INDORE NEWS: इंदौर में पुलिस ने एक ऐसी गैंग को पकड़ा है जो एक ही तरह की कार को चोरी करती थी । पुलिस ने गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार किया है । यह कार्रवाई जूनी इंदौर पुलिस ने की है । पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से पांच कार भी बरामद की है ।

इको कार को बनाते थे निशाना

पुलिस ने आरोपियों के पास से पांच कार को बरामद किया है उनके पास मौजूद सभी कार इको कार थी । पुलिस ने गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है । पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है ।एसीपी देवेंद्र सिंह धुर्वे ने मीडिया को बताया की जूनी इंदौर थाना क्षेत्र में 21 दिसंबर को खातीवाला टैंक क्षेत्र में रहने वाले व्यक्ति की इको कार चोरी हो गई थी जिसके बाद से आरोपियों की तलाश की जा रही थी ।

तीन आरोपियों से पांच कर बरामद

पुलिस ने 300 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगालने के बाद एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर उससे सख्ती से पूछताछ की जिसके बाद आरोपी ने वारदात करना कबूल किया है । पकड़े गए आरोपी नईम निवासी सिकंदराबाद और एक अन्य साथी इकरार पिता शराफत हुसैन निवासी अहमद नगर खजराना,को गिरफ़्तार किया गया है जिनके पास से पांच कारे भी बरामद की गई है । जिनमे से 4 इको कार है ।

आरोपियों को रिमांड पर लेगी पुलिस

वाहनों को खरीदने के बाद अन्य राज्यों में बेचने वाले इन आरोपियों के साथी हाजी अब्बास शाह निवासी खजराना को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है । अन्य दो आरोपी पहले से ही जेल में है । शहर के अन्य थाना क्षेत्र में भी दोनों आरोपियों पर चोरी के प्रकरण दर्ज है । पुलिस इस सामले में आरोपियों को रिमांड पर लेकर अन्य वारदातों के बारे में भी पूछताछ करेगी ।

Ken-Betwa River Link Project: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 दिसंबर को मध्यप्रदेश के खजुराहो में केन-बेतवा लिंक परियोजना का शिलान्यास करेंगे। यह राष्ट्रीय नदी जोड़ो योजना के तहत देश की पहली परियोजना है। इसका उद्देश्य मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के सूखाग्रस्त क्षेत्रों को पानी की सुविधा प्रदान करना है।

परियोजना की मुख्य बातें

– लागत: ₹44,605 करोड़
– मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के 11 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा।
– मध्य प्रदेश के 10 जिलों और उत्तर प्रदेश के 4 जिलों में पेयजल आपूर्ति।
– ऊर्जा उत्पादन:
– 103 मेगावाट जल विद्युत।
– 27 मेगावाट सौर ऊर्जा।
– वित्तीय भार:
– 90% व्यय केंद्र सरकार द्वारा।
– 10% राज्यों द्वारा।

बुंदेलखंड क्षेत्र को मिलेगा लाभ

यह परियोजना बुंदेलखंड के आर्थिक और सामाजिक विकास में मील का पत्थर साबित होगी। इस क्षेत्र के लिए यह योजना दो दशकों से अधूरी थी। अब इसका क्रियान्वयन रोजगार के नए अवसर सृजित करेगा और पानी की कमी से जूझ रहे ग्रामीण इलाकों को राहत देगा।

जनजागरण और कार्यक्रम

– प्रभावित जिलों में नुक्कड़ नाटक, दीवार लेखन, और कलश यात्राओं के माध्यम से लोगों को परियोजना के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
– ग्राम पंचायतों में भी कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं।

यातायात और सुरक्षा व्यवस्था

खजुराहो में प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर छतरपुर पुलिस ने विशेष डायवर्सन प्लान और पार्किंग व्यवस्था बनाई है।
– विभिन्न रूट्स पर गाड़ियों के लिए पार्किंग स्थान तय किए गए हैं।
– वाहनों के आवागमन के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

महत्व

यह परियोजना भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का सपना था। इसे पीएम मोदी के नेतृत्व में साकार किया जा रहा है। यह न केवल पानी की समस्या का समाधान करेगी, बल्कि क्षेत्र में ऊर्जा उत्पादन और रोजगार के अवसर बढ़ाने में भी सहायक होगी।

