MP Budget 2025: मध्यप्रदेश की मोहन यादव सरकार के बजट को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ गए हैं। प्राप्त जानकारी अनुसार, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मोहन यादव सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है।

उन्होंने कहा कि बजट बनाने से पहले हर विभाग विपक्ष के नेता से पूछता था, लेकिन मध्य प्रदेश में बजट को लेकर विपक्ष से कोई राय नहीं ली गई। सरकार चाहती ही नहीं कि कांग्रेस विधायकों के क्षेत्र में विकास कार्य हो। यह भेदभाव की राजनीति है। इसको लेकर हम कई बार आवाज उठा चुके है।

कांग्रेस विधायकों और उनके क्षेत्र की जनता के साथ भी ये अन्याय हो रहा है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा की जनता से बजट को लेकर जो राय ली गई लेकर वो सिर्फ दिखावा है । गांव में जाकर देखें असलियत क्या है? किसानों को खाद पानी मिल रहा है या नहीं।

Ujjain News: उज्जैन में सिंहस्थ मेला क्षेत्र बड़नगर मार्ग पर रेलवे क्रॉसिंग पर बनाए जा रहे एलसी-23 रेलवे ओवरब्रिज के अधूरे निर्माण को पूरा करने का काम ग्वालियर की फर्म ने शुरू कर दिया है । सेतु निगम ने 6 माह में इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा है। वैसे यह पहला मौका नहीं है जब इस पूल के निर्माण का टेंडर दिया गया हो। इससे पूर्व में तीन बार इसके निर्माण के टेंडर दिए जा चुके हैं। पांच माह पहले भी इसके निर्माण का टेंडर दिया गया था।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बड़नगर रोड के अधूरे रेलवे ओवर ब्रिज के लिए सेतु निगम ने नया टेंडर जारी किया था। इस टेंडर को ग्वालियर की फर्म श्याम गृह ने 4.86 करोड़ रुपए मैं लिया है। इसमें ठेका कंपनी ब्रिज के बचे हुए काम को 6 माह में पूरा करेगी। दरअसल, निर्माण कार्यों के इतिहास में यह पहला ब्रिज है, जिसका निर्माण 8 साल के बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। अब ब्रिज के अधूरे निर्माण को पूरा करने के लिए दुबारा काम शुरू किया गया है। सिंहस्थ को मद्देनजर रखते हुए और बढ़ते ट्रैफिक लोड के चलते सेतु निगम ने वर्ष 2016-17 में अजय इंफोटेक प्रालि गुजरात को करीब 23 करोड़ रुपए में ब्रिज निर्माण का ठेका दिया था, जो कि ब्रिज का निर्माण पूरा किए बगैर ही काम छोड़कर चली गई।

बता दें कि इस पुल का निर्माण साल 2016 में उस समय शुरू हुआ था जब उज्जैन में सिंहस्थ मेला चल रहा था। लेकिन 9 सालों के बाद भी इस पुल का निर्माण नहीं हो सका। वर्ष 2016-17 में सेतु निगम ने इस ब्रिज का टेंडर निकाला था। उस समय गुजरात की अजय इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड को इसका ठेका 23 करोड़ रुपये में दिया था। सेतु निगम ने कंपनी को बार-बार मौका दिया, इसके बावजूद कंपनी ने काम पूरा नहीं किया।

इसके सेतु निगम ने गुजरात कंपनी के खिलाफ मुकदमा कर दिया। इस वजह से दूसरी कंपनी को इसके निर्माण का जिम्मा सौंपा है। बता दें कि इस ब्रिज से रोजाना 50 से अधिक यात्री ट्रेनें और कई मालगाड़ियां गुजरती है। इसके निर्माण से 70 गाँवों के लोगों को सुविधा होगी।

Viral Girl Monalisa: प्रयागराज महाकुंभ से लाइमलाइट में आई कजरारे नैनों वाली मोनालिसा की किस्मत अब बदल गई है। वो रातों रात स्टार बन चुकी हैं। मोनालिसा को अब बॉलीवुड मूवी में काम भी मिल चुका है। जी हां, आपने सही सुना। माला बेचकर गुज़ारा करने वाली मोनालिसा का एक्टिंग डेब्यू होने वाला है। आखिर मोनालिसा को कौन सी मूवी मिली है और उन्हें किसने मूवी ऑफर की है? आइए जानते हैं।

