Sunny Leone: बॉलीवुड की खूबसूरत अदाकारा सनी लियोनी आज किसी पहचान की मोहताज नहीं है। उनके आइटम सांग हिंदी फिल्मों की जान होते हैं। वहीं, सनी अपने फोटोशूट्स की वजह से भी आए दिन लाइमलाइट में रहती हैं। वैसे तो मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो सनी लियोनी की नेटवर्थ 115 करोड़ रुपये की हैं। लेकिन अब छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांशी ‘महातारी वंदन योजना’ ने ‘निर्धन सनी लियोन’ के ‘मुफलिसी भरे जीवन’ में बड़ा परिवर्तन ला दिया है। ख़बरों की माने तो वे सरकार की इस योजना के तहत वे हर महीने 1,000 ले रही हैं। छत्तीसगढ़ सरकार की हजार रुपये की यह राशि सनी के ‘दरिद्रता’ को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
जी हाँ, यह बात सच हैं कि बीते विधानसभा चुनाव में ‘महातारी वंदन योजना’ की घोषणा बीजेपी के लिए गेम चेंजर साबित हुई थीं। इस योजना की घोषणा ने ही राज्य में कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार को हटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। लेकिन, आपको जानकर हैरानी होगी कि विष्णुदेव साय सरकार की इस ‘क्रांतिकारी योजना’ से न सिर्फ छत्तीसगढ़ की गरीब महिलाओं को आर्थिक सशक्तता मिल रही हैं, बल्कि बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री ‘सनी लियोनी’ भी इसका फायदा उठाकर ‘निर्धनता’ से ‘ऊपर’ आ रही हैं।
मामला बस्तर जिले का
चौंकिए मत! एक्ट्रेस सनी लियोनी के ज़िंदगी में ऐसा कुछ नहीं हुआ कि उन्हें ‘सरकारी योजनाओं’ का लाभ उठाकर अपना जीवनयापन करना पड़ रहा हैं। दरअसल, यहां एक शख्स ने अभिनेत्री सनी लियोनी के नाम पर ‘महातारी वंदन योजना’ में फर्जी अकाउंट खुलवा लिया। इतना ही नहीं सरकार उसके खाते में इस योजना का 1,000 हर महीने जमा भी कर रही हैं। मामला, राज्य के बस्तर जिले के तालुर गांव का बताया जा रहा है। सनी लियोनी के नाम पर पैसा हड़पने वाले इस कथित शख्स का नाम वीरेंद्र जोशी बताया जा रहा है। इस फर्जीवाड़े में वीरेंद्र के खिलाफ शिकायत दर्ज हो चुकी हैं। वहीं मामले में दोषी अधिकारियों की जांच की जा रही है।
जांच के आदेश
इस मामले में दोषी के खिलाफ एफआईआर हो चुकी हैं और उससे प्राप्त राशि वसूलने की तैयारी की जा रही है। जिला कलेक्टर हरीश एस ने जांच के निर्देश देते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग को योजना की राशि वसूलने के लिए बैंक खाते को जब्त करने के आदेश भी दिए हैं।
Encounter: उत्तरप्रदेश के पीलीभीत से बड़ी खबर आ रही है। यहां पंजाब और यूपी पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में तीन खालिस्तानी आतंकियों का सफाया कर दिया गया है। मारे गए तीनों आतंकियों ने पंजाब के गुरदासपुर में एक पुलिस चौकी पर हमला किया था। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, हमले में मारे गए इन तीनों आतंकियों के पास से पिस्टल समेत कुछ अन्य हथियार बरामद किए गए।
