पुणे : महाराष्ट्र के पुणे जिले से हैरान करने वाला मामला सामने आया, सगाई और प्री-वेडिंग शूट होने के बाद लड़की को मंगेतर पसंद नहीं आया तो दुल्हन ने ही दूल्हे की हत्या करने के लिए 1.50 लाख की सुपारी दे दी,

दोनों की शादी लगभग तय हो चुकी थी, लेकिन सगाई और प्री वेडिंग शूट के बाद दुल्हन को दूल्हा पसंद नहीं आया तो दूल्हे को मारने की सुपारी दी गई थी. लड़का एक होटल में खाना बनाने का काम करता हैं. 27 फरवरी को शाम करीब साढ़े सात बजे लड़के को दौंड तालुका के खामगांव फाटा के पास यवत पुलिस थाना क्षेत्र में एक होटल के पास कुछ लोगों ने सड़क पर रोका और लकड़ी के डंडे से बुरी तरह पीटा. इसके बाद यवत पुलिस स्टेशन में मामला भी दर्ज किया गया, और 5 लोगो को गिरफ्तार कर लिया लेकिन आरोपी दुल्हन अभी भी फरार है |

गीतांजलि एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे एक यात्री को खाने-पिने की चीजों की ओवरप्राइज़िंग को लेकर शिकायत करने पर रेलवे स्टाफ ने यात्री के साथ मारपीट की, यात्री का आरोप है कि शिकायत करने पर रेलवे की केटरिंग स्टाफ ने उसके साथ मारपीट की, ये घटना बदनेरा और नागपुर के बीच हुई थी जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, पुलिस ने 7 लोगो के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है|

MRP से ज्यादा दाम पर ट्रेन में सामान बेचा जा रहा था इसको लेकर यात्री सत्यजीत बर्मन ने शिकायत की थी, शिकायत के आधार पर रेलवे पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, भारतीय रेलवे की और से ट्रेनों में खाने और पानी की बिक्री की अनुमति दी जाती है लेकिन कई बार यात्री इन चीज़ो के लिए यात्री से अधिक रुपए चार्ज किये जाते है|

मुंबई: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर बिना उनका नाम लिए व्यंग करने के बाद स्टेंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा को मद्रास हाईकोर्ट से राहत मिली है, कोर्ट ने मुंबई पुलिस की FIR में कुणाल कामरा को दी गई अंतरिम सुरक्षा 17 अप्रैल तक बढ़ा दी है,

कुणाल कामरा ने खुद पर दर्ज एफआईआर के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट में गुहार लगाई, उन्होंने एफआईआर की वैधता, शुद्धता और औचित्य को चुनौती देते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिक दायर करके एफआईआर रद्द करने की मांग की, पिछले दिनों उन्होंने एक वीडियो में कथित तौर पर बिना नाम लिए महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे को ‘गद्दार’ कहा था, इसके बाद कुणाल कामरा के खिलाफ मुंबई के खार पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया था|

कुणाल कामरा के इस विवादित वीडियो पर शिवसैनिकों ने खार में हैबिटेट कॉमेडी क्लब में जमकर तोड़फोड़ की थी. इस क्लब में कुणाल कामरा का यह विवादित शो हुआ था  इस बीच सोमवार को बीएमसी के अधिकारियों की टीम ने मुंबई के हैबिटेट स्टूडियो के एक हिस्से को ढहा दिया था. इसी स्टूडियो में कामरा ने वह विवादित शो किया था, जिसमें शिंदे पर टिप्पणी की गई थी

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर स्टैंड अप कॉमेडियन कुणाल कामरा की विवादित टिप्पणी पर हंगामा जारी है. शिंदे पर की गई टिप्पणी से भड़के शिवसैनिकों ने हैबिटेट स्टूडियो में जमकर तोड़फोड़ की. कामरा ने माफी मांगने से साफ इनकार कर दिया है. लेकिन सवाल ये बना हुआ है कि कुणाल कामरा आखिर कहां है