निमाड़ की माटी में जन्मी कल-कल बहती मां नर्मदा के जल को पीकर उसके आंचल में खेलकर बड़ी हुई बंजारा समाज की खूबसूरत कजरारी आंखों वाली लड़की मोनालिसा का अब जल्द ही फिल्मी सफर शुरू होने वाला है। प्रयागराज महाकुंभ से वायरल हुई मोनालिसा अब किसी पहचान की मोहताज नहीं है। एक समय में नर्मदा तट स्थित किला घाट पर माला मोती बेचकर अपने परिवार और घर को चलने वाली मोनालिसा का समय अब बदलता नज़र आ रहा है। फिल्मों के लेखक और निर्देशक सनोज मिश्रा द्वारा उन्हें ‘‘द डायरी ऑफ मणिपुर‘‘ के लिए चुना गया है। आपकों बता दें कि सनोज मिश्रा द्वारा कई ज्वलंत मुद्दों पर फिल्में बनाई गई हैं और कई अवार्ड भी जीते हैं। उनके द्वारा मोनालिसा के परिवार से मुलाकात की गई है, लेकिन फिल्म को लेकर किस प्रकार की सहमति बनी है, अभी इस पर से पर्दा नहीं उठा है।

द डायरी ऑफ मणिपुर के डायरेक्टर सनोज मिश्रा। चित्र: सोशल मीडिया

फिल्म डायरेक्टर सनोज मिश्रा मोनालिसा का इंटरव्यू देखने के बाद उसे तलाशते हुए प्रयागराज महाकुंभ आ पहुंचे। यहां उनकी परिवार के सदस्यों से उनकी मुलाकात हुई। इसी के साथ परिवार के सदस्यों ने मोनालिसा और उनके पिता से डायरेक्टर सनोज मिश्रा की मोबाइल फोन पर बातचीत कराई। फिल्म डायरेक्टर सनोज मिश्रा के मुताबिक, फिल्म में काम मिलने का ऑफर सुनकर मोनालिसा और उसका परिवार बेहद खुश व उत्साहित हैं। इस फिल्म में काम मिलने के बाद मोनालिसा के परिवार की गरीबी खत्म होगी और आर्थिक स्थिति कुछ बेहतर होगी। मोनालिसा की दादी का कहना है, फिल्मों में काम मिलने से उनकी पोती की वर्षों पुरानी इच्छा पूरी हो जाएगी।

बता दें कि कुछ दूसरे लोग भी उसे जल्द ही अपनी फिल्मों में मौका दे सकते हैं। इस बीच मोनालिसा की सोशल मीडिया आईडी हैक कर ली गई है। किसी ने उनकी आईडी को हैक कर उसे ब्लॉक कर दिया है। फिल्मकार सनोज मिश्रा अब तक एक दर्जन फिल्मों का डायरेक्शन कर चुके हैं। उनकी फिल्मों में काशी टू कश्मीर, डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल, लफंगे नवाब, गांधीगिरी, शशांक, गजनवी और राम की जन्मभूमि प्रमुख हैं।

प्रयागराज महाकुंभ वायरल गर्ल मोनालिसा की किस्मत को आखिरकार पंख लग ही गए। माला बेचने वाली को बॉलीवुड में एंट्री मिल ही गई। डायरेक्टर सनोज मिश्रा खुद मोनालिसा के परिवार से मिल चुके है और अपनी अपकमिंग मूवी के लिए साइन कर लिया। बहरहाल, देखना होगी कि बड़े पर्दे पर भी कजरारी आंखों वाली मोनालिया का जादू कितना चलता है।

Religious Conversion: इन दिनों मध्यप्रदेश में धर्मान्तरण को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही है। बीती रात दमोह में भी कुछ ऐसी ही तस्वीरें देखने को मिली, जहां पुलिस ने एक घर पर दबिश देकर बारह बच्चों का रेस्क्यू किया। इस पूरी छापामार कार्रवाई से पूरे दमोह में हड़कंप मच गया है। बता दें कि उक्त घर में बच्चों को रखकर क्रिश्चियनिटी की शिक्षा दी जा रही थी। आखिर क्या है पूरा मामला आइये पढ़िए यह रिपोर्ट में……..