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने तीनों आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि की है। उन्होंने सोशल मीडिया के एक्स पेज से यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि आतंकियों के पंजाब और यूपी पुलिस की मुठभेड़ यूपी के पीलीभीत स्थित पीएस पूरनपुर क्षेत्र में हुई है। पुलिस के मुताबिक, तीनों आतंकियों पर गुरदासपुर में पुलिस चौकी पर ग्रेनेड के हमले का आरोप था। फिलहाल इस मामले में आतंकी मॉड्यूल की जाँच बाकी है।
यह जानकारी पंजाब डीजीपी ने एक्स पर दी। चित्र: सोशल मीडिया
18 से 25 साल की उम्र के थे आतंकी
प्राप्त जानकारी के अनुसार, तीनों आतंकी 18 से 25 साल की उम्र के थे। जिनमें गुरदासपुर जिले के कलानौर से आतंकी गुरविंद सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि पुत्र रंजीत सिंह उर्फ जीता और तीसरा आतंकी ग्राम निक्का सूर से जसन प्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह शामिल था। तीनों आतंकी पंजाब के पुलिस प्रतिष्ठानों पर ग्रेनेड हमले की आरोपी थे। जिनकी पंजाब और यूपी पुलिस की मुठभेड़ में मौत हो गई। दरअसल, दो दिन पहले पंजाब के गुरदासपुर स्थित बख्शीवाल चौक में आतंकियों ग्रेनेड से हमला कर दिया था। जिससे स्थानीय रहवासी सहम गए थे। बता दें कि पंजाब में पिछले 28 दिनों में इस तरह के 8 से ज्यादा हमले हुए। जिसमें खालिस्तानी कट्टरपंथियों का नाम सामने आया।
Rewa: रीवा में ठंड का सीजन आते ही बाजारों में जगह-जगह आपको कई ऐसी दुकान और ठेले दिखाई देंगे जो अमरूदों से सजे हुए है। यह एक ऐसा फल है, जिसे देखते ही किसी के भी मुंह में पानी आ जाए।
बूढ़ा हो या जवान हर कोई इस फल का दीवाना है। रीवा फल अनुसंधान केंद्र में उत्पादित किए जा रहे अमरूदों के 80 वेरायटियों में से एक धारीदार अमरूद बेहद ही खास है। धारीदार अमरुद के टेस्ट की बात ही अलग है। इस अमरूद की खासियत है कि इसके मिठास का हर कोई कायल है। इसके साथ ही इसके अंदर के बीज भी अन्य अमरूद की तुलना में काफी मुलायम है।
फल अनुसंधान केंद्र में उत्पादित धारीदार अमरूद। चित्र: एसीएन भारत
रीवा कृषि वैज्ञानिक फल अनुसंधान केन्द्र के टीके सिंह का कहना हैं कि इसकी सबसे बड़ी पहचान है की इसके बाहरी भाग में 6 धारियां होती है। जिसके कारण इस फल को धारीदार अमरूद कहा जाता है। रीवा के कुठुलिया फल अनुसंधान केंद्र तो वैसे आमों के बागीचे के नाम से जाना जाता है। यहां अमरपाली, सुंदरजा दशहरी, लंगड़ा, मल्लिका, बेंगलुरु, चौसा, बॉम्बे ग्रीन जैसे कई किस्म के आमों की वैरायटी उपलब्ध है।
रीवा कृषि वैज्ञानिक फलअनुसंधान केन्द्र के टीके सिंह। चित्र: एसीएन भारत
मगर इस अनुसंधान केंद्र में स्थित एक बाग ऐसा भी है, जहां पर अमरूद की 80 से ज्यादा वैरायटियों पर वैज्ञानिकों के द्वारा शोध किया जा रहा है। इनमें से एक अमरूद बेहद खास है जिसका नाम धारीदार अमरुद है।
