कोरोना के बाद आज शेयर मार्किट में भारी गिरावट देखने को मिली और इसका कारण है अमेरिकी की ओर से लगाए टैरिफ जिसका असर भारतीय मार्केट पर बुरी तरह से दिखाई दे रहा है. सोमवार को भारतीय शेयर बाजार 3200 अंक से ज्यादा टूट गया है. अमेरिकी टैरिफ का असर भारतीय बाजार ही नहीं बल्कि दुनियाभर के शेयर बाजारों पर दिखा है. हर जगह भारी गिरावट देखने को मिली है.
शेयर बाजार में आज सेंसेक्स 3200 अंक तक गिरकर करीब 72,000 के स्टार पर कारोबार कर रहा है निफ्टी में 900 अंक की गिरावट आई है ये 22,000 से नीचे कारोबार कर रहा है,
सेंसेक्स के सभी शेयर गिरकर कारोबार कर रहे है, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स और इंफोसिस करीब 10% टूटे है टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक और एलटी में भी 8% की गिरावट है,
रिलायंस और अडानी समूह की कई कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। परिणामस्वरूप, मुकेश अंबानी और अडानी ग्रुप की नेटवर्थ पर भी असर देखने को मिला। मंगलवार को बीएसई सेंसेक्स 78,017 के स्तर पर बंद हुआ, हालांकि दिन के कारोबार के दौरान यह 77,745 अंक तक नीचे चला गया था
रिलायंस और अडानी समूह की कई कंपनियों के शेयरों में इस दिन गिरावट दर्ज की गई
रिलायस को 12,100 करोड़ रुपये का नुकसान
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, मंगलवार को मुकेश अंबानी की संपत्ति में 1.42 अरब डॉलर यानी 12,100 करोड़ रुपये की कमी आई। इस गिरावट के बाद उनकी नेटवर्थ 91.8 अरब डॉलर पर आ गई। भारत के सबसे धनी व्यक्ति की दौलत में इस साल अब तक 1.20 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। वर्तमान में मुकेश अंबानी दुनिया के 17वें सबसे अमीर शख्स हैं।
गौतम अडानी को 16,300 करोड़ का नुकसान
अडानी ग्रुप के गौतम अडानी की संपत्ति में भी मंगलवार को कमी देखी गई। उनकी नेटवर्थ में 1.91 अरब डॉलर, यानी 16,300 करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज हुई। इसके परिणामस्वरूप, उनकी कुल संपत्ति अब 73 अरब डॉलर रह गई है। इस साल अब तक गौतम अडानी की नेटवर्थ में 5.71 अरब डॉलर की कमी आ चुकी है। वह वर्तमान में विश्व के 21वें सबसे धनी व्यक्ति हैं।
इससे पहले सेंसेक्स और निफ्टी में लगातार 7 कारोबारी दिनों में इजाफा देखने को मिला है. इस दौरान शेयर बाजार निवेशकों को 5.7 फीसदी का रिटर्न दिया है. आइए आपको बताते हैं कि आखिर बुधवार को शेयर बाजार के आंकड़े किस तरह के देखने को मिल रहे हैं,
शेयर बाजार को एक बार फिर से मंदी का पंच लगा है. जिसकी शुरुआत 25 मार्च को ही हो गई थी. इस पंच की वजह से शेयर बाजार निवेशकों को दो दिनों में करीब 6.40 लाख करोड़ रुपए डूब गए हैं. खास बात तो ये है कि मंगलवार को सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही मामूली तेजी के साथ बंद हुए थे. उसके बाद भी निवेशकों को 3.34 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ा था. वहीं बुधवार को सेंसेक्स और निफ्टी 1 फीसदी गिरावट देखने को मिल रही है. जिसकी वजह से निवेशकों को कारोबारी सत्र के दौरान करीब 3 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है,
शेयर बाजार में जिस मंदी के पंच की बात हो रही है, उसमें यूएस टैरिफ की अनिश्चितता, तेजी के बाद बिकवाली, कच्चे तेल की कीमतों में तेजी, हैविवेट शेयरों में गिरावट और डॉलर इंडेक्स में इजाफा है. ये पांचों चीजें किसी भी सूरत में भारतीय शेयर बाजार के लिए ठीक नहीं है. इससे पहले सेंसेक्स और निफ्रटी में लगातार 7 कारोबारी दिनों में इजाफा देखने को मिला है. इस दौरान शेयर बाजार निवेशकों को 5.7 फीसदी का रिटर्न दिया है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर बुधवार को शेयर बाजार के आंकड़े किस तरह के देखने को मिल रहे हैं.
सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में गिरावट देखने को मिल रही है. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक संसेक्स दोपहर तीन बजे करीब 800 अंकों की गिरावट के साथ 77,237.24 अंकों पर कारोबार कर रहा है. कारोबारी सत्र के दौरान सेंसेक्स 77,229.77 अंकों के दिन के लोअर लेवल पर भी गया. वैसे सुबह के शुरूआती सत्र में सेंसेक्स 78,021.45 अंकों के साथ ओपन हुआ था और 78,167.87 अंकों के दिन के हाई पर ओपन हुआ था. खास बात मंगलवार कों सेंसेक्स 33 अंकों की तेजी साथ बंद हुआ था. वहीं दूसरी ओर निफ्टी में भी बड़ी गिरावट देखने को मिल रही हे. आंकड़ों के अनुसार निफ्टी 205 अंकों की गिरावट कारोबार कर रहा है. दोपहर 3 बजे निफ्टी 23,463.65 अंकों पर देखने को मिला. खास बात तो ये है कि 23,700.95 अंकों पर ओपन हुआ था. कारोबारी सत्र के दौरान निफ्टी 23,451.70 अंकों दिन के लोअर लेवल पर भी गया. इससे पहले लगातार 7 कारोबारी दिनों में निफ्टी 5.7 फीसदी की तेज देखने को मिली है
निवेशकों को मोटा नुकसान
इस दौरान निवेशकों को भी मोटा नुकसान हुआ है. आंकड़ों को देखें तो बीएसई का मार्केट कैप निवेशकों की कमाई से जुड़ा हुआ होता है. एक दिन पहले बीएसई का मार्केट कैप 4,14,94,992.3 करोड़ रुपए था. जो बुधवार को कारोबारी सत्र के दौरान गिरकर 4,11,88,539.61 करोड़ रुपए हो गया. इसका मतलब है कि बीएसई के मार्केट कैप 3 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा साफ हो गए. वहीं दूसरी ओर 24 मार्च को बीएसई का मार्केट कैप 4,18,29,351.91 करोड़ रुपए था, जिसमें अब तक 6.40 लाख करोड़ रुपए की गिरावट देखने को मिल चुकी है.
शेयर बाजार के गिरने के 5 कारण
अमेरिकी टैरिफ पर अनिश्चितता
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन के तहत संभावित अमेरिकी टैरिफ को लेकर निवेशक सतर्क हैं. जबकि रिपोर्ट के अनुसार सभी प्रस्तावित टैरिफ 2 अप्रैल की समयसीमा तक प्रभावी नहीं होंगे, लेकिन स्पष्टता की कमी ने वैश्विक बाजार में अस्थिरता को बढ़ावा दिया है. ट्रेड टेंशन में कोई भी ग्रोथ भारतीय निर्यात को प्रभावित कर सकती है, विशेष रूप से आईटी और फार्मास्यूटिकल्स जैसे क्षेत्रों में, जिनका अमेरिकी बाजार में काफी बड़ा रिस्क देखने को मिल रहा है|
दिग्गज शेयरों में गिरावट
बैंकिंग, फाइनेंस और आईटी सेक्टर के शेयरों ने बाजार पर दबाव डाला. एचडीएफसी बैंक, इंफोसिस, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, बजाज फाइनेंस और आईसीआईसीआई बैंक ने मिलकर सेंसेक्स में 440 अंकों की गिरावट में योगदान दिया. ग्लोबल ब्रोडर आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण आईटी शेयरों पर दबाव बना रहा.
