ED: आष्टा में कारोबारी मनोज परमार और उनकी पत्नी का शव शुक्रवार सुबह घर में फंदे पर लटका मिला। आत्महत्या का कारण ईडी की प्रताड़ना को बताया जा रहा है, जिससे ये मामला और भी तूल पकड़ता जा रहा है।
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी पहुंचे। पीड़ित परिवार की माने तो कई दिनों से ईडी (ED) वालों ने मानसिक तौर पर प्रेशर बनाया था, जिसके कारण उन्होंने जान दे दी। वहीं, जीतू पटवारी ने कहा कि ईडी से परेशान होकर मनोज ने पत्नी समेत आत्महत्या की। मनोज की मौत के लिए भाजपा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ईडी जिम्मेदार हैं। यह एक सरकारी हत्या है।

बता दें कि 8 दिन पहले 5 दिसंबर को ED ने परमार के इंदौर और सीहोर स्थित चार ठिकानों पर छापा मारा था। यहां से कई चल-अचल और बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए थे। साथ ही साढ़े तीन लाख रुपए का बैंक बैलेंस भी फ्रीज किया था। मामला पंजाब नेशनल बैंक में 6 करोड़ रुपए के फ्रॉड का है।
इसमें परमार की गिरफ्तारी भी की गई थी। इसके बाद से वे परेशान थे। मनोज परमार ने न्याय यात्रा के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को गुल्लक भेंट की थी। इसके बाद वे चर्चा में आ गए थे। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि इस घटना के बाद से ही वे भाजपा के निशाने पर थे। SDOP आकाश अमलकर के मुताबिक, मौके से पांच पेज का सुसाइड नोट मिला है।