Saturday, April 19, 2025

Robotic Surgery in Dewas: अमलतास हॉस्पिटल ने रचा इतिहास, प्रदेश की पहली फुली अपडेटेड रोबोटिक सर्जरी शुरू

अमलतास में प्रदेश की पहली फुली अपडेटेड रोबोटिक सर्जरी मशीन स्थापित की गई है। फुली अपडेटेड रोबोटिक सर्जरी के जरिए मरीजों का बेहतर इलाज हो पा रहा है। इसके लिए ऑपरेशन के पहले ही सारी प्लानिंग कर ली जाती है।

  • हाइलाइट्स

  1. देवास अमलतास हॉस्पिटल ने रचा इतिहास।
  2. प्रदेश की पहली फुली अपडेटेड रोबोटिक सर्जरी शुरू।
  3. अब तक 10 लोगों के सफल ऑपरेशन हो चुके हैं।

Robotic Surgery in Dewas: जैसे-जैसे तकनीकी और विज्ञान प्रगति कर रहे हैं, वैसे-वैसे स्वास्थ्य (Health ) के क्षेत्र में भी सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल रहे हैं। बता दें कि आज AI टूल और रोबोटिक विज्ञान ने लोगों की जिंदगी पूरी तरह बदल दी है। इसने उपचार के क्षेत्र में भी नयी क्रांति ला दी है। ऐसी ही एक क्रांति देवास के अमलतास अस्पताल में दिखाई दी है। जहाँ अब लोगों की फुली अपडेटेड रोबोटिक सर्जरी की जा रही है।

प्रदेश में यह पहला मौका है जब किसी अस्पताल में फुली अपडेटेड रोबोटिक सर्जरी सफलतापूर्वक की जा रही है। ऐसे में कहा जा सकता हैं कि यह सिर्फ अमलतास हॉस्पिटल ही नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है। बढ़ती उम्र में अक्सर लोगों को घुटनों की समस्या आम बात है। कई बार वृद्धजन घुटनों के सर्जरी के लिए कई अस्पतालों में जाते है। जहां उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं। इसके बावजूद ठीक तरह से उपचार नहीं हो पाता है।


अमलतास में फुली अपडेटेड रोबोटिक सर्जरी मशीन स्थापित की गई है। चित्र: सोशल मीडिया

इन्हीं समस्याओं से निपटने के लिए अमलतास हॉस्पिटल ने कमर कस ली है। लिहाजा, अस्पताल में प्रदेश की पहली फुली अपडेटेड रोबोटिक सर्जरी मशीन स्थापित की है। फुली अपडेटेड रोबोटिक सर्जरी के जरिए मरीजों का बेहतर इलाज हो पा रहा है। इसके लिए ऑपरेशन के पहले ही सारी प्लानिंग कर ली जाती है।

अमलतास हॉस्पिटल के डॉक्टर डॉ.अंकित वर्मा बताते हैं कि घुटने की सर्जरी के लिए रोबोटिक मशीन से पूरा स्ट्रक्चर पहले से डिसाइड कर लिया जाता है। जिसके चलते ऑपरेशन के दौरान इंज्यूरी, खून निकलना या किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना होने का जोखिम सफलतापूर्वक रोका जा सकता है।

उन्होंने बताया कि हम कोशिश करते है कि सर्जरी से पहले जैसा घुटना था, वैसा ही ऑपरेशन के बाद भी रहे। बता दें कि अस्पताल में अब तक करीब 10 ऑपरेशन सफलतापूर्वक हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि अस्पताल में हर प्रकार की सुविधाएँ हैं और मरीजों का खास ध्यान रखा जाता हैं। अस्पताल में सर्जरी के 3 दिन बाद मरीज की छुट्टी कर दी जाती है।

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