इस मामले में कुणाल कामरा को खार पुलिस ने पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है. इस बीच कामरा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपने एक स्टैंडअप एक्ट का एडिटेड वीडियो पोस्ट किया है. यह दरअसल एक पैरोडी सॉन्ग ही है, जिसमें हैबिटेट स्टूडियो में तोड़फोड़ करते शिवसैनिकों और मौजूदा विवाद पर कटाक्ष किया है इस वीडियो में कामरा की तस्वीरों और उनके पुतलों को जलाते दिखाया गया है,

कुणाल कामरा के इंस्टाग्राम बायो के मुताबिक, वह फिलहाल पुडुचेरी में है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट X की हेडर फोटो पर एक डिस्क्लेमर लगाया है, जिसमें कहा गया है कि इस प्रोग्राम में अशिष्ट भाषा, आपत्तिजनक कंटेंट शामिल है और यह उन लोगों के लिए उपयुक्त नहीं है जिनकी भावनाएं और संवेदनाएं आहत हो सकती हैं. लेकिन अगर फिर भी आप इससे आहत होते हैं तो यह स्वेच्छा से आपके द्वारा देखे जाने की वजह से होगा

MUMBAI: बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण कर तीसरी बार इस पद को संभाला है। उनके साथ शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और एनसीपी नेता अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। यह महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है।

1. देवेंद्र फडणवीस
– तीसरी बार मुख्यमंत्री बने।
– शपथ से पहले अपनी मां का आशीर्वाद लिया।
– शपथ ग्रहण में एनडीए के कई दिग्गज नेता और मुख्यमंत्री मौजूद रहे।

2. एकनाथ शिंदे
– शिवसेना के नेता एकनाथ शिंदे ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली।

3. अजित पवार
– एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने छठी बार उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
– उनका राजनीतिक अनुभव और योगदान इस गठबंधन सरकार में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

शपथ ग्रहण समारोह में शामिल प्रमुख हस्तियां

– राजनीतिक हस्तियां
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
– गृहमंत्री अमित शाह
– बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा
– योगी आदित्यनाथ, शिवराज सिंह चौहान, राजनाथ सिंह सहित एनडीए के कई मुख्यमंत्री।

– बॉलीवुड हस्तियां
– शाहरुख खान, सलमान खान, संजय दत्त, रणबीर कपूर, रनवीर सिंह

– कॉर्पोरेट जगत
– मुकेश अंबानी और उनका परिवार।
– आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला।

– खेल जगत
– पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर अपनी पत्नी अंजलि के साथ।

देवेंद्र फडणवीस का राजनीतिक सफर

– पहली बार 2014 में मुख्यमंत्री बने।
– 2019 में दूसरी बार मुख्यमंत्री पद संभाला, लेकिन सरकार ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाई।
– अब 2024 में तीसरी बार मुख्यमंत्री के तौर पर वापसी की।

राजनीतिक समीकरण

इस गठबंधन में बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट), और एनसीपी (अजित पवार गुट) की भागीदारी है। इसे महाराष्ट्र की राजनीति में स्थिरता लाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। देवेंद्र फडणवीस ने शपथ ग्रहण के बाद महाराष्ट्र की जनता को भरोसा दिलाया कि यह सरकार राज्य के विकास और समृद्धि के लिए पूरी ताकत से काम करेगी।

 

Maharashtra CM: बीजेपी आलाकमान मध्य प्रदेश के बाद अब महाराष्ट्र में भी एक बड़ा राजनीतिक दांव खेलने की तैयारी में हैं। सूत्रों की माने तो मध्य प्रदेश की तरह महाराष्ट्र में भी दिल्ली हाईकमान का ‘एम फैक्टर’ देखने को मिल सकता हैं।

अंदर खानों से जो ख़बर निकलकर सामने आ रही हैं, वह बेहद चौंकाने वाली है। महाराष्ट्र में इस बार न एकनाथ शिंदे और न ही देवेंद्र फडणवीस की ताजपोशी होगी, बल्कि किसी तीसरे चेहरे को बैठाने की योजना हैं।

गौरतलब हैं कि इससे पहले बीजेपी हाईकमान ने मध्य प्रदेश में बीजेपी के कद्दावर नेता और चार बार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को हटाकर डॉ मोहन यादव को सीएम बना दिया था।

सूत्रों की माने तो इस बार महाराष्ट्र में भी एमपी की तरह ‘एम फैक्टर’ ही काम करने वाला हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि एमपी की तरह महाराष्ट्र में भी ‘एम फैक्टर’ काम करेगा। एमपी में डॉ मोहन यादव की तरह महाराष्ट्र में मुरलीधर मोहोल को सीएम बनाया जा सकता हैं। सोशल मीडिया पर भी इसकी जमकर चर्चा हो रही है।

कौन हैं मुरलीधर मोहोल?

