NEW DELHI: केंद्र सरकार ने पैन कार्ड को अपग्रेड करने के लिए PAN 2.0 प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। अब पैन कार्ड QR कोड के साथ जारी किए जाएंगे। यह कदम डिजिटल इंडिया अभियान के तहत पैन कार्ड को अधिक सुरक्षित और उपयोगी बनाने के लिए उठाया गया है।
पुराने पैन कार्ड का क्या होगा?
सरकार ने स्पष्ट किया है कि पुराने पैन कार्ड धारकों को QR कोड वाला नया पैन कार्ड प्राप्त करने के लिए दोबारा आवेदन करना पड़ सकता है। इसके लिए मामूली शुल्क लिया जाएगा। वहीं, जिनके पास अभी तक पैन कार्ड नहीं है, वे इसे आसानी से ऑनलाइन या ऑफलाइन बनवा सकते हैं।
पैन कार्ड का महत्व
पैन (Permanent Account Number) एक 10-अंकों का यूनिक नंबर है, जिसे आयकर विभाग जारी करता है। यह वित्तीय लेन-देन जैसे टैक्स भरने, बैंक खाता खोलने और संपत्ति खरीदने में आवश्यक होता है।
PAN 2.0 क्यों जरूरी है?
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि PAN 2.0 प्रोजेक्ट सरकार की ई-गवर्नेंस पहल का हिस्सा है। यह पैन कार्ड को आधुनिक और अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाएगा। मौजूदा पैन सॉफ्टवेयर 15-20 साल पुराने हैं, जिन्हें अपग्रेड करने की आवश्यकता है।
नए पैन कार्ड की विशेषताएं
नए पैन कार्ड में QR कोड जैसी विशेषताएं होंगी, जो उपयोगकर्ताओं को बेहतर डिजिटल अनुभव प्रदान करेंगी। QR कोड के जरिए कार्ड की जानकारी को तुरंत सत्यापित किया जा सकेगा।
कैसे बनवाएं पैन कार्ड?
1. फिजिकल पैन कार्ड:
– नजदीकी PayNearby या अन्य अधिकृत रिटेल स्टोर से आवेदन कर सकते हैं।
– आवेदन शुल्क लगभग 100 रुपये होगा।
2. डिजिटल पैन कार्ड:
– आयकर विभाग की ई-फाइलिंग वेबसाइट पर जाकर Instant e-PAN के लिए मुफ्त आवेदन किया जा सकता है।
– इसके लिए आधार कार्ड का मोबाइल नंबर से लिंक होना अनिवार्य है।
फ्री पैन कार्ड का लाभ:
फ्री e-PAN का लाभ केवल वही व्यक्ति उठा सकते हैं, जिनके पास पहले से पैन कार्ड नहीं है। यदि कार्ड खो गया है या क्षतिग्रस्त हो गया है, तो पुनः बनवाने पर शुल्क देना होगा।
निष्कर्ष:
PAN 2.0 प्रोजेक्ट न केवल पैन कार्ड को डिजिटल इंडिया अभियान के अनुरूप बनाएगा, बल्कि टैक्सपेयर के लिए प्रक्रिया को सरल और सुरक्षित भी करेगा।