  • हाइलाइट्स

  1. देवास अमलतास हॉस्पिटल ने रचा इतिहास।
  2. प्रदेश की पहली फुली अपडेटेड रोबोटिक सर्जरी शुरू।
  3. अब तक 10 लोगों के सफल ऑपरेशन हो चुके हैं।

Robotic Surgery in Dewas: जैसे-जैसे तकनीकी और विज्ञान प्रगति कर रहे हैं, वैसे-वैसे स्वास्थ्य (Health ) के क्षेत्र में भी सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल रहे हैं। बता दें कि आज AI टूल और रोबोटिक विज्ञान ने लोगों की जिंदगी पूरी तरह बदल दी है। इसने उपचार के क्षेत्र में भी नयी क्रांति ला दी है। ऐसी ही एक क्रांति देवास के अमलतास अस्पताल में दिखाई दी है। जहाँ अब लोगों की फुली अपडेटेड रोबोटिक सर्जरी की जा रही है।

प्रदेश में यह पहला मौका है जब किसी अस्पताल में फुली अपडेटेड रोबोटिक सर्जरी सफलतापूर्वक की जा रही है। ऐसे में कहा जा सकता हैं कि यह सिर्फ अमलतास हॉस्पिटल ही नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है। बढ़ती उम्र में अक्सर लोगों को घुटनों की समस्या आम बात है। कई बार वृद्धजन घुटनों के सर्जरी के लिए कई अस्पतालों में जाते है। जहां उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं। इसके बावजूद ठीक तरह से उपचार नहीं हो पाता है।


अमलतास में फुली अपडेटेड रोबोटिक सर्जरी मशीन स्थापित की गई है। चित्र: सोशल मीडिया

इन्हीं समस्याओं से निपटने के लिए अमलतास हॉस्पिटल ने कमर कस ली है। लिहाजा, अस्पताल में प्रदेश की पहली फुली अपडेटेड रोबोटिक सर्जरी मशीन स्थापित की है। फुली अपडेटेड रोबोटिक सर्जरी के जरिए मरीजों का बेहतर इलाज हो पा रहा है। इसके लिए ऑपरेशन के पहले ही सारी प्लानिंग कर ली जाती है।

अमलतास हॉस्पिटल के डॉक्टर डॉ.अंकित वर्मा बताते हैं कि घुटने की सर्जरी के लिए रोबोटिक मशीन से पूरा स्ट्रक्चर पहले से डिसाइड कर लिया जाता है। जिसके चलते ऑपरेशन के दौरान इंज्यूरी, खून निकलना या किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना होने का जोखिम सफलतापूर्वक रोका जा सकता है।

उन्होंने बताया कि हम कोशिश करते है कि सर्जरी से पहले जैसा घुटना था, वैसा ही ऑपरेशन के बाद भी रहे। बता दें कि अस्पताल में अब तक करीब 10 ऑपरेशन सफलतापूर्वक हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि अस्पताल में हर प्रकार की सुविधाएँ हैं और मरीजों का खास ध्यान रखा जाता हैं। अस्पताल में सर्जरी के 3 दिन बाद मरीज की छुट्टी कर दी जाती है।

KHANDWA NEWS: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में हरसूद थाने के प्रभारी अमित कोरी को युवती के साथ छेड़छाड़ और साइबर स्टॉकिंग के गंभीर आरोपों के बाद निलंबित कर दिया गया है। खंडवा एसपी मनोज कुमार राय ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए जांच की जिम्मेदारी एडिशनल एसपी राजेश रघुवंशी को सौंपी है।

यह है पूरा मामला

हरसूद थाना क्षेत्र की एक युवती ने खंडवा एसपी कार्यालय में लिखित शिकायत दर्ज कराई । युवती ने आरोप लगाया कि थाना प्रभारी अमित कोरी सोशल मीडिया पर उसे परेशान कर रहे थे ।
– फेसबुक पर ब्लॉक करने के बाद इंस्टाग्राम पर वीडियो कॉल और संदेश भेजने लगे ।
– जब इंस्टाग्राम पर भी ब्लॉक कर दिया, तो वह युवती के घर के आसपास चक्कर लगाने लगे ।
– युवती पर साथ रहने का दबाव बनाया गया ।