डॉलर इंडेक्स और यूएस ट्रेजरी यील्ड में उछाल
यूएस डॉलर इंडेक्स, जो छह प्रमुख करेंसीज के मुकाबले डॉलर को ट्रैक करता है, 103 के लेवल पर कुछ समय तक गिरने के बाद 0.12 फीसदी बढ़कर 104.31 पर पहुंच गया. मजबूत डॉलर आमतौर पर भारत जैसे उभरते बाजारों से विदेशी फंड के बाहर निकलने की ओर ले जाता है, जिससे बाजार में कमजोरी बढ़ती है. इस बीच, यूएस 10 साल ट्रेजरी यील्ड पिछले शुक्रवार को 4.25 फीसदी से बढ़कर 4.32 फीसदी हो गई. हाई बॉन्ड यील्ड निवेशकों के लिए यूएस असेट्स को अधिक आकर्षक बनाती है, जिससे उभरते बाजारों से ग्लोबल कैपिटल का पलायन होता है और भारतीय इक्विटी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है.
Stocks To Buy: नए साल में आप अगर कुछ अच्छे शेयर में निवेश करना चाहते है तो रेलिगेयर ब्रोकिंग ने 6 शेयरों की सूची दी है जिसमें आप इन्वेस्ट करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। 2025 को लेकर रेलिगेयर ब्रोकिंग ने कहा कि बाजार के उतारचढ़ाव से बचने के लिए ठोस स्टॉक, मजबूत बैलेंस शीट और ग्रोथ पोटेंशियल शेयरों में इन्वेस्ट करना फायदेमंद होगा।
2025 में इन 6 शेयरों में करें इन्वेस्ट (Stocks To Buy In 2025)
1. एलआईसी- भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC Share Price) 2. एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank Share Price) लिमिटेड 3. संवर्धन मदरसन इंटरनेशनल लिमिटेड (Samvardhana Motherson Share Price) 4. डीएलएफ लिमिटेड (DLF Share Price) 5. सेंको गोल्ड (Senco Gold Share Price) लिमिटेड 6.अमर राजा एनर्जी एंड मोबिलिटी लिमिटेड (Amar Raja Energy Share Price)
HDFC Bank के शेयर पर क्या कहते हैं ब्रोकरेज?
रेलिगेयर ब्रोकिंग के मुताबिक, एचडीएफसी के क्रेडिट-टू-डिपॉजिट (CD) रेश्यो में गिरावट देखी गई है, जो 108.4 प्रतिशत के हाई लेवल पर पहुंच गया है। वहीं, बैंक के कारोबारी साल 2025 की दूसरी तिमाही में सीडी रेश्यो गिरकर 100.7 प्रतिशत होने की संभावना है। रेलिगेयर ने कहा कि नए साल में बैंक का ग्रॉस एनपीए (GNPA) और शुद्ध एनपीए (NNPA) अपनी सीमा के निचले स्तर पर बनें रहने की संभावना है। ऐसे में निवेशक 2025 में एचडीएफसी बैंक के शेयरों को 1,720 रुपए से 1,810 रुपए की रेंज में खरीदकर 1,920 रुपए से 2,008 रुपए के लक्ष्य तक बेच सकते हैं।
LIC पर रेलिगेयर ब्रोकिंग का क्या कहना हैं?