Saharanpur News: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर ज़िले में एक अनोखी दुल्हन का मामला सुर्ख़ियों में है। यहां एक दुल्हन ने सुहागरात के दिन दूल्हे से बीयर गांजे की डिमांड कर डाली। इसके बाद मामला थाने तक पहुंच गया। दोनों पक्षों समझाने की कोशिश की जा रही है लेकिन अभी तक सुलह नहीं हो पाया है।
यह अजीबोगरीब घटना पुराने शहर की एक कॉलोनी से जुड़ा है,जहाँ दुल्हन ने सुहागरात के दिन ही दूल्हे से बीयर गांजा और मांस की डिमांड कर दी। दुल्हन की डिमांड पर दूल्हा हक्का-बक्का रह गया। उसने यह पूरा माजरा परिवार के दूसरे सदस्यों को बताया। इसके दूल्हा और उसके परिजन पुलिस थाने पहुँच गए। घटना के बाद पुलिस दोनों पक्षों को समझाने की भरसक कोशिश कर रही है लेकिन अभी तक मामला शांत नहीं हो पाया है।
लड़की नहीं थर्ड जेंडर
वहीं, इस मामले में दूल्हे के परिवार ने दुल्हन पर आरोप लगाया कि वह लड़की नहीं बल्कि थर्ड जेंडर है। हालांकि, इस मामले में दोनों पक्षों ने अपनी तरफ से लिखित शिकायत नहीं दी है। फ़िलहाल, दोनों पक्षों ने अपने रिश्तेदारों की मदद से मामले को सुलझाने की कोशिश की है।
India-Palestine Relations: संसद में फिलिस्तीन के समर्थन में वायनाड सांसद प्रियंका गांधी के बैग से तेज की राजनीति गर्मा गई हैं। सोशल मीडिया पर भाजपा समर्थक प्रियंका गांधी की जमकर ट्रोलिंग कर रहे हैं। वहीं, मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रियंका गांधी पर जमकर प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के 5 हजार से अधिक युवा इजराइल में काम कर रहे हैं। उन्हें वहां खाना और रहना मुफ्त मिल रहा है और लाखों में सैलरी भी मिल रही है। जबकि कांग्रेस की एक सांसद संसद में फिलिस्तीन के समर्थन में बैग लेकर घूम रही है। ऐसे में आइए जानते हैं कि भारत के अब तक फिलिस्तीन और इजराइल विवाद पर क्या रुख रहा है।
धर्म के आधार पर फिलिस्तीन के बंटवारे के विरोध में थे नेहरू
यूएन में नेहरू फिलिस्तीन के समर्थन में। चित्र : सोशल मीडिया
भारत को 15 अगस्त, 1947 में अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिली। भारत की आजादी के एक साल बाद ही 1948 में फिलिस्तीन के दो दुकड़े हो गए और इजराइल देश बसाया गया। फिलिस्तीन के बंटवारे की भनक भारत 1947 में ही लग गई थी। उस समय भारत ने संयुक्त राष्ट महासभा में फिलिस्तीन के दो टुकड़े किए जाने का विरोध जताया था। दरअसल, जवाहरलाल नेहरू भारत की तरह धर्म के आधार पर फिलिस्तीन के टुकड़े करने के खिलाफ था। लिहाजा भारत ने इसके खिलाफ यूएन में मतदान भी किया था। साथ ही 1974 भारत पहला गैर अरब देश था जिसने यासिर अराफात की अगुवाई वाले फिलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गेशनजेशन(PLO) को मान्यता प्रदान की थी। बता दें कि उस दौर में यासिर अराफात फिलिस्तीनी आंदोलन के सबसे बड़े नेता थे। यासिर की भारत से घनिष्ट मित्रता थी। यासिर के इंदिरा गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी से गहरे रिश्ते थे। वे इंदिरा गांधी को अपनी बहन मानते थे।
यासिर अराफात के साथ अटल बिहारी वाजपेयी। चित्र: सोशल मीडिया
2015 में मोदी सरकार ने किया फिलिस्तीन का समर्थन