दरअसल देर रात अचानक पुलिस टीम दमोह की क्रिश्चियन कॉलोनी में रहने वाले प्रवीण शुक्ला नाम के शख़्स के घर पहुंची और पुलिस ने घर की तलाशी लेना चाही, लेकिन घर मालिक ने तलाशी देने से पहले अपने एडवोकेट को बुला लिया। इस बीच पुलिस और एडवोकेट के बीच जमकर बहसबाज़ी हुई, लेकिन पुलिस नहीं रुकी और आखिरकार सर्चिंग शुरू हुई।

पुलिस ने जैसे ही घर की तलाशी लेना शुरू की तो इस घर से बारह स्कूली बच्चे बरामद हुए, जिन्हें इस घर मे हॉस्टल जैसे माहौल में रखा गया था। पुलिस अफ़सरों ने रात में ही महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाया और साथ ही बाल कल्याण समिति व मानव अधिकार आयोग से जुड़े लोगों को भी इसकी जानकारी देकर जांच पड़ताल शुरू की।

प्राथमिक जाँच में पता चला कि इन बारह बच्चों में कुछ दमोह जिले के हैं, जबकि कुछ छत्तीसगढ़ राज्य के बताए जा रहे हैं। इन तमाम बच्चों को रेस्क्यू कर रात 4 बजे पुलिस ने शहर के एक सरकारी हॉस्टल में शिफ्ट किया है। इस तरह से अपने घर मे इन बच्चों को रखने वाले प्रवीण शुक्ला को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है।


पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपी प्रवीण शुक्ला।
चित्र : एसीएन भारत

आरोपी प्रवीण शुक्ला के मुताबिक, ये तमाम बच्चे शहर के नव जागृति स्कूल के छात्र हैं और उनके यहां किराए से रहते हैं। इनके मां बाप ने इन्हें यहाँ रखा है और सबका किरायानामा भी है। उनकी गलती सिर्फ इतनी है कि उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना नही दी है।

वहीं, शिकायतकर्ता बाल कल्याण समिति के सदस्य दीपक तिवारी के मुताबिक, उन्हें सूचना मिली थी कि इस घर मे अनाधिकृत रूप से बच्चों को रखकर उन्हें क्रिश्चियनटी की शिक्षा दी जा रही है और धर्मान्तरण का बड़ा खेल चल रहा है, जिस पर पुलिस को सूचना दी गई और रेड की कार्रवाई हुई है।

इधर, कोतवाली थाना प्रभारी और रेड इंचार्ज आनंद राज के मुताबिक, राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के पत्र के बाद यहां छापा मारा गया है। मौके से बारह बच्चे बरामद हुए हैं और मामला संदेहास्पद है। लिहाजा, महिला बाल विकास की टीम के साथ जांच पड़ताल की जा रही है और जांच के बाद स्थिति साफ होगी। ग़ौरतलब है कि प्रदेश में धर्मान्तरण को लेकर लगातार शिकायतें सामने आ रही है। वहीं, इस मामले में पुलिस और बाल विकास की टीम बच्चों से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई कर रही है।

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Damoh News : दमोह जिले में पूरे गाँव के लोगों को मारने की साजिश रची गई, फिर क्या हुआ?

