्री e-PAN का लाभ केवल वही व्यक्ति उठा सकते हैं, जिनके पास पहले से पैन कार्ड नहीं है। यदि कार्ड खो गया है या क्षतिग्रस्त हो गया है, तो पुनः बनवाने पर शुल्क देना होगा।

निष्कर्ष:

PAN 2.0 प्रोजेक्ट न केवल पैन कार्ड को डिजिटल इंडिया अभियान के अनुरूप बनाएगा, बल्कि टैक्सपेयर के लिए प्रक्रिया को सरल और सुरक्षित भी करेगा।

NEW DELHI: भारत के संविधान की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और देश के कई प्रमुख नेताओं ने संविधान दिवस पर शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर भारतीय संविधान को देश की ताकत और जीवनरेखा बताते हुए कहा कि यह हमारे अधिकारों और कर्तव्यों की गारंटी देता है।

पीएम मोदी का संदेश

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक विशेष वीडियो साझा करते हुए लिखा, “सभी देशवासियों को भारतीय संविधान की 75वीं वर्षगांठ के पावन अवसर पर संविधान दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।” करीब डेढ़ मिनट के इस वीडियो में उन्होंने संविधान की शक्ति पर जोर देते हुए कहा, “हमारा संविधान हमारी ताकत है। यह हमें एक मजबूत और समृद्ध राष्ट्र बनाने की दिशा में मार्गदर्शन देता है।”

खड़गे और अन्य नेताओं ने भी दिया संदेश

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी संविधान दिवस के मौके पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और संविधान निर्माताओं को याद करते हुए कहा कि यह दिवस हमें उनके योगदान का सम्मान करने और उनके सिद्धांतों पर चलने की प्रेरणा देता है।

संविधान दिवस का महत्व

भारत में संविधान दिवस हर साल 26 नवंबर को मनाया जाता है। यह वह दिन है जब 1949 में भारतीय संविधान सभा ने देश के संविधान को अंगीकृत किया था। संविधान ने भारत को एक लोकतांत्रिक, गणराज्य और धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र बनाने की नींव रखी।

कार्यक्रम और आयोजन

इस खास अवसर पर पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। संसद भवन में विशेष सत्र का आयोजन हुआ, जिसमें राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, और विपक्षी नेताओं ने हिस्सा लिया। स्कूलों, कॉलेजों और सरकारी संस्थानों में संविधान से जुड़े भाषण, निबंध और वाद-विवाद प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं।

संविधान दिवस पर संदेश

इस वर्ष का संविधान दिवस विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह संविधान की 75वीं वर्षगांठ है। यह अवसर न केवल संविधान निर्माताओं के योगदान को याद करने का है, बल्कि इस बात पर विचार करने का भी है कि संविधान हमारे राष्ट्रीय जीवन में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

NEW DELHI: दिल्ली में पॉल्यूशन (Delhi Air Pollution ) की समस्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है । प्रदूषण का लेवल बेहद खतरनाक लेवल पर बना हुआ है । मंगलवार की सुबह दिल्ली के कई इलाकों में AQI को 500 से ऊपर रिकॉर्ड किया गया । दिल्ली में आज इस सीजन की अब तक की सबसे खराब हवा रही ।

सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 11वी और 12वी की क्लासेस ऑनलाइन चलाने का भी आदेश दिया गया था । 10वी तक के स्कूल पहले ही ऑनलाइन कर दिए गए थे । इसके साथ ही कॉलेज की क्लासेस DU और JNU में 4 दिन वर्चुअल मोड पर चलेगी ।

दिल्ली में बच्चों,बुजुर्गों,सांस और दिल के मरीजों,पुरानी बीमारियों से पीड़ितों को घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है । बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने 18 नवंबर से दिल्ली-NCR में बदला हुआ ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का चौथा फेज लागू कर दिया है ।

सुप्रीम कोर्ट ने दी ज़रूरी हिदायत

सुप्रीम कोर्ट ने अपने स्टाफ के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है । सुप्रीम कोर्ट ने कहा की दिल्ली-NCR रीजन में सरकारों को निर्देश दिया की प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए स्कूल बंद किए जाए । AQI का लेवल कम करने के लिए ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) स्टेज 3 और स्टेज 4 के सभी जरूरी प्रतिबंध लागू किए जाएं । हिदायत देते हुए कहा गया है की कोर्ट की इजाज़त के बगैर GRAP स्टेज 4 के प्रतिबंध नहीं हटेंगे । भले ही AQI 300 से नीचे ही क्यों ना आ जाए ।

यह है दिल्ली में प्रदूषण के प्रमुख कारण

– दिल्ली में प्रदूषण का प्रमुख कारण आसपास के राज्यों में पराली जलाना है । पंजाब में ही हर साल 70 से 80 लाख मीट्रिक टन पराली जलाई जाती है ।
हरियाणा,यूपी और एमपी में भी यह ट्रेंड दिखता है । इसी वजह से सर्दियों में ये प्रदुषण की सबसे बड़ी वजह बनती है ।

– गाड़ियों से होने वाला प्रदूषण भी दूसरी बड़ी वजह है । इससे दिल्ली में 12% प्रदूषण बढ़ा है । 2023-24 के इकोनॉमिकल सर्वे के मुताबिक,दिल्ली में 80 लाख के करीब गाड़ियां हैं । यह वाहन न सिर्फ हानिकारक गैसों का उत्सर्जन करते हैं बल्कि यह धूल से होने वाले प्रदूषण की भी वजह बनते हैं।

– फैक्ट्रियों से निकलने वाले केमिकल्स दिल्ली में प्रदूषण की तीसरी सबसे बड़ी वजह फैक्ट्रियां हैं । दिल्ली और इसके आसपास मौजूद इंडस्ट्री से PM 2.5 और PM 10 का उत्सर्जन होता है । द एनर्जी एंड रिसोर्स इंस्टीट्यूट (TERI) के मुताबिक, यह हवा में मौजूद 44% PM 2.5 और 41% PM 10 के लिए जिम्मेदार है ।

क्या है AQI

AQI एक तरह का थर्मामीटर होता है यह तापमान की जगह प्रदूषण मापने का काम करता है । इस पैमाने के जरिए हवा में मौजूद CO (कार्बन डाइऑक्साइड ), OZONE, (ओजोन) NO2 (नाइट्रोजन डाइऑक्साइड) , PM 2.5 (पार्टिकुलेट मैटर) और PM 10 पोल्यूटेंट्स की मात्रा चेक की जाती है और उसे शून्य से लेकर 500 तक रीडिंग में दर्शाया जाता है । हवा में पॉल्यूटेंट्स की मात्रा जितनी ज्यादा होगी, AQI का स्तर उतना ज्यादा होगा और जितना ज्यादा AQI,उतनी खतरनाक हवा ।