कांग्रेस हो या बीजेपी भारत हमेशा से फिलिस्तीन के साथ रहा है। साल 1988 में अमेरिका और इजरायल के पुरजोर विरोध के बावजूद भारत उन देशों में शामिल था जिसने फिलिस्तीन को मान्यता प्रदान की। इसी तरह सितंबर 2015 में केंद्र की मोदी सरकार ने यूएन परिसर में दूसरे देशों की तरह फिलिस्तीन के झंडे को भी लगाने का समर्थन किया। यहां के वर्तमान राष्टपति महमूद अब्बास भारत के कई दौरे कर चुके हैं। अक्टूबर 2015 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने फिलिस्तीन का दौरा किया था। इसके अलावा भारत के गृह मंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, विदेश मंत्री जसवंत और सुषमा स्वराज इस अरब देश का दौरा कर चुकी हैं।
भारत पहली बार इजराइल के खिलाफ वोटिंग से दूर रहा
7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला कर दिया। इस हमले में क़रीब 1200 लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद पीएम मोदी ने पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को सबसे पहले फोन कर इजरायल के साथ खड़े होने का भरोसा दिलाया था। इसके बाद इजरायल ने ग़ज़ा और वेस्ट बैंक में हमला कर कब्ज़ा कर लिया। इसके चलते फिलिस्तीन संयुक्त राष्ट्र महासभा में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ़ जस्टिस यानी आईसीजे की एडवाइज़री के बाद एक साल के अंदर ग़ज़ा और वेस्ट बैंक में इसराइली कब्ज़े को ख़त्म करने का प्रस्ताव लाया। इस प्रस्ताव पर 19 सितम्बर 2024 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में वोटिंग हुई। लेकिन भारत ने इजरायल के खिलाफ वोटिंग से दूरी बना ली। बता दें संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत समेत 193 देश है। इस प्रस्ताव पर124 सदस्य देशों ने फिलिस्तीन के समर्थन में, 14 देशों ने इजरायल के समर्थन में और भारत समेत 43 देश इस वोटिंग से बाहर रहे।
दोनों देशों को लेकर क्या स्टैंड था भारत का?
वोटिंग से दूरी बनाने के बाद संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पर्वतनेनी हरीश का कहना था कि दोनों मुल्कों के इस संघर्ष में हजारों बच्चों, महिलाओं और लोगों की मौत हो गई है। हम इजरायल पर हुए हमास के हमले की निंदा करते हैं। इस संघर्ष में हजारों लोगों के मारे जाने की भी निंदा करते हैं। साथ ही भारत ने कहा कि हम ग़ज़ा पट्टी में मानवीय मदद पहुंचाने के पक्ष में हैं। भारत ने स्पष्ट कहा कि हम दो राष्ट्र सिद्धांत की बात करते हैं। इसी के ज़रिए दोनों देशों के बीच शांति लायी जा सकती है।
2024-25 में भारत फिलिस्तीन को 50 लाख डॉलर की मदद करेगा
फिलिस्तीन और इजरायल के संघर्ष में भारत का रुख साफ है। भारत गाजा के फिलिस्तीनी शरणार्थियों की मदद के लिए 50 लाख डॉलर की मदद करेगा। इसकी पहली क़िस्त यानी 25 लाख डॉलर भारत जारी कर चुका है। इससे साल 2023-24 में भी भारत फिलिस्तीनी शरणार्थियों की मदद के लिए 50 लाख डॉलर की मदद की थी।
फिलिस्तीन का विरोध क्यों नहीं करता भारत?