Damoh News : मध्य प्रदेश के दमोह जिले के तेन्दूखेड़ा ब्लॉक के गुबरा गांव में एक बेहद सनसनीखेज मामला सामने आया है। खबरों के मुताबिक, यहाँ पूरे गांव को जान से मारने की साजिश रची गई। दरअसल, गांव के सरकारी बोरवेल में जहरीला पदार्थ मिलाए जाने के कारण इलाके में हड़कम्प और दहशत का माहौल बन गया है।

जानकारी के अनुसार, सुबह-सुबह जब ग्रामीणों ने बोरवेल के हैंडपम्प से पानी निकाला और उसका इस्तेमाल किया, तो चार लोग अचानक बेहोश हो गए। इस पर गांववालों में दहशत फैल गई और तुरंत ही उन्हें अस्पताल भेजा गया। जब ग्रामीणों ने मौके पर जांच कि तो पाया कि हैंडपम्प के पास एक खाली ज़हर का डिब्बा पड़ा था और पानी से झाग निकल रहा था, जिससे यह साफ हो गया कि बोरवेल में ज़हर मिलाया गया है।

इस घटना के बाद ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासन को सूचना दी। इसके बाद मौके पर जांच के लिए पीएचई विभाग के अधिकारियों को भेजा गया। इलाके के एसडीएम के मुताबिक, बोरवेल में ज़हर डालने की शिकायत मिली है और कुछ लोग इसके शिकार भी हुए हैं।

फिलहाल, लोगों को उस पानी का उपयोग करने से मना कर दिया गया है और हर पहलू पर जांच की जा रही है। पुलिस इस मामले की गहराई से पड़ताल कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि आखिरकार कौन है जो पूरे गांव के लोगों की जिंदगी से खेलना चाहता था?

Chhatarpur News: बड़ामलहरा अनुभाग के ग्राम सुनवाहा से प्रयागराज महाकुंभ मेले में गंगा स्नान करने पहुंचे श्रद्धालु भगदड़ की चपेट में आ गए, जिसमें सुनवाहा निवासी हुकुम बाई लोधी की मौत हो गई।

यह घटना प्रयागराज के महाकुंभ मेला क्षेत्र में हुई, जब हुकुम बाई अपने परिवार के साथ गंगा में डुबकी लगाने पहुंची थीं।आपको बीटा दे हुकुम बाई लोधी अपने परिवार के साथ प्रयागराज महाकुंभ मेले में गंगा स्नान के लिए पहुंची थी।

जैसे ही वे और अन्य श्रद्धालु गंगा में स्नान करने पहुंचे, अचानक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई। इस भगदड़ के कारण हुकुम बाई लोधी अपनी बेटी के साथ गिर गईं और उनके ऊपर से सैकड़ों लोग कुचलते हुए निकल गए।हुकुम बाई की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी बेटी और अन्य परिजनों को मामूली चोटें आई हैं।

घटना के तुरंत बाद जिला प्रशासन और प्रयागराज प्रशासन से संपर्क किया गया और मृतक महिला के शव को एंबुलेंस की मदद से सुनवाहा भेजने की व्यवस्था की गई। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से हुकुम बाई लोधी के परिजनों को सहायता देने की घोषणा की गई है। सरकार ने मृतक के परिवार को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है, जिससे इस दुख की घड़ी में परिजनों को कुछ राहत मिल सके।

Bhopal News: इंदौर के बाद अब राजधानी भोपाल में भिक्षावृत्ति मांगने वालों की खैर नहीं है। भोपाल के एमपी नगर थाने में भिक्षावृत्ति अधिनियम के तहत पहली एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, फरियादी जब नर्मदापुरम रोड से एमपी नगर की ओर आ रहे थे, तभी बोर्ड ऑफिस चौराहे पर भिखारी ने उनसे भीख मांगी।

जब उन्होंने उसे समझाइश दी के आप विकलांग नही है तो और पैसे की डिमांड कर रहे हैं। परेशान फरियादी ने एमपी नगर थाने में पहुंचकर संबंधित मामले से पुलिस को अवगत कराया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में लिया है। एमपी नगर पुलिस ने बताया कि फरियादी योगेंद्र मरावी ने शिकायत की थी कि बोर्ड ऑफिस चौराहे पर एक भिखारी ने उनसे भीख मांगने के एवज में गलत व्यवहार किया है।

