Hindu communities in Bangladesh: बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। कहीं प्रदर्शन हो रहा है तो कहीं बांग्लादेशी नेताओं के पुतले फूंके जा रहे हैं। देशभर में लोग उम्मीद कर रहे हैं कि इस मामले में भारत सरकार कड़े कदम उठाए।
वहीं, अब मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर का मुस्लिम समुदाय भी बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध उतर आया है। अपनी गंगा-जमुनी तहज़ीब के लिए विख्यात इंदौर में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के द्वारा इस मुद्दे को लेकर बांग्लादेश का विरोध किया गया। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने राष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री के नाम डिप्टी कमिश्नर सपना लोवंशी को ज्ञापन देकर बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।

पिछले महीने ढाका में सरकार के पक्ष और विरोधियों में झड़प हो गई थी। चित्र: सोशल मीडिया
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष अकील खान ने बताया कि बांग्लादेश में लगातार हिंदुओं पर अत्याचार की घटनाएं सामने आ रही है। इसको लेकर देशवासियों के मन में आक्रोश हैं। वर्तमान समय में देखने में आ रहा है कि समूचे विश्व में क़त्ल-ए-‘आम मचा हुआ है। भारत के पड़ोसी मुल्को में भी राजनीतिक अफरा-तफरी का माहौल है। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों का दमन कर उन पर अत्याचार किया जा रहा है।
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कभी बांग्लादेश, भारत से अच्छे संबंधों के लिए जाना जाता था। लेकिन तख्ता पलट के बाद अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हिंसक घटनाओं में बढ़ोतरी हुई हैं। जिससे वहां के अल्पसंख्यक हिन्दुओं को दबाया और कुचला जा रहा है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच इन सभी घटनाओ का विरोध करता है। अकील खान ने बताया कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारत की राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा है।

साथ ही हम सरकार से मांग करते हैं कि अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा के लिए भारत से एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल बांग्लादेश पहुंचाया जाए और बांग्लादेश सरकार से बात करके वहां शांति सेना पहुंचाई जाए। वहां हो रहे अल्पसंख्यकों पर अत्याचार को खत्म कर उन्हें शांतिपूर्ण तरीके से जीवन गुज़ारने का रास्ता प्रदान किया जाए।