बता दें कि इजरायल की तरह भारत के फिलिस्तीन से सीधे-सीधे कोई फायदा नहीं है। लेकिन फिलिस्तीन के समर्थन की वजह से भारत के अरब देशों से संबंध सहज रहेंगे। गौरतलब हैं कि अरब देशों पर भारत गैस, तेली जैसी चीजों के लिए निर्भर है। साथ ही लाखों भारतीय लोग अरब देशों में काम करते हैं। उन्हें किसी तरह की तकलीफ ना हो इसलिए भारत का रुख साफ है।
इजरायल से 7.5 बिलियन से ज्यादा का व्यापार
वहीं, भारत और इजरायल के व्यापारिक संबंध है। बीते वित्तीय वर्ष में भारत के साथ इजरायल का व्यापार 7.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर से ज्यादा का व्यापार हो चुका है। एशिया महाद्वीप में इजरायल भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। इजरायल अपने कुल हथियार निर्यात का 40 फीसदी हिस्सा भारत को भेजता है। जबकि व्यापार में दोनों देश 50 फीसदी के भागीदार हैं।
Jitu Patwari: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने झोतेश्वर से लौटते समय राजमार्ग पर पूर्व विधायक संजय शर्मा के निवास पर स्नेह भोज में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से सजन्य भेंट की और आगामी 16 तारीख को भोपाल में होने वाले विधानसभा घेराव में सभी कांग्रेसजनों को शामिल होने की अपील की।
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा कि वे पिछले 14 हफ्तों से केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने का समय मांग रहे हैं, लेकिन केंद्रीय कृषि मंत्री ने अब तक मुलाकात के लिए समय नहीं दिया।
जीतू पटवारी ने चेतावनी दी कि यदि शिवराज सिंह चौहान उनसे मुलाकात नहीं करते हैं, तो कांग्रेस पूरे प्रदेश में अन्नदाता यात्रा निकालने का निर्णय लेगी।
Ujjain News: महाकाल की नगरी उज्जैन में दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ है। हादसे में दिल्ली से शादी में शामिल होने आए मेहमानों की कार बेकाबू होकर पेड़ से टकरा गई। यह भीषण दुर्घटना रविवार रात उज्जैन के कायथा मोड़ पर हुई।
दुर्घटना में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार, उज्जैन के पांडेय परिवार की शादी 16 दिसंबर को होने वाली थी। शादी में शामिल होने के लिए दामाद गाजियाबाद से आ रहे थे। उन्हें रिसीव करने के लिए मक्सी से रवि पांडे के बेटे मयंक, बेटी वंशिका और भांजा अटल एसयूवी से गए थे।
हादसे के समय कार में चार लोग सवार थे। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार का इंजन लगभग 300 मीटर दूर जा गिरा और कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे में कार चला रहे मयंक पांडेय की जान तो बच गई, लेकिन उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। वहीं, हादसे में दो अन्य लोगों की मौत हो गई। दुर्घटना के बाद कार को कटर से काटकर शवों को निकाला गया।
MP Congress: जीतू पटवारी के नेतृत्व में 16 तारीख को विधानसभा घेराव; कांग्रेस ने की तैयारी
कांग्रेस नेताओं ने की विधानसभा घेराव की तैयारी। चित्र: एसीएन भारत
MP Congress: कांग्रेस पार्टी 16 दिसंबर को भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ मध्य प्रदेश विधानसभा घेराव करने जा रही है। उज्जैन में इस आंदोलन की तैयारी जोरों पर है। कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी संजय दत्त और सहप्रभारी राजा चौक की मौजूदगी में बैठकें हो रही हैं।
पार्टी के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता इस घेराव में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने के लिए रणनीति बना रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के नेतृत्व में यह आंदोलन चलाया जाएगा। महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और अल्पसंख्यकों, दलितों तथा महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अत्याचारों का मुद्दा उठाया जाएगा।
