Saharanpur News: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर ज़िले में एक अनोखी दुल्हन का मामला सुर्ख़ियों में है। यहां एक दुल्हन ने सुहागरात के दिन दूल्हे से बीयर गांजे की डिमांड कर डाली। इसके बाद मामला थाने तक पहुंच गया। दोनों पक्षों समझाने की कोशिश की जा रही है लेकिन अभी तक सुलह नहीं हो पाया है।

यह अजीबोगरीब घटना पुराने शहर की एक कॉलोनी से जुड़ा है,जहाँ दुल्हन ने सुहागरात के दिन ही दूल्हे से बीयर गांजा और मांस की डिमांड कर दी। दुल्हन की डिमांड पर दूल्हा हक्का-बक्का रह गया। उसने यह पूरा माजरा परिवार के दूसरे सदस्यों को बताया। इसके दूल्हा और उसके परिजन पुलिस थाने पहुँच गए। घटना के बाद पुलिस दोनों पक्षों को समझाने की भरसक कोशिश कर रही है लेकिन अभी तक मामला शांत नहीं हो पाया है।

लड़की नहीं थर्ड जेंडर

वहीं, इस मामले में दूल्हे के परिवार ने दुल्हन पर आरोप लगाया कि वह लड़की नहीं बल्कि थर्ड जेंडर है। हालांकि, इस मामले में दोनों पक्षों ने अपनी तरफ से लिखित शिकायत नहीं दी है। फ़िलहाल, दोनों पक्षों ने अपने रिश्तेदारों की मदद से मामले को सुलझाने की कोशिश की है।

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Atul Subhash Suicide: बेंगलुरु के अतुल सुभाष की आत्महत्या ने महिलाओं के अधिकारों के लिए बनाए गए सख्त कानूनों के दुरुपयोग को लेकर बड़ी बहस छेड़ दिया है। सुभाष को उनकी पत्नी व ससुरालवालों की बेहिसाब प्रताड़ना और केसों में तारीख पर तारीख ने लील लिया। वह बीते दो सालों में इस तरह प्रताड़ित थे कि उन्होंने मौत को गले लगाने से पहले 40 पन्नों में अपने पूरे संघर्ष की कहानी बयां कर दी। जो आपको महज रुलायेगी बल्कि अंदर तक झकझोर कर देगी।

कौन थे अतुल सुभाष?

34 साल के अतुल सुभाष मूलतः यूपी के रहने वाले थे। वे पेशे से AI इंजीनियर थे और बेंगलुरु में रहते थे। साल 2019 में उन्होंने निकिता सिंघानिया से शादी करके सुखद वैवाहिक जीवन के सपने संजोए थे। शादी के कुछ दिनों तक तो सब कुछ ठीक चलता रहा। लेकिन कुछ दिनों बाद पारिवारिक कलह और रोज़ाना के झगड़ों के चलते अतुल और निकिता के इतनी दूरियां बढ़ गई कि वे बेंगलुरु के मराजाथल्ली इलाके में अकेले रहने चले गए थे।

अपनों और सिस्टम के आगे हार गए अतुल सुभाष

पत्नी और ससुराल पक्षों की क्रूरता का अंदाज़ा महज इस बात से लगा सकते हैं कि सुभाष पर लोअर कोर्ट में 6 और हाई कोर्ट में तीन केस दर्ज कराए गए थे। वाइफ निकिता ने सुभाष और उनके मां-पिता और भाई के ऊपर हत्या, हत्या का प्रयास, अननेचुरल सेक्स, घरेलू हिंसा, दहेज लेने जैसे झूठे आरोप लगाए थे। बता दें कि इन आरोपों में कई ऐसी धाराएं हैं, जिनमें जमानत भी लेना मुश्किल है। सुभाष ने अपनी दुःखद कहानी बयां करते हुए लिखा कि साल 2019 पत्नी ने उन पर 10 लाख रुपये का दहेज़ मांगने का केस दर्ज कराया। इस सदमे में उनके पिता कि मौत हो गई।