मुरलीधर मोहोल पहली बार पुणे लोकसभा सीट से सांसद बने हैं। चित्र: सोशल मीडिया

बता दें कि मुरलीधर मोहोल पहली बार पुणे लोकसभा सीट से भारी मतों से जीतकर सांसद बने हैं और केंद्र में राज्य मंत्री हैं। लोकसभा चुनाव के समय उनके लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी सभा की थी।

इसके अलावा महाराष्ट्र के अगले सीएम के लिए चंद्रशेखर बावनकुले, पंकजा मुंडे,राधाकृष्ण विखे पाटिल और सुधीर मुनगंटीवार जैसे बड़े नामों की भी चर्चा हैं।

चंद्रशेखर बावनकुले


ओबीसी समुदाय के एक बड़े नेता। चित्र: सोशल मीडिया

महाराष्ट्र में ओबीसी समुदाय के एक बड़े नेता और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं।

पंकजा मुंडे

वे दिवगंत गोपीनाथ मुंडे की बेटी हैं। चित्र: सोशल मीडिया

महाराष्ट्र की राजनीति के प्रभावशाली नेता दिवगंत गोपीनाथ मुंडे की बेटी हैं।

राधाकृष्ण विखे पाटिल


महाराष्ट्र में बीजेपी के सीनियर लीडर हैं। चित्र: सोशल मीडिया

महाराष्ट्र में बीजेपी के सीनियर लीडर हैं और अपनी प्रशासनिक क्षमताओं के लिए चर्चित हैं। साथ उनकी केंद्रीय राजनीति में गहरी पकड़ हैं।

सुधीर मुनगंटीवार


अनुभवी नेता सुधीर मुनगंटीवार का नाम भी सामने आ रहा हैं। चित्र: सोशल मीडिया

इसके अलावा इस रेस में वित्त और प्रशासन का लंबा अनुभव रखने वाले और बीजेपी के अनुभवी नेता सुधीर मुनगंटीवार का नाम भी सामने आ रहा हैं।

बहरहाल, इस रेस में कौन जीतेगा यह तो समय ही बताएगा। लेकिन यह तय माना जा रहा कि इस बार महाराष्ट्र में सीएम पद पर किसी नए चेहरे की ताजपोशी हो सकती हैं।

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MAHARASHTRA: महाराष्ट्र में महायुति की ऐतिहासिक जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस गहराता जा रहा है। मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया है । इसके बाद वह कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में तब तक कार्यभार संभालेंगे,जब तक नया मुख्यमंत्री तय नहीं हो जाता।

फडणवीस, शिंदे या पवार? कौन बनेगा सीएम

भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट करने की संभावना प्रबल मानी जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, फडणवीस ने हाल ही में दिल्ली में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की बेटी के विवाह समारोह में पार्टी आलाकमान से मुलाकात की, जिसमें महाराष्ट्र की राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा हुई। ऐसा कहा जा रहा है कि फडणवीस आलाकमान से मुख्यमंत्री पद के आश्वासन के साथ मुंबई लौटे हैं।

वहीं, एकनाथ शिंदे और अजीत पवार के नाम भी मुख्यमंत्री की दौड़ में हैं। हालांकि, महायुति के भीतर इन नामों को लेकर सहमति अभी तक नहीं बन पाई है।

महायुति की ऐतिहासिक जीत और कार्यकर्ताओं की उम्मीदें

महायुति ने महाराष्ट्र में प्रचंड बहुमत हासिल किया है। भाजपा को 132 सीटें, शिवसेना को 57 सीटें और एनसीपी को 41 सीटें मिली हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह चरम पर है और वे देवेंद्र फडणवीस को एक बार फिर मुख्यमंत्री के रूप में देखने की उम्मीद कर रहे हैं।

