Damoh News: दमोह पुलिस को रात्रि गश्त में बड़ी सफलता मिली है। दरअसल, दमोह में देर रात पुलिस ने रात्रि गश्त के दौरान पांच गौ मांस तस्करों को गिरफ्तार किया है। इलाके में लगातार बढ़ रही आपराधिक वारदातों के बाद एसपी ने विशेष अभियान चलाते हुए रात के समय अधिकारियों को सड़कों पर रहने के आदेश जारी किए हैं।
एसपी के आदेश पर विशेष चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत कोतवाली पुलिस ने शहर के गाड़ीखाना इलाके मे एक मारुति ओमनी कार को रोका और गाड़ी को चेक किया तो इस कार में जूते चप्पलों के साथ मांस के पैकेट्स रखे हुए थे। रात्रि गश्त के दौरान दमोह पुलिस। चित्र: एसीएन भारत
जब पुलिस ने बारीकी से जांच की तो ये मांस गौ मांस था। पुलिस ने मांस और कार को जब्त करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों में दो नाबालिग और तीन बालिग हैं। पुलिस के मुताबिक ये गौ मांस आरोपी जबलपुर से लेकर आये है। फिलहाल पुलिस मामले की जाँच में जुटी है। यह जानकारी थाना प्रभारी आंनद राज ने दीं।
कार दुर्घटना में तीन लोग घायल, पुरैना मोड़ पर हुआ हादसा
हादसे में गर्भवती महिला को भी चोटें आई हैं। चित्र: सोशल मीडिया
दमोह में देर रात एक सडक हादसा सामने आया है। हादसे में तीन लोग गंभीर रुप से घायल हुए है। जिनको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के मुताबिक, जिले के हटा ब्लॉक के रुसल्ली गाँव से एक गर्भवती महिला की डिलीवरी कराने उसके परिजन हटा सिविल अस्पताल कार से आ रहे थे। इसी बीच अचानक पुरैना मोड़ के पास कार अनियंत्रित होकर पलट गई। कार में महिला के अलावा उसका पति सास और देवर सवार थे। दुर्घटना में तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे में गर्भवती महिला को भी चोटें आई है। घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने घायलों को हटा के सिविल अस्पताल पहुंचाया है। जहां तीनों घायलों का इलाज चल रहा है।
Damoh News: दमोह में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक दलित दूल्हे को घोड़ी पर बैठाने को लेकर कुछ लोगों ने बग्गी मालिक और उसके कर्मचारियों की पिटाई कर दी।
घटना जबलपुर नाका पुलिस चौकी के तहत आने वाले चोरई गांव में घटी। यहां एक दलित समाज के लड़के की शादी थी और बारात में दूल्हे को घोड़ी और बग्गी पर बैठाने का इंतजाम किया गया था। दूल्हे के परिवार ने दमोह से बग्गी का इंतजाम किया, लेकिन गांव के कुछ दबंगों को यह नागवार गुजरा। उन्होंने बग्गी मालिक से यह कहकर घोड़ी बग्गी पर दूल्हे को न बैठाने की मांग की।
हालांकि, बग्गी मालिक ने इस बात को दूल्हे और उनके परिवार को बताया, लेकिन बाद में गांव के कुछ जिम्मेदार व्यक्तियों ने उन्हें भरोसा दिलाया कि कोई समस्या नहीं होगी। बारात पूरे धूमधाम से निकली और नाचते-गाते लोग शामिल हुए। लेकिन, बारात के बाद जब बग्गी मालिक राहुल रजक और जयकिशन रजक दमोह लौट रहे थे, तो कुछ दबंगों ने उन्हें रोक लिया और उनकी बुरी तरह पिटाई कर दी।
इसके बाद बग्गी मालिक और उसके दो साथी किसी तरह अपनी जान बचाकर जबलपुर नाका पुलिस चौकी पहुंचे, जहां उनकी चोटों का इलाज जिला अस्पताल में कराया गया। थाना प्रभारी आंनद अहिरवाल के मुताबिक पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया है और उनकी तलाश जारी है।
Love Jihad: दमोह (Damoh News) से एक और लव जिहाद का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिसमें एक नाबालिग लड़की को इसका शिकार बनाया गया है। यह मामला इलाके में सनसनी का कारण बन गया है और हिंदूवादी संगठनों ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।
दरअसल, एक महीने पहले दमोह के देहात थाना क्षेत्र से एक स्कूल छात्रा गायब हो गई थी। लड़की के परिजनों ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई और पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। हालांकि, पुलिस को इस मामले में कोई सफलता नहीं मिली। इस बीच, पीड़ित परिवार को दमोह के मारुताल इलाके में एक लड़के शहबाज के बारे में जानकारी मिली।
पीड़ित नाबालिग को थाने ले जाती पुलिस। चित्र: एसीएन भारत
