Sunny Leone: बॉलीवुड की खूबसूरत अदाकारा सनी लियोनी आज किसी पहचान की मोहताज नहीं है। उनके आइटम सांग हिंदी फिल्मों की जान होते हैं। वहीं, सनी अपने फोटोशूट्स की वजह से भी आए दिन लाइमलाइट में रहती हैं। वैसे तो मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो सनी लियोनी की नेटवर्थ 115 करोड़ रुपये की हैं। लेकिन अब छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांशी ‘महातारी वंदन योजना’ ने ‘निर्धन सनी लियोन’ के ‘मुफलिसी भरे जीवन’ में बड़ा परिवर्तन ला दिया है। ख़बरों की माने तो वे सरकार की इस योजना के तहत वे हर महीने 1,000 ले रही हैं। छत्तीसगढ़ सरकार की हजार रुपये की यह राशि सनी के ‘दरिद्रता’ को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

जी हाँ, यह बात सच हैं कि बीते विधानसभा चुनाव में ‘महातारी वंदन योजना’ की घोषणा बीजेपी के लिए गेम चेंजर साबित हुई थीं। इस योजना की घोषणा ने ही राज्य में कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार को हटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। लेकिन, आपको जानकर हैरानी होगी कि विष्णुदेव साय सरकार की इस ‘क्रांतिकारी योजना’ से न सिर्फ छत्तीसगढ़ की गरीब महिलाओं को आर्थिक सशक्तता मिल रही हैं, बल्कि बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री ‘सनी लियोनी’ भी इसका फायदा उठाकर ‘निर्धनता’ से ‘ऊपर’ आ रही हैं।

मामला बस्तर जिले का

चौंकिए मत! एक्ट्रेस सनी लियोनी के ज़िंदगी में ऐसा कुछ नहीं हुआ कि उन्हें ‘सरकारी योजनाओं’ का लाभ उठाकर अपना जीवनयापन करना पड़ रहा हैं। दरअसल, यहां एक शख्स ने अभिनेत्री सनी लियोनी के नाम पर ‘महातारी वंदन योजना’ में फर्जी अकाउंट खुलवा लिया। इतना ही नहीं सरकार उसके खाते में इस योजना का 1,000 हर महीने जमा भी कर रही हैं। मामला, राज्य के बस्तर जिले के तालुर गांव का बताया जा रहा है। सनी लियोनी के नाम पर पैसा हड़पने वाले इस कथित शख्स का नाम वीरेंद्र जोशी बताया जा रहा है। इस फर्जीवाड़े में वीरेंद्र के खिलाफ शिकायत दर्ज हो चुकी हैं। वहीं मामले में दोषी अधिकारियों की जांच की जा रही है।

जांच के आदेश

इस मामले में दोषी के खिलाफ एफआईआर हो चुकी हैं और उससे प्राप्त राशि वसूलने की तैयारी की जा रही है। जिला कलेक्टर हरीश एस ने जांच के निर्देश देते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग को योजना की राशि वसूलने के लिए बैंक खाते को जब्त करने के आदेश भी दिए हैं।

छत्तीसगढ़। गरियाबंद की जेल में कैद वन अतिक्रमण के आरोपी की मौत के बाद आदिवासी समाज में आक्रोश है। इसके चलते आदिवासियों ने नेशनल हाइवे 130-सी जाम कर दिया। साथ ही तिरंगा चौक पर सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के लोगों ने मृतक के परिजनों के साथ मिलकर प्रदर्शन किया। इस दौरान आक्रोशित लोगों ने वन अफसरों का पुतला भी फूंका।

बता दें कि आरोपी की मौत के बाद बौखलाए समाजजनों ने वन विभाग के अफसरों पर कार्रवाई के अलावा मृतक के परिजनों को 1 करोड़ रुपए का मुआवजा देने की भी मांग की। दरअसल, 28 अगस्त को गरियाबंद परिक्षेत्र के अफसरों ने झितरीडूमर के भोजराम ध्रुव के खिलाफ वन अतिक्रमण की कार्रवाई कर जेल भेज दिया था। गिरफ्तारी के दूसरे दिन उसकी तबीयत बिगड़ गई थी। युवक की बिगड़ती तबीयत को देखते हुए आरोपी को रायपुर सेंट्रल जेल शिफ्ट कर मेकाहारा में उपचार कराया जा रहा था, लेकिन दोपहर को उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि भोजराम को बीमार हालत में कार्रवाई की गई थी। प्रशासन की समझाइश के बाद भी आक्रोश शांत होता नहीं दिख रहा है।

सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष लोकेश्वरी नेताम का कहना हैं कि युवक की मौत को लेकर आदिवासी समाज में गहरा आक्रोश है। वहीं लोगों का कहना हैं मृतक के परिजनों को जल्दी नौकरी और मुआवजा दिया जाए। फिलहाल पुलिस ने समझाइश देकर मामला शांत किया करवाया है।