राजनीतिक समीकरणों पर नजर

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व इस बार मुख्यमंत्री पद पर बड़ा दांव खेल सकता है। देवेंद्र फडणवीस की प्रशासनिक कुशलता और उनकी मजबूत छवि भाजपा के लिए लाभदायक हो सकती है। हालांकि, शिवसेना और एनसीपी के सहयोग से महायुति के भीतर संतुलन साधने की चुनौती भी भाजपा के सामने है।

क्या हो सकता है आगे

राज्य के राजनीतिक समीकरणों को देखते हुए, अगले कुछ दिन महाराष्ट्र की राजनीति के लिए बेहद महत्वपूर्ण होंगे। सभी की निगाहें भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व और महायुति के फैसले पर टिकी हैं, जो राज्य के अगले मुख्यमंत्री का चेहरा तय करेगा।

Ek Hai Toh Safe Hai: महाराष्ट्र में अंतिम दौर का चुनाव प्रचार चल रहा है। बीजेपी, कांग्रेस समेत तमाम पार्टियां अंतिम दिन अपने प्रचार प्रसार में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। सोमवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने धारावी परियोजना के बहाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्योगपति गौतम अडानी पर बड़ा हमला बोला है।

बता दें कि सोमवार को महाराष्ट्र चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है। इस दौरान राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी के ‘एक हैं तो सेफ हैं’ नारे के बहाने पीएम मोदी और गौतम अडानी को घेरा है। राहुल गांधी प्रेसवार्ता में एक तिजोरी लेकर आए। इस तिजोरी से उन्होंने मीडिया के सामने दो पोस्टर निकाले। इन पोस्टर्स में पीएम मोदी और गौतम अडानी और धारावी परियोजना की तस्वीर के साथ प्रधानमंत्री का दिया नारा ‘एक हैं तो सेफ हैं’ लिखा था। उन्होंने कहा कि यही पीएम के नारे का असली मतलब है।

राहुल ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि इनमें एक कौन हैं-नरेंद्र मोदी जी हैं, अमित शाह जी हैं और अडानी जी हैं। और सेफ कौन हैं-अडानी जी सेफ हैं। राहुल गांधी ने कहा कि तकलीफ में धारावी की आम जनता है। धारावी देश के छोटे और मध्यम उद्योग का प्रतीक है। लेकिन महज एक व्यक्ति के लिए इसे ख़त्म किया जा रहा है।

अरबपतियों नहीं गरीबों को मिलें फायदा

राहुल गांधी ने इससे पहले महाराष्ट्र चुनाव को गरीबों और एक दो अरबपतियों के बीच का चुनाव करार दिया। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि देश में एक अरबपति को एक लाख करोड़ रुपये देने की योजना है। वहीं यह अरबपति चाहते हैं कि मुंबई की सारी जमीन उनके कब्जे में आ जाए। आज राज्य में गरीबों, किसानों, बेरोजगारों और युवाओं की मदद करने की आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि हम महिलाओं और किसानों को फ्री बस यात्रा की सुविधा देंगे। साथ ही महिलाओं को हर महीने 3 हजार रुपये, किसानों का तीन लाख का कर्जा माफ़ और 7000 हजार रुपये क्विंटल के भाव से सोयाबीन खरीदी जाएगी।

इसके अलावा राहुल ने और क्या कहा?

-महाराष्ट्र से ‘एयरबस’, ‘फॉक्सकॉन’ जैसी परियोजनाएं गुजरात स्थानांतरित हो गई। करीब सात लाख करोड़ की इन परियोजनाओं से प्रदेश के हजारों युवाओं को रोजगार प्राप्त होता।
-यह चुनाव महाराष्ट्र के गरीबों और चंद अरबपतियों की विचारधारा के बीच की लड़ाई है।
-राहुल ने जाति जनगणना का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि आरक्षण पर लगी 50 फीसदी की सीमा हम हटा कर रहेंगे।
-धारावी का असली अधिकार वहां रहने वाले लोगों की है। लेकिन पूरी मशीनरी एक व्यक्ति को फायदा पहुंचाने में लगी है।