इसके बाद परिजनों ने हिंदू संगठनों से संपर्क किया। लड़की के दमोह लौटने के बाद जो जानकारी सामने आई और उसने सभी को हैरान कर दिया। पीड़ित परिवार और हिंदू नेताओं के मुताबिक, शहबाज नामक युवक ने नाबालिग को स्कूल से उठाकर दिल्ली ले गया था और उसे वहां एक महीने तक रखा। लड़की ने बताया कि शहबाज के साथ उसके अपहरण में दो अन्य लोग भी शामिल थे, जो हिंदू समुदाय से थे।
लड़की ने यह भी खुलासा किया कि शहबाज ने उसे प्रेम जाल में फंसाया और फिर अपहरण कर लिया। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और नाबालिग से पूछताछ की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि एक महीने में उसे किस प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस मामले के उजागर होने के बाद हिंदू संगठन पुलिस की कार्रवाई से नाराज हैं, और पवन रजक का कहना हैं कि यदि वे सक्रिय नहीं होते तो पुलिस शायद इस मामले को हल्के में ले लेती।
इधर, सीएसपी अभिषेक तिवारी ने बताया कि कुछ समय पहले दमोह थाने में एक लड़की के मिसिंग की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। अब वो लड़की दिल्ली से बरामद हुई है। उसने अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया है। इस मामले में आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Accident: मथुरा जा रहे तीर्थयात्रियों की मिनी बस व्यारमा नदी में गिरी; हादसे में 17 लोग घायल
मिनी बस व्यारमा नदी पुल से नीचे गिर गई। चित्र: एसीएन भारत
Accident: दमोह से बड़ी खबर सामने आई है जिसमें एक मिनी बस नदी के पुल से नीचे गिर गई। इस हादसे में 17 लोग घायल हो गए हैं। दमोह जबलपुर स्टेट हाइवे पर यह दुर्घटना हुई है। हादसे में दो लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही हैं, जिन्हें जबलपुर रेफर किया गया है।
जानकारी के मुताबिक, देर रात करीब ढाई बजे जबलपुर की तरफ से आ रही एक मिनी बस नोहटा पुल के नीचे गिर गई। बस में सवार लोग जबलपुर से मथुरा तीर्थ यात्रा के लिए जा रहे थे। प्रत्यक्षदर्शी सीताराम रैकवार के मुताबिक, व्यारमा नदी के इस पुल के आसपास रहने वाले लोगों ने रात के सन्नाटे में जोरदार आवाज सुनी और मदद के लिए बाहर निकले। स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी।
जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया। जिला अस्पताल में घायलों का इलाज किया गया और स्थानीय प्रशासन ने मौके पर स्थिति का जायजा लिया। इलाके के एसडीएम सौरभ गंधर्व और एडिशनल एसपी संदीप मिश्रा ने रात में ही मोर्चा संभाला और पीड़ितों की मदद की। उनके मुताबिक, हादसे की जांच की जा रही है और प्रशासन घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए मुस्तैद है।
प्राचीन हरसिद्धि मंदिर से दान बैठी लेकर फरार हुए चोर; 75 वर्षीय महिला ने पीछा भी किया
ग्रामीण घटना की जानकारी देते हुए। चित्र: एसीएन भारत
दमोह के पथरिया थाना क्षेत्र के बांसा गांव स्थित प्राचीन हरसिद्धि मंदिर में देर रात चोरी की वारदात ने हड़कंप मचा गया। इस चोरी के दौरान एक 75 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने साहसिक कदम उठाया और चोरों का पीछा किया। हालांकि, चोर मंदिर की दान पेटी लेकर फरार हो गए।
दरअसल, बीती रात करीब 2 बजे के आसपास हरसिद्धि मंदिर के पास रहने वाली 75 वर्षीय राधारानी ने कुछ अजीब आवाजें सुनीं। महिला घर से बाहर निकली और देखा कि कुछ लोग मंदिर के पास थे लेकिन वह चोरों का पीछा करने में सफल नहीं हो पाई। महिला ने तुरंत मंदिर के पुजारी को उठाया और जब पुजारी ने मंदिर का निरीक्षण किया तो पाया कि मंदिर की दान पेटी गायब थी।
चोर दान पेटी को कुछ दूर फेंक गए। चित्र: एसीएन भारत
पुजारी प्रेम प्रकाश चौबे के मुताबिक, दान पेटी पिछले तीन सालों से नहीं खोली गई थी और उसमें लगभग 50 हजार रुपये होने की संभावना है। पुलिस ने फारेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड को घटनास्थल पर भेजकर जांच शुरू कर दी है। एसडीओपी रघु केशरी के अनुसार, चोरी की इस वारदात को गंभीरता से लिया जा रहा है और जल्दी ही चोरों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।