Raisen News Today: सांची और मंडीदीप को दूसरे जिलों में मिलाने की कवायद के बाद रायसेन जिले के नागरिक सड़कों को उतर आए। दरअसल, मध्य प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के जिलों का परिसीमन और नई तहसीलों के गठन की प्रक्रिया के तहत रायसेन जिले को विभाजित करने की योजना को लेकर विरोध की आवाज़ उठने लगी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रदेश सरकार सांची को विदिशा और मंडीदीप को भोपाल में मिलाने का प्रस्ताव तैयार कर रही है। जैसे ही नागरिकों को मोहन यादव सरकार के इस प्रस्ताव की जानकारी मिली तो लोग बड़ी संख्या में सड़क पर उतर आए। इसके लिए रायसेन जिले के नागरिकों ने जिला बचाओ संघर्ष समिति का गठन किया।
समिति के पदाधिकारियों ने जिले के विभाजन के खिलाफ आंदोलन की रूपरेखा तैयार की। इस दौरान रायसेन जिला मुख्यालय पर महामाया चौक गांधी प्रतिमा से जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। रैली का उद्देश्य जिले के विभाजन के प्रस्ताव के खिलाफ जन-जागरूकता फैलाना था। रैली स्थानीय महामाया चौक से शुरू होकर भारत माता चौराहे स्थित जिला बचाओ संघर्ष समिति कार्यालय तक पहुंची।
पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष जमना सेन, समिति सदस्य हरीश मिश्रा और संघर्ष शर्मा ने बताया कि सांची और मंडीदीप, दोनों ही स्थान रायसेन जिले की पहचान हैं और उन्हें रायसेन जिले से बाहर जाने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यदि जरूरत पड़ी, तो वे जिले की पहचान बचाने के लिए अपने प्राणों की आहुति देने को तैयार हैं।
सदस्यों ने कहा कि अगर सरकार अपने इस फैसले को वापस नहीं लेती हैं तो भविष्य में उग्र आंदोलन करेंगे। इस अवसर पर बड़ी संख्या में नागरिकों का हुजूम था।