उसने फरियादी का हाथ पकड़ के पैसे की डिमांड की। उसके बाद जब भिखारी को उन्होंने समझाईश देने की कोशिश की तो वह उल्टा उनसे ही उलझने लगा और कहा कि उसको पैसे की आवश्यकता है और वह अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए रोज इस तरह से ही भीख मांगता है। पुलिस ने योगेंद्र मरावी की शिकायत पर भिक्षावृत्ति अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।

गौरतलब है कि शहर के हर चौराहों के ट्रैफिक सिग्नल पर भिखारियों का बोलबाला हो गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने इस मामले में सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दे दिए हैं। बता दें कि अभी तक राजधानी भोपाल में भिखारी पर किसी थाने में एफआईआर दर्ज नहीं हुई थी। विगत दस वर्षों में यह पहला मामला है जो दर्ज हुआ है।

Indore News: इंदौर में कर्मचारियों को जिस कंपनी ने काम दिया उसी कंपनी का डाटा कर्मचारी ने अन्य कंपनी को 10 प्रतिशत कमिशन की राशि पर बेच दिया। इस मामले में पुलिस द्वारा कर्मचारियों को गिरफ्तार करके पूछताछ की जा रही है।

विजयनगर थाना प्रभारी चंद्रकांत पटेल ने बताया कि कंपनी संचालक राहुल द्वारा कैपिटल वाया फिटेक प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी संचालित की जाती है। कंपनी में अगस्त 2024 से हिमांशु मालवी नामक युवक को रखा गया था जो कि कंपनी का डाटा जिसमें ग्राहकों के नंबर होते हैं वह अन्य किसी कंपनी को 10% कमिशन की राशि पर उपलब्ध कराता था। इसके कारण कंपनी को इससे नुकसान होने की संभावना बनी हुई थी।

जांच पड़ताल के बाद मोबाइल की चैटिंग और अन्य तत्वों के आधार पर शिकायत की गई है। फिलहाल पुलिस युवक से पूछताछ कर रही कि उसने कंपनी का डाटा किस-किस को बेचा है।

Ujjain news: उज्जैन में सिद्ध श्री मेडिकल स्टोर का लायसेंस रद्द, ये रही वजह

Ujjain News: उज्जैन में फ्रीगंज के लोट्स अस्पताल परिसर स्थित सिद्ध श्री मेडिकल स्टोर के औषधि लायसेंस को ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा निलंबित किया गया है। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के निर्देशन में और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.अशोक पटेल के मार्गदर्शन में यह कार्रवाई की गई ।

मेडिकल स्टोर की जांच के लिए दल गठित किया गया था ।4 जनवरी को मेडिकल स्टोर का निरीक्षण ड्रग इंस्पेक्टर धर्म सिंह कुशवाह द्वारा किया गया था । शिकायतकर्ता द्वारा अपनी शिकायत में अवमानक स्तर की दवाईयों के विक्रय से संबंधित उल्लेख किया गया है। निरीक्षण में मेडिकल स्टोर से 05 औषधियों के नमूनें जांच के लिए औषधि परीक्षण प्रयोगशाला भोपाल भेजे गये और दुकान संचालक को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया।

दुकान संचालक द्वारा अपना स्पष्टीकरण 16 जनवरी को कार्यालय उपसंचालक खाद्य एवं औषधि प्रशासन जिला उज्जैन में प्रस्तुत किया गया,जो कि संतोषजनक नहीं पाया गया। जिसके बाद सिद्धश्री मेडिकल स्टोर के औषधि विक्रय लायसेंस को 7 दिनों के लिए निलंबित किया गया।

 

Indore News : मेगा ब्लॉक के कारण इंदौर से आने और जाने वाली कुछ ट्रेनों को कैंसिल किया गया है। उत्तर रेलवे के फिरोजपुर मंडल में जम्मूतवी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के लिए ब्लॉक प्रस्तावित किया गया है। जिसके कारण 20 जनवरी से अलग-अलग तारीखों में इंदौर-उधमपुर ट्रेनें निरस्त रहेंगी।

एक मार्च से इंदौर से चलने वाली भी कई ट्रेनों को रेलवे ने रद्द कर दिया है। जम्मूतवी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्य के चलते रेल प्रशासन ने यह फैसला लिया है। यात्रियों को ट्रेनों के निरस्त होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि रतलाम रेल मंडल ने यात्रियों की सुविधा के लिए महू-बांद्रा स्पेशल ट्रेन के फेरे बढ़ाए गए हैं।

