नीमच: बुधवार को रीवा में जनदर्शन यात्रा की शुरुआत सेमरिया विधानसभा से हुई थी। इस यात्रा में शामिल होने पहुंचे प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने यात्रा से पहले कांग्रेस पर कई आरोप लगाए है। उन्होंने कहा कि नीमच में जो जन आशीर्वाद यात्रा पर पथराव हुआ और जिन व्यक्तियों का नाम आया वो कांग्रेस से जुड़े हुए लोग है। गृहमंत्री कहा कि सनातन धर्म पर उदयनिधी के द्वारा दिए बयान का कांग्रेस के लोग समर्थन कर रहे है और इस मामले में मौन है।
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि नीमच में भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा पर हुए पथराव मामले में कमलनाथ पहले ही कह चुके थे कि यहां मणिपुर जैसा पथराव हो सकता है। कांग्रेस उकसाने का काम कर रही है। इसमें जो खेमा गुर्जर नाम का व्यक्ति है जिस पर एफआईआर दर्ज हुई है वो कांग्रेस से जुड़े हुए लोग है। कांग्रेस हताशा और निराशा की तरफ धीरे- धीरे बढ़ रही है। जिस तरह के हथकंडों का वो सहारा ले रही है उसको प्रदेश की जनता को समझना चाहिए। ये ग़लती पहले भी कांग्रेस कर चुकी है अब फिर वही ग़लती कर रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे और कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियंक खरगे के उदयनिधि के समर्थन को लेकर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि अब इस पर प्रियंका गांधी को बोलना चाहिए, जो गंगा में डुबकी लगा चुकी है। राहुल गांधी बोले जो कोट के ऊपर जनेऊ डालकर खुद को ब्राह्मण बोलते है। वे सब इस मामले में मौन है, उनको स्पष्ट करना चाहिए। जहां तक स्टालिन का सवाल है उनका नाम उदयनिधि है। अगर वो सनातन का इतना विरोध कर रहे है तो उन्हें अपना नाम बदलकर जनरल लायर डायन स्टालिन रख लें।
वहीं इस मामले पर वीडी शर्मा ने भी कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि रावली कुण्डी इलाके में पहाड़ियों और पेड़ों के पीछे छिपकर जन आशीर्वाद यात्रा पर कांग्रेसी गुंडों ने पथराव किया। ये सिर्फ दुर्भाग्यजनक और आलोचना करने लायक नहीं, बल्कि गंभीर अपराध है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता ताकत के साथ जनता के बीच जाएंगे। कांग्रेसी जनआशीर्वाद यात्रा को जिस तरह जनता के समर्थन मिल रहा है, उसे देखकर वे घबरा गए हैं और उन्होने योजनाबद्ध तरीके से हमला किया है। उन्होने कहा कि ऐसा करने वालों को किसी कीमत पर बख़्शा नहीं जाएगा। अब इस मामले में कुछ आरोपियों पर एफआईआर दर्ज की गई है और आगे की जांच की जाएगी।
गौरतलब है कि जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव की तारीख नज़दीक आ रही है, वैसे-वैसे राजनीतिक गतिविधियां और आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी अपनी गति पकड़ रहा है।