मासूम बच्चों से दूर रखा

एक आदमी के लिए उसके बच्चे ही सबकुछ होते हैं लेकिन निकिता ने न सिर्फ अतुल पर झूठे केस थोपे बल्कि उन्हें उनके बच्चों से भी नहीं मिलने दिया। वह किस मानसिक पीड़ा से गुजर रहे थे और उनके जहन में क्या चल रहा था इसका अंदाजा सिर्फ इससे लगाया जा सकता हैं कि उन्होंने सुसाइड से पहले न सिर्फ 40 पेजों का सुसाइड नोट लिखा, बल्कि डेढ़ घंटे का वीडियो भी बनाया।

कानूनों का सहारा लेकर एक लड़की ने पूरा परिवार तबाह कर दिया

अतुल ने अपने वीडियो में बताया कि उनकी मौत के लिए उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साला अनुराग सिंघिया उर्फ पीयूष सिंघानिया, चचेरा ससुर सुशील सिंघानिया जिम्मेदार है। अतुल के वीडियो को सुनकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि कैसे एक लड़की ने कानूनों का उपयोग करके कैसे एक हँसते खेलते परिवार को तबाह कर दिया। बता दें कि अतुल पर बीते 2 साल में 9 केस, 120 तारीखें लगी और
और पत्नी ने 3 करोड़ का गुजारा भत्ता माँगा था।

आत्महत्या रोकथाम और मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन नंबर

दिल्ली। आखिरकार वो दिन आ गया है जब भारत, जी-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहा है। समिट के पहले दिन दुनिया की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के दिग्गज नेता एक साथ बैठे और वैश्विक मसलों पर मंथन किया। दिल्ली में भारत मंडपम में कार्यक्रम की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। बता दें कि यह समिट दो दिन चलेगा। इसमें जलवायु परिवर्तन, ऋण, खाद्य सुरक्षा, स्थिरता और जियोपॉलिटिकल तनाव जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। भारत ने शिखर सम्मेलन की थीम ‘वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर’ रखी है।

पीएम मोदी ने कहा कि जी-20 परिवार के स्थायी सदस्य के रूप में अफ्रीकी यूनियन का स्वागत करते हुए सम्मानित महसूस कर रहा हूं। इससे जी-20 मज़बूत होगा और ग्लोबल साउथ की आवाज भी मजबूत होगी। बता दें कि वैश्विक दक्षिण का प्रमुख समूह अफ्रीकीन यूनियन भी जी-20 में शामिल हो गया है। सभी सदस्य देशों ने पीएम मोदी का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है। शिखर सम्मेलन में वैश्विक नेताओं की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच मोदी ने कहा कि आप सभी के समर्थन से, मैं अफ्रीकी संघ को जी-20 में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता हूं। बता दें कि अफ्रीकी संघ एक प्रभावशाली संगठन है, जिसमें 55 सदस्य देश शामिल हैं।

पीएम मोदी ने विश्व में विश्वास का संकट बताकर सबका साथ, सबका विकास वाला मंत्र दिया। मोदी ने कहा, ये वो समय है, जब वर्षों पुरानी चुनौतियां हमसे नए समाधान मांग रही हैं। इसलिए हमें मानव शांति दृष्टिकोण के साथ अपने हर दायित्व को निभाते हुए आगे बढ़ना है। कोरोना के बाद विश्व में एक बहुत बड़ा संकट विश्वास के अभाव का आया है। युद्ध ने इस विश्वास के संकट को और गहरा किया है। जब हम कोविड को हरा सकते हैं तो हम आपसी विश्वास पर आए इस संकट पर भी विजय प्राप्त कर सकते है। आज जी-20 के प्रेसिडेंट के तौर पर भारत पूरी दुनिया का आह्वान करता है कि हम मिलकर सबसे पहले वैश्विक तौर पर इस संकट को एक विश्वास और भरोसे में बदलें। यह हम सभी के साथ मिलकर चलने का समय है. इसलिए सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास का मंत्र हम सभी के लिए एक पथ पथप्रर्दशक बन सकता है।