रेलिगेयर ब्रोकिंग का कहना हैं कि एलआईसी भारत की लीडिंग लाइफ इंश्योरेंस कंपनी है। इस कंपनी को बीमाकर्ताओं ने नॉन- पार्टिसिपेटिंग प्रोडक्ट्स में अच्छी खासी ग्रोथ दी। ब्रोकर का कहना हैं कि ऐसे में एलआईसी प्रॉफिट को बढ़ाने और प्रोडक्ट मिक्स का विस्तार करने के लिए काम कर रही है।
अन्य शेयर पर क्या कहना हैं ब्रोकेरज का
ब्रोकर का कहना हैं कि DLF के शेयर को 800 से 850 रुपए में खरीद सकते हैं। वहीं इसका का टारगेट प्राइस 960 रुपए से 1,050 रुपए है। इसी तरह अमारा राजा का टारगेट प्राइस 1,350 रुपए से 1,440 रुपए का लक्ष्य हासिल करना है। इसी तरह रेलिगेयर का कहना हैं कि सेंको गोल्ड (Senco Gold) का टारगेट प्राइस 1200 रुपए से 1,330 रुपए है।
अस्वीकरण: शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट जोखिम भरा होता है। शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर (Financial Advisor) से सलाह जरूर लें।https://acnbharatnews.com/ किसी भी फाइनेंशियल लॉस (Financial Loss) के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे।
Yes Bank Share Price: यस बैंक शेयर के निवेशक लंबे समय से इसके अच्छे टाइम का इंतज़ार कर रहे हैं। लेकिन अभी तक वह दिन नहीं आया है, जिसका इंतज़ार इसके निवेशक कर रहे हैं। हाल ही में निफ्टी यस बैंक को F&O सेगमेंट दोबारा वापस लाया है। वहीं, अब यस बैंक अपने इन्वेस्टर्स को धीरे-धीरे रिटर्न देने लगा है। लिहाजा, एक बार फिर यस बैंक अपने इन्वेस्टर्स के फोकस में हैं। वहीं, बाजार विशेषज्ञों ने भी यस बैंक निवेशकों को अहम संकेत दिए हैं।
Yes Bank Share Price को लेकर एक्सपर्ट क्या कह रहे हैं?
शेयर बाजार के एक्सपर्ट प्रकाश गाबा यस बैंक लिमिटेड के शेयर को लेकर भविष्य में अच्छे संकेत दे रहे हैं। गाबा ने कहा कि बेस बनाने में अक्सर अधिक टाइम लगता हैं, हालांकि ऐसे स्टॉक बाद में बहुत तेजी से रैली करते नज़र आते हैं। उनका कहना हैं कि एक बार फिर यस बैंक शेयर निफ्टी पर F&O (Futures and Options) सेगमेंट में लौट आए हैं। अब यस बैंक निवेशकों को अच्छा मुनाफा दे रहा है। उन्होंने संकेत दिया कि यस बैंक के शेयर को भविष्य में पॉजिटिव सोचना चाहिए। प्रकाश गाबा ने यह भी कहा कि यस बैंक के शेयर में इस समय कंसॉलिडेशन का समय चल रहा है। कभी-कभी स्टॉक को बेस में बनाने में अधिक समय लगता है। इस समय यस बैंक के शेयर भी 30 रूपये के मजबूत चार्ट पर चल रहे हैं। ऐसे में निवेशकों को आने फ्यूचर के हिसाब से पॉजिटिव सोचना चाहिए। ऐसे में निवेशक इसके शेयर को आने वाले भविष्य के लिए होल्ड कर सकते हैं।
Yes Bank Share Price की वर्तमान स्थिति क्या है?
वर्तमान में यस बैंक के शेयर अपने निवेशकों को अच्छे संकेत दे रहा है। 3 दिसंबर, 2024 को इसके शेयर में 3.73 फीसदी की ग्रोथ देखी गई और 20.84 रुपये तक पहुंच गया। जबकि इसके अगले दिन ही यस के शेयर1.82 फीसदी बढ़कर 21.2 रुपये पर पहुंच गया। बता दें कि इस समय यस बैंक की कुल मार्केट कैप (Market Cap) 65,268 करोड़ रुपये है।
कभी निवेशकों को 68.47% रिटर्न दिया
