Thursday, November 28, 2024

Intercontinental Ballistic Missile: रूस ने यूक्रेन पर दागी खतरनाक ICBM मिसाइलें, युद्ध में पहली दफा हुआ उपयोग

रूस ने इस हमले के जरिए यूक्रेन के कई महत्वपूर्ण इंस्टीट्यूशन, बिल्डिंग और स्ट्रक्चर को तहस नहस कर दिए। यह जानकारी भी यूक्रेन की वायुसेना ने दी है। यूक्रेन पर हुए इस हमले में रूस ने गैर-परमाणु हथियारों का उपयोग किया है। साथ ही रूस ने लंबी दूरी के बमवर्षकों टीयू-95एमएस भी यूक्रेन पर बरसाए।

Intercontinental Ballistic Missile: रूस ने गुरुवार सुबह यूक्रेन पर इंटरकॉन्टीनेंट बैलिस्टिक मिसाइलों (आईसीबीएम) से हमला कर दिया। यह पहला मौका है जब इस जंग में आईसीबीएम मिसाइलों का उपयोग किया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, रूस आज सुबह 5 से 7 बजे के बीच में यूक्रेन के दनीप्रो शहर पर इन मिसाइलों से ताबड़तोड़ हमला बोल दिया। ऐसा माना जा रहा है कि इसके लिए रूस ने आरएस-26 रूबेजह मिसाइलों का उपयोग किया हो। रूस ने मिसाइल अस्त्राखान क्षेत्र बरसाई है। इस हमले की पुष्टि यूक्रेन की वायुसेना ने की है। इसके अलावा रूस ने यूक्रेन पर केएच-101 क्रूज और किंझल हापरसोनिक मिसाइलों से भी हमला बोला।

रूस ने इस हमले के जरिए यूक्रेन के कई महत्वपूर्ण इंस्टीट्यूशन, बिल्डिंग और स्ट्रक्चर को तहस नहस कर दिए। यह जानकारी भी यूक्रेन की वायुसेना ने दी है। यूक्रेन पर हुए इस हमले में रूस ने गैर-परमाणु हथियारों का उपयोग किया है। साथ ही रूस ने लंबी दूरी के बमवर्षकों टीयू-95एमएस भी यूक्रेन पर बरसाए। रूस ने बमवर्षकों से हमला अपने वोल्गोग्राड क्षेत्र से किया। इसके अलावा ताम्बोव क्षेत्र से किंझल हाइपरसोनिक मिसाइलें दागी गई। इन मिसाइलों के जरिए एमआईजी-31के फाइटर जेट छोड़े गए।

रूस ने ब्रिटिश मिसाइलों को मार गिराया

साथ ही रूस ने दावा किया कि दो ब्रिटिश स्टॉर्म शैडो मिसाइलों को उसके हवाई डिफेंस सिस्टम ने मार गिराने में सफलता हासिल की है। इन मिसाइलों को यूक्रेन ने रूस पर छोड़ी थी। बता दें कि यूक्रेन ने भी इस जंग में पहली बार ब्रिटिश स्टॉर्म शैडो मिसाइलों से हमला बोला है। वहीं, यूक्रेन को रूस के हमले की पहले से ही आशंका थी। इधर, यूक्रेन की इंटेलिजेंस ने 20 नवंबर 2024 को ही आशंका जता दी थी कि रूस इंटरकॉन्टीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल आरएस-26 रूबेजह से उस पर हमला कर सकता है। रूस ने इन मिसाइलों को कपुस्तिन यार एयर बेस से दागा था। रूस के इस हिस्से को अस्त्रखान भी कहा जाता है। इस मिसाइल में खतरनाक पारंपरिक या परमाणु हथियार लगा सकते हैं।

4 हथियार लगा सकते हैं

36 हजार किलोग्राम वजनी रूस की इंटरकॉन्टीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल आरएस-26 रूबेजह बेहद खतरनाक मानी जाती है। यह मिसाइल 150/300 किलोटन के चार हथियारों को लगाकर दागी जा सकती है। एमआईआरवी तकनीक से लैस इस मिसाइल को चार टारगेट्स पर दागा जा सकता है। इसके अलावा आरएस-26 रूबेजह अपने साथ अवांट-गार्ड हाइपरसोनिक ग्लाइड वाहन को ले जा सकती है। जिससे हमला और भी खतरनाक हो सकता है। इस मिसाइल के जरिए 6 हजार किलोमीटर की रेंज तक हमला किया जा सकता है। वहीं, इस मिसाइल की स्पीड बेहद चौंकाने वाली है। यह अपने टारगेट की तरफ 24,500 किमी/घंटा की गति से हमला बोलती है। ऐसे में दुनिया के किसी भी एयर डिफेंस सिस्टम से इसे रोकना नामुमक़िन है। इसको रोड-मोबाइल लॉन्चर से छोड़ा जाता है।

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