कांग्रेस के नेताओं का कहना हैं कि भाजपा सरकार जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाई है। मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा गया कि वह कार्यकर्ताओं पर दबाव बना रहे हैं। उज्जैन से करीब 2000 कार्यकर्ताओं के साथ इस आंदोलन में शामिल होने के लिए मुकेश भाटी ने भी पूरी तैयारी कर ली है। कांग्रेस पार्टी का दावा है कि इस घेराव के माध्यम से वह प्रदेश की जनता की आवाज को और बुलंद करेगी और सरकार के खिलाफ जनाक्रोश को एकजुट करेगी।
Indore News: एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज मध्यप्रदेश और फ्यूचर इवेंट्स द्वारा आयोजित इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग एक्सपो-2024 इस बार और भी बड़े पैमाने पर आयोजित किया की जाएगी। यह एक्सपो 13 से 16 दिसंबर तक लाभगंगा एग्जिबिशन सेंटर में होगा और प्रदेश के औद्योगिक विकास को एक नई दिशा देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा।
एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज मध्यप्रदेश के अध्यक्ष योगेश मेहता
चार दिवसीय प्रदर्शनी में मध्यप्रदेश के उद्योगपतियों, मैन्युफैक्चरिंग इकाइयों, सप्लायर्स, डिस्ट्रीब्यूटर्स और ट्रेडर्स के लिए एक अद्वितीय अवसर प्रदान करेगी। एक्सपो में उन्नत तकनीकी का आदान-प्रदान होगा, जिससे प्रदेश के उद्यमियों को नवीनतम जानकारी प्राप्त होगी और वे अपने व्यवसाय को और अधिक प्रगति की दिशा में ले जा सकेंगे। एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज मध्यप्रदेश के अध्यक्ष योगेश मेहता ने बताया कि इस एक्सपो का मुख्य उद्देश्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करना, नवीन निवेश आकर्षित करना और रोजगार व व्यापार गतिविधियों को बढ़ावा देना है।
उन्होंने यह भी कहा कि इंदौर उद्योगों के लिए भारत के शीर्ष शहरों में से एक है और यहां निवेश के लिए अत्यधिक उपयुक्त वातावरण है। इंदौर में निरंतर औद्योगिक और व्यावसायिक विकास हो रहा है, जो इस क्षेत्र के लिए सकारात्मक संकेत है।
बाबा साहब अंबेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण
इंदौर में महापरिनिर्वाण दिवस पर गीता भवन चौराहे स्थित बाबा साहब अंबेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इस दौरान महापौर पुष्य मित्र भार्गव ने बाबा साहब के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए आयरन स्क्रैप से बने सांची स्तूप के दक्षिण द्वार की प्रतिकृति का लोकार्पण किया।
इंदौर के गीता भवन चौराहे स्थित अंबेडकर प्रतिमा के पास सांची स्तूप के दक्षिण द्वार लोकार्पण किया गया है। भारतीय बौद्ध महासभा के कार्यकर्ताओं ने इस अवसर पर बाबा साहब के आदर्शो पर चलने का संकल्प लिया। भारतीय बौद्ध महासभा के अध्यक्ष मुकुल वाघ ने बताया कि आज बाबा साहब अंबेडकर महापरिनिर्वाण दिवस पर इंदौर सहित पूरे देश में उनके अनुयायियों द्वारा श्रद्धासुमन अर्पित की जा रही है।
उन्होंने बताया कि इस देश की बुनियाद को मजबूत करने में बाबा साहब का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। बाबा साहब अंबेडकर ने अपने पूरे जीवन में शोषित और वंचित वर्ग के उत्थान के लिए काम किया है। उनके द्वारा लिखे गए संविधान की वजह से सभी को अपने अधिकार मिले हैं। आज सभी लोग उनके प्रति अपनी कृतज्ञता जाहिर कर रहे हैं।