साथ ही यात्रियों की मांग को देखते हुए इंदौर-जोधपुर और रणथंभोर एक्सप्रेस में भी अतिरिक्त स्लीपर कोच जोड़े गए हैं। जानकारी के अनुसार 5 मार्च को मालवा एक्सप्रेस निरस्त रहेगी। 3 से 7 मार्च तक श्री वैष्णोदेवी कटरा-महू ट्रेन भी निरस्त रहेगी। इंदौर-उधमपुर एक्सप्रेस 20, 27 जनवरी और 3, 10, 17, 24 फरवरी को निरस्त रहेगी। इसके अलावा उधमपुर – इंदौर एक्सप्रेस 22, 29 जनवरी, 5, 12, 19, 26 फरवरी और 5 मार्च को निरस्त रहेगी।

रतलाम रेल मण्डल के पीआरओ खेमराज मीना ने बताया कि जम्मूतवी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास को लेकर कुछ ट्रेनों को निरस्त किया गया है। हालांकि यात्रीयों की सुविधा को देखते हुए रेलवे मण्डल द्वारा कुछ वैकल्पिक व्यवस्थाएं की गई है।

Indore News: इंदौर के दो पार्षदों का विवाद इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। यह पार्षद विवाद इतना बढ़ चुका हैं कि इस मामले में दिल्ली के बीजेपी आलाकमान को भी हस्तक्षेप करना पड़ा है। कहा तो यह भी जाता हैं कि इस मामले के ख़बर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक लग गई और एमआईसी सदस्य और पार्षद जीतू यादव को मध्य प्रदेश भाजपा ने 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।

दरअसल, एक ऑडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इंदौर नगर निगम के एमआईसी सदस्य और पार्षद जीतू यादव और एक अन्य बीजेपी पार्षद कमलेश कालरा का विवाद चर्चा में आ गया। इसके बाद एमआईसी सदस्य और पार्षद जीतू यादव को प्रदेश भाजपा ने छह साल के लिए बाहर कर दिया। हालांकि, पार्टी के एक्शन के पहले ही जीतू यादव ने बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता और एमआईसी पद से इस्तीफा दे दिया था। इस बारे में जीतू ने सोशल मीडिया पर अपना इस्तीफा पत्र पोस्ट किया था। लेकिन जानकारों का मानना हैं कि जीतू यादव को जब पार्टी से निष्कासित होने की भनक लगी तो उन्होंने खुद अपने कथित इस्तीफे का पूरा ‘ड्रामा’ रचा। बहरहाल, इस मामले में बताया जा रहा हैं कि समर्थकों के बाद अब जीतू यादव पर केस भी दर्ज हो सकता है।

जीतू यादव पर आरोप क्या हैं?

इस मामले में जीतू यादव पर काफी गंभीर मामले हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीजेपी पार्षद कमलेश कालरा का आरोप हैं कि 50-60 असामाजिक तत्वों ने उनके घर पहुंचकर उनके बेटे की निर्वस्त्र कर पिटाई कर दी। इसके बाद उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। कमलेश कालरा का आरोप हैं कि उनके बेटे की पिटाई बदमाशों से जीतू यादव ने करवाई है।

एक ऑडियो ने बढ़ाया विवाद

ख़बरों के मुताबिक एक कथित ऑडियो के बाद जीतू यादव और कमलेश कालरा के बीच विवाद बढ़ गया। इस ऑडियो में पार्षद कमलेश कालरा एक निगमकर्मी से बात कर रहे हैं। दोनों के बीच हुई इस बातचीत में जीतू यादव का जिक्र भी हुआ। इसके बाद सोशल मीडिया पर जीतू यादव और कमलेश कालरा के बीच हुई बातचीत का एक ऑडियो सामने आया। इसमें जीतू यादव निगमकर्मी के सामने उनका नाम लेने पर भड़क उठते हैं।