Khandwa News: सोनम कपूर की फिल्म ‘डॉली की डोली’ की तरह खंडवा पुलिस लूटेरी दुल्हन के गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने शादी के नाम पर दूल्हे को ठगने वाले गिरोह के सरगना, उसके साथी और फर्जी वाइफ को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही खंडवा पुलिस ने उस नाबालिग लड़की को भी अपनी रक्षा में लिया है जो लूटेरी दुल्हन बनकर ठगी करती थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार, पुलिस ने दूल्हों को लूटने वाले इस गिरोह पर 28 मामले दर्ज किए हैं। गिरोह के सदस्यों को रिमांड पर लेकर खंडवा पुलिस इनसे अन्य अपराधों की पड़ताल कर रही है। आईये जानते हैं इस लुटेरी गैंग के काले कारनामों को विस्तार से….

बेटमा के युवक को ठगा

इस लूटेरी गैंग की कई वारदात अब सामने आ रही है। पिछले साल इस गैंग ने इंदौर जिले में ठगी की थी। इन्होंने जिले के बेटमा थाना क्षेत्र एक युवक को शादी के नाम ठग लिया था। यह गैंग बेचारे दूल्हे से 75 हजार रुपए के गहने और नगद लेकर फरार हो गई थी। इसके बाद ठगी के शिकार युवक ने दुल्हन और उसकी मां पर खंडवा के मोघट रोड थाने में एफआईआर दर्ज करवाई थी। उसी समय से खंडवा पुलिस को इस लूटेरी दुल्हन और उसकी गैंग के सदस्यों की तलाश थी। तभी पुलिस को मुखबिर से खबर मिली कि इस पूरी वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह का सरगना राहुल उर्फ परसराम यादव जिले में ही कहीं भेष बदलकर रह रहा है। इसके बाद पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए इसे उसके घर से दबोच लिया।

इंदौर के युवक को ठगने वाली गैंग का पर्दाफाश। चित्र: सोशल मीडिया

खंडवा एसपी मनोज कुमार राय के मुताबिक, गैंग का सरगना परसराम मूलतः खालवा थाने के जमुनिया कला गांव का निवासी है। इसी ने अपनी प्रेमिका को फर्जी पत्नी अपने एक परिचित की नाबालिग लड़की को दुल्हन बनाकर इंदौर जिले के इस युवक को ठगा था। साल 2023 में 23 जून को दूल्हे की फैमिली खंडवा आई थी। इसी दौरान युवक की शादी के बाद दुल्हन और उसके फर्जी माँ बाप नगदी और ज्वेलरी लेकर फरार हो गए थे। इसके बाद पीड़ित परिवार ने ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय का कहना हैं कि आरोपी परसराम बेहद शातिर बदमाश है। उस पर पहले 28 मामले दर्ज है। खंडवा पुलिस ने परसराम को पकड़ने के इसकी फर्जी पत्नी बनी प्रेमिका को पकड़ा है। इसके बाद दुल्हन बनीं नाबालिग लड़की को भी अभिरक्षा में लिया है। फिलहाल, पुलिस इस लूटेरी गैंग को रिमांड पर लेकर इसके पिछले अपराधों की पड़ताल कर रही है।

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Khandwa News: खंडवा जिले के ग्राम कुमठा में शराबफरोशी और अवैध अतिक्रमण से परेशान महिलाओं ने तहसीलदार और सरपंच को ज्ञापन सौंपा। दरअसल, पंधाना विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आनेवाले ग्राम कुमठा में एक मंदिर के पास जमकर शराबफरोशी हो रही है।

ग्रामीण महिला ने बताया कि मंदिर के पास ही लोग शराब पीने लगते हैं। वहीं, क्षेत्र की महिलाओं के अश्लील हरकत और गालीगलौज करते हैं। इसकी शिकायत करने के बावजूद अभी समाधान नहीं हो पाया है। महिला ने बताया कि इस बात की उन्होंने ग्राम पंचायत और पिपलौद थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई। इसके बावजूद अब तक प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

एक अन्य महिला ने बताया कि ग्रामीण महिलाओं ने इस बात की तहसीलदार से भी लिखित शिकायत की है। वहीं ग्रामीण महिलाओं ने चेतावनी दी है कि अगर मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्र से शराब दुकान नहीं हटाई गई तो वह कलेक्टर की जनसुनवाई में इसकी शिकायत करेंगी। साथ ही महिलाओं मंदिर के सामने धरना प्रदर्शन करेगी।

एक अन्य ग्रामीण ने बताया कि अवैध अतिक्रमण की वजह से रोड पर हमेशा जाम की स्थिति बनीं रहती है। यहां तक कि ग्रामीणों को ट्रैक्टर निकालने के लिए भी मशक्कत करना पड़ती है। बता दें कि इस मामले की शिकायत ग्रामीण महिलाओं ने ग्राम पंचायत कुमठा और पिपलौद थाना में की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।