बता दें कि महापरिनिर्वाण दिवस 6 दिसंबर को मनाया जाता है। हम सभी के लिए य़ह एक महत्वपूर्ण दिन है इस दिन हम भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की याद में उनके योगदान और जीवन के आदर्शों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके प्रति कृतज्ञता जाहिर करते हैं।
मल्हारगंज स्थित जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में चोरी
इंदौर के मल्हारगंज स्थित जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में चोरी का मामला सामने आया है। यहां अज्ञात बदमाशों ने दो-तीन दिसंबर की रात को कार्यालय की खिड़की तोड़कर दस्तावेजों के 15 बैग चोरी करके भाग गए। चोरी गए दस्तावेजों में कोर्ट दावों, वेतन बिलों, बजट, नियुक्ति और अन्य महत्वपूर्ण कागजात शामिल हैं। यह दस्तावेज वर्ष 2005 से 2020 के बीच के है।
चोरी हुए दस्तावेजों में कोर्ट याचिकाएं, वेतन रिकॉर्ड, बजट से जुड़े कागजात और नियुक्ति से संबंधित कागजात शामिल हैं। इस मामले में एसीपी विवेक सिंह चौहान का कहना हैं कि चोरी के मामले में विभागीय किसी व्यक्ति के शामिल होने का शक है। यह कार्यालय की सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चुक है। शिकायत के आधार पर मल्हारगंज थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस इस मामले की सघन जांच कर रही है और चोरी के आरोपी की तलाश में जुटी हुई है।
पुलिस विभाग ने कहा है कि मामले में जल्द ही जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
पातालपानी : पर्यटकों के मोबाइल चुराने वाले शातिर बदमाश पकड़ाए
महू के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल पातालपानी में विगत कुछ समय से अज्ञात बदमाशो के द्वारा पर्यटक स्थल पर घूमने आने वाले पर्यटकों के साथ मोबाइल लूट की घटना की जा रही थी। जिस संबंध में थाना बडगोंदा में अपराध पंजीबद्ध किए गए थे। इसी कड़ी में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया गया।
मुखबिर द्वारा बाहर से आए अज्ञात बदमाश लड़को के संबंध में सूचना दी गई कि रायल रिसोर्ट के पास मुरम की खदान में पातालपानी रोड पर अज्ञात बदमाशों की एक टोली अवैध हथियारों के साथ बैठकर पर्यटको के साथ लूट की योजना बना रही है। सूचना पर थाना बडगोंदा की दो टीमों का गठन करते हुए तत्काल दबिश दी गई और कुल 9 बदमाशों को मौके पर हिरासत में लिया गया। जिसमें 6 अवयस्क तथा 3 वयस्क बदमाश पाए गए। जिनकी तलाशी पर उनके कब्जे से 1 छुरा, 2 बटनदार चाकू, एक 12 बोर देशी कट्टा, जिंदा कारतूस, एक नकली पिस्टल व पूर्व में की गई लूट के 9 मोबाइल एवं स्वयं के द्वारा उपयोग किए जाने वाले 5 अन्य मोबाइल जप्त किए गए।
Intercontinental Ballistic Missile: रूस ने गुरुवार सुबह यूक्रेन पर इंटरकॉन्टीनेंट बैलिस्टिक मिसाइलों (आईसीबीएम) से हमला कर दिया। यह पहला मौका है जब इस जंग में आईसीबीएम मिसाइलों का उपयोग किया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, रूस आज सुबह 5 से 7 बजे के बीच में यूक्रेन के दनीप्रो शहर पर इन मिसाइलों से ताबड़तोड़ हमला बोल दिया। ऐसा माना जा रहा है कि इसके लिए रूस ने आरएस-26 रूबेजह मिसाइलों का उपयोग किया हो। रूस ने मिसाइल अस्त्राखान क्षेत्र बरसाई है। इस हमले की पुष्टि यूक्रेन की वायुसेना ने की है। इसके अलावा रूस ने यूक्रेन पर केएच-101 क्रूज और किंझल हापरसोनिक मिसाइलों से भी हमला बोला।