एक समय पर यस बैंक के शेयर ने इसके निवेशकों को 68.47% रिटर्न दिया था। बता दें कि 19 अगस्त 2018 को इसके शेयरों ने 404 का ऑलटाइम छुआ था और निवेशकों को मोटी कमाई करवाई थी। लेकिन, पिछले पांच वर्षों में यस बैंक के शेयर्स में 62.79 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। यस बैंक के शेयर्स में इन पांच सालों में ऐसी गिरावट दर्ज की गई कि इसकी 90 फीसदी मार्केट वैल्यू समाप्त हो गई। हालांकि, एक्सपर्ट्स का मानना हैं कि आने वाले भविष्य में लॉन्ग टर्म के निवेशकों को अच्छा मुनाफा करवा सकता है।
अस्वीकरण:शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट जोखिम भरा होता है। शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर (Financial Advisor) से सलाह जरूर लें। https://acnbharatnews.com/ किसी भी फाइनेंशियल लॉस (Financial Loss) के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे।
Adani Share Price:अडानी समूह के शेयरों में इनदिनों लगातार उतारचढ़ाव का सिलसिला जारी है। ऐसा ही अडानी ग्रुप का एक शेयर है अडानी विल्मर लिमिटेड (Adani Wilmar Share Price), जिसमें लंबे समय से सुस्ती बनी हुई है। लेकिन बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य में अडानी समूह का यह शेयर (Adani Share Price) बेहतर रिटर्न दे सकता है।
अडानी समूह इस शेयर को लेकर इन्वेस्टर्स बेहद चिंतित भी है, क्योंकि अडानी विल्मर के शेयर में बीते दो साल में 45 फीसदी की गिरावट देखी है। वर्तमान में अडानी विल्मर शेयर की प्राइस 316.55 रूपये है। यह अडानी समूह की एफएमसीजी कंपनी है। एक समय इसने निवेशकों को मालामाल कर दिया था। 28 अप्रैल, 2022 को यह शेयर 878.35 रूपये के हाई लेवल पर पहुंच गया था। लेकिन बाद में निवेशकों को इसने चिंता में डाल दिया था। 20 नवंबर, 2023 में यह शेयर अपने सबसे निचले स्तर 285.85 रूपये पर पहुंच गया था।
अडानी विल्मर लिमिटेड (Adani Wilmar Share Price) में लंबे समय से सुस्ती बनी हुई है। चित्र: सोशल मीडिया
हालांकि, बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि अडानी ग्रुप का यह शेयर आने वाले भविष्य में निवेशकों को अच्छा मुनाफा दे सकता है। बिजेनस टूडे की एक ख़बर के अनुसार, इसका टारगेट प्राइस 410 रूपये रखा गया है। ब्रोकरेज डेवेन चोकसी रिसर्च के हवाले से अडानी विल्मर शेयर का टारगेट प्राइस 410 रूपये हो जाएगा। वहीं एसएमसी ग्लोबल को भी इस स्टॉक में 12 फीसदी की ग्रोथ के आसार है।
JSW स्टील को जोमैटो बीएसई सेंसेक्स में रिप्लेस करेगी।
Zomato के शेयर ने एक साल में जबरदस्त मुनाफा दिया है।
6 शेयरों को बीएसई 100 इंडेक्स में शामिल किया जा रहा है।
Zomato Share Price: देश की चर्चित फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो (Zomato) के शेयर हमेशा चौंकाते हैं। बीते कुछ सालों में जोमैटो (Zomato) ने अपने निवेशकों को मालामाल कर दिया है। ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि यह भविष्य में बेहतरीन रिटर्न देगी।
सोमवार को भी जोमैटो (Zomato) के शेयर ने निवेशकों (Zomato Investors) को अच्छी कमाई करवाई है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मंडे को जोमैटो (Zomato) के शेयर में 7 फीसदी की तेजी देखी गई। लिहाजा, अब इस फूड कंपनी के शेयरों की वैल्यू 282.85 पहुंच गई है। बता दें कि जोमैटो (Zomato) अब बीएसई (BSE) सेंसेक्स का भी हिस्सा होगा। वहीं, कंपनी 8500 करोड़ रुपये जुटाने वाली है। इसके लिए कंपनी के क्यूआईपी (QIP) को शेयरहोल्डर्स की अनुमति मिल गई है।
क्यों बढ़ रहे जोमैटो शेयर प्राइस (Zomato Share Price)?