Digital Arrest: मध्य प्रदेश के खंडवा में एक नर्स को डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest) करने का मामला सामने आया है। महिला खंडवा के जिला अस्पताल में पदस्थ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, महिला को करीब 21 घंटे तक बंद कमरे में डिजिटल अरेस्ट रखा गया। इस दौरान उसे कुछ खाना तो दूर पानी तक नहीं पीने दिया।

नर्स को आरोपियों ने पहले फोन कॉल किया इसके बाद उन्होंने व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल किया। महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि आरोपी उसे तस्करी और ड्रग्स की सप्लाई में नाम आने के नाम पर ठगने की कोशिश कर रहे थे। हालांकि, वह कुछ भी रुपये ट्रांसफर कराने में असफल रहे। महिला को यह फोन कॉल पंजाब और ओडिशा के नंबर से आए थे। नर्स का नाम कंचन उइके है।

एसपी मनोज राय ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि नर्स 21 घंटों तक डिजिटल अरेस्ट रखा गया। यहां तक उसे पानी तक नहीं पीने दिया गया। महिला ने इसकी शिकायत साइबर क्राइम में की। इससे पहले भी खंडवा में डिजिटल अरेस्ट के मामले आ चुके हैं। जिसमें नर्स के अलावा डॉक्टर और अफसर शामिल है। महिला को सबसे पहले कॉल शुक्रवार को करीब 2 बजे आया था। इसके बाद उन्हें शनिवार सुबह तक करीब 21 घंटों तक डिजिटल अरेस्ट रखा गया। महिला यह भी बताया कि डिजिटल अरेस्ट वारंट से डर गई था। इस मामले में एसपी मनोज राय ने बताया कि डिजिटल वारंट जैसी को चीज नहीं होती है। इससे डरने की आवश्यकता नहीं है।

मकान मालिक ने खुलवाया दरवाजा

पुलिस के मुताबिक, नर्स को आरोपियों ने 21 घंटे तक बंद कमरे में डिजिटल अरेस्ट रखा। इस दौरान उसे खाना तो दूर पानी तक नहीं पीने दिया और न ही किसी से बात करने दी गई। आरोपियों ने सबसे पहले महिला को फोन कॉल किया था। फिर उन्हें व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल के जरिए डिजिटल अरेस्ट रखा गया। महिला ने पुलिस को बताया कि आरोपी खुद को महाराष्ट्र क्राइम ब्रांच के अफसर बताते रहे थे और महाराष्ट्र पुलिस की वर्दी पहनकर ही वीडियो कॉल कर रहे थे। महिला शुक्रवार दोपहर से शनिवार सुबह तक अरेस्ट रही। जब नर्स ने दिनभर दरवाजा नहीं खोला तो एक परिचित और मकान मालिक ने दरवाजा पीटना शुरू कर दिया। तब जाकर महिला ने हिम्मत जुटाकर दरवाजा खोला। वहीं, ठगों ने नर्स की सहेली से 50 हजार रुपये ठग लिए।

 

Khandwa News : खंडवा जिले के ग्राम जामली खुर्द में माध्यमिक शाला में शिक्षकों की कमी के चलते शिक्षक विहीन शाला लग रही है। यहाँ बच्चे आते हैं और दोपहर को मध्याह्न भोजन कर खेल खुद में लगे रहते हैं।

यह मामला तब उजागर हुआ जब जामली खुर्द गांव में भुगर्भीय हलचल की जानकारी लेने वैज्ञानिकों का दल जामली खुर्द गांव पहुंचा। गांव और गलियों का निरीक्षण के बाद शासकीय माध्यमिक शाला पहुंचे और भवन के कमरों का निरीक्षण किया। दल के साथ ग्राम सरपंच हरेराम पटेल, पटवारी, सचिव, रोजगार सहायक, कोटवार और पालक भी पहुंचे थे।

जब वहां देखा तो पाठशाला में शिक्षक ही नहीं दिखाई दिए। जानकारी लेने पर पता चला की शिक्षक समय पर नहीं आते हैं। गांव के सरपंच हरेराम पटेल ने अपनी टीम और पालकों की उपस्थिति में पंचनामा बनाया और ब्लाक बीआरसी अधिकारी को मोबाइल पर सूचना दी गई पर ब्लाक बीआरसी अधिकारी ने भी अनसुनी कर दी।

सरपंच हरे राम पटेल ने मीडिया को बताया की अगर शिक्षक विहीन शाला मिली तो हम ताला जड़ देंगे। जिसकी जवाबदारी शासन -प्रशासन की रहेगी। मध्याह्न भोजन के बाद खुद छात्र-छात्राएं बर्तन साफ करते है और जवाबदार अधिकारी शिक्षकों द्वारा नजरअंदाज किया जाता है।