रूस ने इस हमले के जरिए यूक्रेन के कई महत्वपूर्ण इंस्टीट्यूशन, बिल्डिंग और स्ट्रक्चर को तहस नहस कर दिए। यह जानकारी भी यूक्रेन की वायुसेना ने दी है। यूक्रेन पर हुए इस हमले में रूस ने गैर-परमाणु हथियारों का उपयोग किया है। साथ ही रूस ने लंबी दूरी के बमवर्षकों टीयू-95एमएस भी यूक्रेन पर बरसाए। रूस ने बमवर्षकों से हमला अपने वोल्गोग्राड क्षेत्र से किया। इसके अलावा ताम्बोव क्षेत्र से किंझल हाइपरसोनिक मिसाइलें दागी गई। इन मिसाइलों के जरिए एमआईजी-31के फाइटर जेट छोड़े गए।
रूस ने ब्रिटिश मिसाइलों को मार गिराया
साथ ही रूस ने दावा किया कि दो ब्रिटिश स्टॉर्म शैडो मिसाइलों को उसके हवाई डिफेंस सिस्टम ने मार गिराने में सफलता हासिल की है। इन मिसाइलों को यूक्रेन ने रूस पर छोड़ी थी। बता दें कि यूक्रेन ने भी इस जंग में पहली बार ब्रिटिश स्टॉर्म शैडो मिसाइलों से हमला बोला है। वहीं, यूक्रेन को रूस के हमले की पहले से ही आशंका थी। इधर, यूक्रेन की इंटेलिजेंस ने 20 नवंबर 2024 को ही आशंका जता दी थी कि रूस इंटरकॉन्टीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल आरएस-26 रूबेजह से उस पर हमला कर सकता है। रूस ने इन मिसाइलों को कपुस्तिन यार एयर बेस से दागा था। रूस के इस हिस्से को अस्त्रखान भी कहा जाता है। इस मिसाइल में खतरनाक पारंपरिक या परमाणु हथियार लगा सकते हैं।
4 हथियार लगा सकते हैं
36 हजार किलोग्राम वजनी रूस की इंटरकॉन्टीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल आरएस-26 रूबेजह बेहद खतरनाक मानी जाती है। यह मिसाइल 150/300 किलोटन के चार हथियारों को लगाकर दागी जा सकती है। एमआईआरवी तकनीक से लैस इस मिसाइल को चार टारगेट्स पर दागा जा सकता है। इसके अलावा आरएस-26 रूबेजह अपने साथ अवांट-गार्ड हाइपरसोनिक ग्लाइड वाहन को ले जा सकती है। जिससे हमला और भी खतरनाक हो सकता है। इस मिसाइल के जरिए 6 हजार किलोमीटर की रेंज तक हमला किया जा सकता है। वहीं, इस मिसाइल की स्पीड बेहद चौंकाने वाली है। यह अपने टारगेट की तरफ 24,500 किमी/घंटा की गति से हमला बोलती है। ऐसे में दुनिया के किसी भी एयर डिफेंस सिस्टम से इसे रोकना नामुमक़िन है। इसको रोड-मोबाइल लॉन्चर से छोड़ा जाता है।
International Tolerance Day: राजधानी भोपाल में अंतर्राष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस (International Tolerance Day) के अवसर पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा आयोजित विश्व सहिष्णुता दिवस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर कार्यक्रम में विश्वभर से प्रतिनिधियों ने शिरकत की। आयोजकों ने बताया कि मध्य प्रदेश को इस कार्यक्रम के लिए इसलिए चुना गया है क्योंकि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की नेतृत्व में प्रदेश को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए उनकी इन्वेस्टमेंट नीति ने राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त की है। डॉ. यादव की इन्वेस्टमेंट नीति को देश भर में सबसे बेहतरीन माना जा रहा है, जो राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. यादव का भव्य स्वागत किया गया और विभिन्न वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए। इस कार्यक्रम में शैक्षिक संस्थानों और आम जनता के लिए कई गतिविधियाँ शामिल की गई थीं। गौरतलब है कि सहिष्णुता का अभ्यास करने का आह्वान संयुक्त राष्ट्र ने 70 साल पहले किया था।
वर्तमान समय में, जब दुनिया अशांति और बदलावों से जूझ रही है, तब यह आह्वान हमारी सामाजिक जिम्मेदारियों के लिए एक महत्वपूर्ण मानक बन गया है। समाज आज पहले से कहीं अधिक विविधतापूर्ण हो चुका है, लेकिन साथ ही कई जगहों पर असहिष्णुता भी बढ़ रही है। हिंसक उग्रवाद, मानवाधिकार उल्लंघन और सांस्कृतिक सफ़ाई के बढ़ते मामलों के कारण सांप्रदायिक तनाव कई संघर्षों के केंद्र में हैं।