जोमैटो के शेयर में 7 फीसदी की उछाल देखी गई। चित्र: सोशल मीडिया
दरअसल, सोमवार को जोमैटो शेयर प्राइस (Zomato Share Price) में जबरदस्त उछाल देखा गया है। कंपनी के शेयर 7 की उछाल देखी गई। इस तरह जोमैटो के शेयर 282.85 रुपये पर पहुंच गए हैं। जोमैटो शेयर प्राइस (Zomato Share Price) में उछाल की दो वजह सामने आ रही है। पहली वजह है कि कंपनी को 8500 करोड़ रुपये क्यूआईपी (QIP) के जरिए जुटाने की मंजूरी मिल गई है। इससे पहले फ्राइडे को जोमैटो के शेयर प्राइस 264.15 रुपये पर क्लोज हुए थे।
जोमैटो जेएसडब्ल्यू (JSW) स्टील को रिप्लेस करेगी
ऐसे में जेएसडब्ल्यू स्टील को जोमैटो बीएसई सेंसेक्स में रिप्लेस करेगी। चित्र: सोशल मीडिया
इंडेक्स रीकॉन्स्टीट्यूशन (Index Reconstitution) अधिकार के चलते जोमैटो को सेंसेक्स में शामिल किया जाएगा। ऐसे में जेएसडब्ल्यू स्टील जोमैटो बीएसई सेंसेक्स में रिप्लेस करेगी। बता दें कि जोमैटो के लिए बदलाव अगले महीने 23 दिसंबर से लागू होंगे। साथ ही 6 शेयरों को बीएसई 100 इंडेक्स में शामिल किया जा रहा है। इनमें अडानी पावर, अडानी ग्रीन एनर्जी, सुजलॉन एनर्जी, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज और संवर्धन मदरसन इंटरनेशनल जैसे शेयर शामिल हैं।
सालभर में जोमैटो ने निवेशकों को 147 फीसदी मुनाफा दिया
ऐसे में जेएसडब्ल्यू स्टील को जोमैटो बीएसई सेंसेक्स में रिप्लेस करेगी। चित्र: सोशल मीडिया
देश की चर्चित फूड कंपनी ने बीते एक साल में अपने निवेशकों को जबरदस्त मुनाफा दिया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इस एक साल में जोमैटो ने इन्वेस्टर्स को 147 फीसदी की तेजी के साथ शानदार कमाई करवाई है। जोमैटो के शेयर 28 नवंबर 2023 को 113.80 रुपये पर थे, जो आज (25 नवंबर 2024 तक) बढ़कर 282.85 रुपये पहुंच गए। लिहाजा, कंपनी के शेयरों में 147 प्रतिशत की ग्रोथ देखी गई है।
Zomato Share Price: देश की चर्चित फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो (Zomato) के शेयर हमेशा चौंकाते हैं। बीते कुछ सालों में जोमैटो (Zomato) ने अपने निवेशकों को मालामाल कर दिया है। ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि यह भविष्य में बेहतरीन रिटर्न देगी।
सोमवार को भी जोमैटो (Zomato) के शेयर ने निवेशकों (Zomato Investors) को अच्छी कमाई करवाई है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मंडे को जोमैटो (Zomato) के शेयर में 7 फीसदी की तेजी देखी गई। लिहाजा, अब इस फूड कंपनी के शेयरों की वैल्यू 282.85 पहुंच गई है। बता दें कि जोमैटो (Zomato) अब बीएसई (BSE) सेंसेक्स का भी हिस्सा होगा। वहीं, कंपनी 8500 करोड़ रुपये जुटाने वाली है। इसके लिए कंपनी के क्यूआईपी (QIP) को शेयरहोल्डर्स की अनुमति मिल गई है।
क्यों बढ़ रहे जोमैटो शेयर प्राइस (Zomato Share Price)?
