INDORE: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री गुरुवार को इंदौर पहुंचे यहाँ उन्होंने मीडिया से चर्चा की इस दौरान उन्होंने बताया की इंदौर से बीआरटीएस (BRTS ) हटाया जाएगा । इसकी शिकायते उन्हें मिल रही थी,पब्लिक भी इससे परेशान हो रही थी । इंदौर में बीआरटीएस हटाने की घोषणा सीएम डॉक्टर मोहन यादव द्वारा की गई है । उनका कहना है की जनप्रतिनिधियों की मांग पर यह फैसला लिया गया है । सरकार अदालत में अपना पक्ष रखेगी ।

मध्यप्रदेश हाईकोर्ट लेगी फैसला

इंदौर में BRTS हटाने या ना हटाने का मामला एमपी हाईकोर्ट में है सीएम ने सरकार की और से अदालत में इस मामले में अपना पक्ष रखने की भी बात कही है । इंदौर बीआरटीएस को लेकर मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में जनहित याचिकाएं लगी है । इंदौर में 11. 5 किमी लंबा बीआरटीएस बना हुआ है ।
यह निरंजनपुर से राजीव गाँधी प्रतिमा तक है ।

मध्यप्रदेश में इंदौर ही एकमात्र शहर जहाँ बीआरटीएस

इंदौर में वर्ष 2013 से बीआरटीएस की शुरुवात हुई थी फिलहाल प्रदेश में इंदौर ही एकमात्र ऐसा शहर है जहाँ बीआरटीएस है । शहर में निरंजनपुर से लेकर राजीव गाँधी चौराहे तक 11. 5 किलोमीटर लंबा बीआरटीएस मौजूद है जिसमें कुल 20 बस स्टॉप आते है और 49 बसों का संचालन किया जा रहा है ।

इंदौर में 300 करोड़ की लागत से बना है बीआरटीएस

इंदौर शहर में वर्ष 2013 में 300 करोड़ की लागत से बना था बीआरटीएस । बस के लिए अलग लेन बनाने का लोगो के द्वारा विरोध भी किया गया था फिलहाल यह मामला हाईकोर्ट में है । इंदौर में जवाहर लाल शहरी नवीनीकरण मिशन के तहत इस प्रोजेक्ट के तहत राशि दी गई थी ।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Gwalior News: सोमवार को ग्वालियर के हजीरा स्थित जेसी मिल का मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दौरा किया। जेसी मिल इंदौर की हुकुमचंद मिल की तरह कई सालों से बंद है। मुख्यमंत्री के साथ क्षेत्रीय विधायक और ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर भी जेसी मिल पहुंचे।

इससे पूर्व सीएम ने मिल के मजदूरों और यूनियन के नेताओं से भेंट करते हुए मिल के ड्राइंग के माध्यम से मिल के ढाँचे को समझा। वहीं, ग्वालियर कलेक्टर रुचिका चौहान ने मुख्यमंत्री को मिल मजदूरों की देनदारी और मिल की खाली पड़ी जमीन की नीलामी की जानकारी दी। वहीं, मुख्यमंत्री की इस पहल से मजदूरों के चेहरे पर ख़ुशी लौट आई। उन्होंने मुख्यमंत्री की जमकर प्रशंसा की। मजदूर नेताओं ने मुख्यमंत्री की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि वह प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री है, जिन्होंने मिल मजदूरों के दर्द को समझा है।

जेसी मील मजदूर यूनियन के इंद्रपाल सिंह ने कहा कि उन्हें सीएम के इस कदम से राहत है। इससे पहले वे हुकुमचंद मिल के मजदूरों को भी न्याय दिला चुके हैं। ऐसे में हमें उम्मीद है जेसी मिल के मजदूरों को भी न्याय मिलेगा। सालों से इंतज़ार कर रहे मजदूरों को उनका पैसा मिलेगा। इधर, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा उनकी सरकार महिलाओं, किसानों, मजदूरों की बेहतरी के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। हम मजदूरों को उनका पैसा जरूर दिलाएंगे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार मजदूरों को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबध्द है। जेसी मिल के 8 हजार से अधिक मजदूरों को जल्द ही न्याय मिलेगा। वहीं, जो मजदूर अपनी लड़ाई में काल कलवित हो गए हैं। उनके परिवारों को जल्द न्याय मिलेगा।

सीएम आगे कहा कि मजदूरों को उनका पैसा मिलें इसके लिए हम अदालत के सामने मजबूती से अपना पक्ष पेश करेंगे। वहीं, उन्होंने कहा कि आर्थिक दिक्कतों को दूर करने के लिए बैंकों से बात करेंगे। ताकि कम से कम समय में मजदूरों को न्याय मिल सकें। इधर, मजदूर यूनियन ने मुख्यमंत्री के इस कदम की सराहना करते हुए प्रदेश सरकार को धन्यवाद ज्ञापित किया।

गौरतलब है कि ग्वालियर रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव में करोड़ों के इन्वेस्टमेंट प्रपोजल प्राप्त हुए है। सीएम कहा कि हम सालों से बंद पड़ी जेसी मिल में आईटी सेक्टर लाने के लिए प्रयासरत है। इससे ग्वालियर चंबल अंचल के युवाओं को आसानी से रोजगार मिलेगा।

Budhani News: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव लगातार बुधनी विधानसभा के भैरुंदा क्षेत्र में दौरा कर जनसभा को सम्बोधित कर भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांग रहे हैं। वहीं, शनिवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ग्राम सतराना एवं लाड़कूई पहुंचे।

यहाँ जनता को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी को लेकर कहा कि यह फ्यूज बल्ब हैं, उनमें करंट ही नहीं है। यह कांग्रेस लोगों को बरगलाने का काम कर रही है। इसके अलावा सीएम यादव ने कहा कि अपने-अपने क्षेत्र में हारे हुए प्रत्याशी बुधनी विधानसभा में कांग्रेस का प्रचार कर रहे है। कांग्रेस की इतनी गंदी सोच है कि कभी उन्होंने ने आदिवासियों को ऊपर नहीं जाने दिया।

उन्होंने रेहटी तहसील के गांव सतराना में भाजपा प्रत्याशी रमाकांत भार्गव के पक्ष में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने जनसभा को संबोधित किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कांग्रेस और कंस में कोई अंतर नहीं है। कंस भी धर्म विरोधी था। कंस तो भगवान श्रीकृष्ण का विरोधी था। उसने भगवान श्री कृष्ण से ही विरोध किया तो कंस की दुर्दशा भी क्या हुई।

ऐसी ही मानसिकता कांग्रेस पार्टी की भी है। कांग्रेस के लोग भी धर्म विरोधी लोग हैं। हम गोवर्धन की पूजा करते हैं तो कांग्रेस के लोग कहते हैं कि गोवर्धन की पूजा क्यों करते हो। मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने कहा कि कांग्रेस ने देश पर देश और प्रदेश पर वर्ष राज किया लेकिन उनकी सरकारों में विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ मध्य प्रदेश में तो एक मिस्टर बनते हर थे जिन्होंने पूरे मध्य प्रदेश को का बंटाधार कर दिया अब भी फिर से वोट मांगने के लिए बुधनी में आ रहे हैं।