जोमैटो के शेयर में 7 फीसदी की उछाल देखी गई। चित्र: सोशल मीडिया
दरअसल, सोमवार को जोमैटो शेयर प्राइस (Zomato Share Price) में जबरदस्त उछाल देखा गया है। कंपनी के शेयर 7 की उछाल देखी गई। इस तरह जोमैटो के शेयर 282.85 रुपये पर पहुंच गए हैं। जोमैटो शेयर प्राइस (Zomato Share Price) में उछाल की दो वजह सामने आ रही है। पहली वजह है कि कंपनी को 8500 करोड़ रुपये क्यूआईपी (QIP) के जरिए जुटाने की मंजूरी मिल गई है। इससे पहले फ्राइडे को जोमैटो के शेयर प्राइस 264.15 रुपये पर क्लोज हुए थे।
जोमैटो जेएसडब्ल्यू (JSW) स्टील को रिप्लेस करेगी
ऐसे में जेएसडब्ल्यू स्टील को जोमैटो बीएसई सेंसेक्स में रिप्लेस करेगी। चित्र: सोशल मीडिया
इंडेक्स रीकॉन्स्टीट्यूशन (Index Reconstitution) अधिकार के चलते जोमैटो को सेंसेक्स में शामिल किया जाएगा। ऐसे में जेएसडब्ल्यू स्टील जोमैटो बीएसई सेंसेक्स में रिप्लेस करेगी। बता दें कि जोमैटो के लिए बदलाव अगले महीने 23 दिसंबर से लागू होंगे। साथ ही 6 शेयरों को बीएसई 100 इंडेक्स में शामिल किया जा रहा है। इनमें अडानी पावर, अडानी ग्रीन एनर्जी, सुजलॉन एनर्जी, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज और संवर्धन मदरसन इंटरनेशनल जैसे शेयर शामिल हैं।
सालभर में जोमैटो ने निवेशकों को 147 फीसदी मुनाफा दिया
ऐसे में जेएसडब्ल्यू स्टील को जोमैटो बीएसई सेंसेक्स में रिप्लेस करेगी। चित्र: सोशल मीडिया
देश की चर्चित फूड कंपनी ने बीते एक साल में अपने निवेशकों को जबरदस्त मुनाफा दिया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इस एक साल में जोमैटो ने इन्वेस्टर्स को 147 फीसदी की तेजी के साथ शानदार कमाई करवाई है। जोमैटो के शेयर 28 नवंबर 2023 को 113.80 रुपये पर थे, जो आज (25 नवंबर 2024 तक) बढ़कर 282.85 रुपये पहुंच गए। लिहाजा, कंपनी के शेयरों में 147 प्रतिशत की ग्रोथ देखी गई है।
Today Gold Price In Indore: इंदौर में देवउठनी एकादशी से शादियों का सीजन शुरू हो चुका है। ऐसे में महिलाओं ने शादियों में जाने के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी। आमतौर पर महिलाएं शादी हो या किसी त्यौहार की तैयारी, नए कपड़ों के साथ सोने-चांदी के आभूषण पहनना ही पसंद करती है। ऐसे में अगर आप भी सोना खरीदने की तैयारियां कर रही है तो इसके दाम जरूर चेक कर लें।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इंदौर सराफा बाजार में आज 22 कैरेट 10 ग्राम सोने की कीमत 70,850 रुपये और 24 कैरेट 10 ग्राम सोने का भाव 74,390 रुपये दर्ज किया गया है। वहीं चांदी के दाम 99,000 रुपये प्रति किलो है।
सर्राफा व्यापारी का कहना हैं कि पिछले कुछ समय से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में उतारचढ़ाव की वजह से सोने चांदी की दम में एकदम तेजी आ गई थी। हालांकि, यह अच्छी बात है कि भारत में शादियों का सीजन शुरू हुआ और सोने चांदी के दाम में स्थिरता बनी हुई है। इसके पहले रविवार को 22 कैरेट 10 ग्राम सोने की कीमत ₹70,250 रुपये थी। यानि कि सोने के भाव तकरीबन स्थिर बनें हुए है।
गोल्ड खरीदते समय इन बातों का जरूर ध्यान रखें
आमतौर पर सोने की खरीददारी करते हुए लोग अक्सर लापरवाही बरतते है। इस वजह से कई बार मिलावटी गहनें खरीद लेते हैं। लेकिन, सोना या सोने के आभूषण खरीदते समय कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। आपको बता दें कि सोना हमेशा हॉलमार्क देखकर ही खरीदना चाहिए। दरअसल, गोल्ड की अगर कोई सरकारी ग्यारंटी है तो वह सिर्फ हॉलमार्क ही है। हॉलमार्क का निर्धारण देश की ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड एजेंसी करती है। बता दें कि अलग-अलग कैरेट के मुताबिक ही हॉलमार्क नंबर अलग होते हैं।