युवती ने अपने मोबाइल पर दर्ज बातचीत और अन्य डिजिटल साक्ष्य एसपी को सौंपे, जिसके बाद तुरंत कार्रवाई की गई।

एसपी ने क्या कहा

खंडवा एसपी मनोज कुमार राय ने बताया की युवती और उसकी मां ने शिकायत में गंभीर आरोप लगाए हैं। शिकायत के साथ डिजिटल सबूत भी पेश किए गए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल हरसूद थाना प्रभारी अमित कोरी को निलंबित कर दिया गया है। जांच एडिशनल एसपी को सौंपी गई है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी

फिलहाल क्या स्थिति है

थाना प्रभारी अमित कोरी के खिलाफ जांच जारी है। पीड़िता की शिकायत पर साइबर स्टॉकिंग और व्यक्तिगत उत्पीड़न के मामले में ठोस सबूत सामने आने की संभावना है। एडिशनल एसपी की रिपोर्ट के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई तय होगी।

आरोपी पर हुई कार्रवाई

यह घटना एक बार फिर कानून के रक्षकों द्वारा नियमों के उल्लंघन की ओर इशारा करती है। अधिकारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाकर पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट संदेश दिया है कि ऐसी घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।

INDORE: मध्यप्रदेश के इंदौर से दो दिन पहले लापता हुई 6 साल की बच्ची का शव शहर के राजेंद्र नगर इलाके के बिजलपुर में स्थित नाले से बरामद किया गया है । बच्ची अपने दादा-दादी से मिलने के लिए गुजरात से इंदौर आई थी और यहां घर के पास स्थित गार्डन में खेल रही थी,तभी वह अचानक गायब हो गई थी ।
पुलिस ने शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है । मामले की जांच जारी है ।

डीसीपी विनोद मीणा ने दी जानकारी

इंदौर के डीसीपी विनोद मीणा ने बताया कि घटना के बाद से पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच की है,जिसमें बच्ची अकेली नजर आ रही है। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में बच्ची के शरीर पर किसी प्रकार के चोट के निशान नहीं मिले हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की सही वजह का पता चल सकेगा।

गायब होने के बाद नाले तक कैसे पहुंची बच्ची

डीसीपी मीणा ने कहा कि बच्ची गार्डन में खेलने के लिए घर से बाहर निकली थी,लेकिन वह नाले तक कैसे पहुंची,इसकी जांच की जा रही है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले गए हैं, लेकिन बच्ची के आसपास कोई संदिग्ध नजर नहीं आया।

परिजनों और स्थानीय निवासियों का आक्रोश

बच्ची के शव के मिलने के बाद परिवार और स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया है। परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। पुलिस ने सभी पहलुओं पर ध्यान देते हुए जांच जारी रखने की बात कही है। मामले की तफ्तीश पूरी तरह से चल रही है,और पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है ताकि घटना की सच्चाई सामने आ सके ।

INDORE:  इंदौर पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है । पुलिस ने फर्जी सीबीआई और ईडी अधिकारियों के रूप में लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है । ये दोनों आरोपित ठगों को खातों की सप्लाई करने के लिए डेढ़ प्रतिशत कमीशन पर काम करते थे । पुलिस ने जब जांच की तो एक खाते से करीब एक करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन पाया ।

गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार

डिजिटल अरेस्ट मामले की जांच कर रही अपराध शाखा ने गुजरात के दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है । ये दोनों फर्जी सीबीआई और ईडी अफसर बनकर पूरे देश में ठगी कर रहे थे । इस गिरोह ने एक 71 वर्षीय वृद्ध से 40 लाख 70 हजार रुपये की ठगी की थी ।

फर्जी सीबीआई अधिकारी का फोन आया

एडिशनल डीसीपी (अपराध) राजेश दंडोतिया के मुताबिक, शिवधाम कॉलोनी, खंडवा रोड के रहने वाले एक वृद्ध के मोबाइल पर वॉट्सएप कॉल आई। कॉल करने वालों ने खुद को बांद्रा मुंबई पुलिस स्टेशन का अधिकारी बताकर कहा कि उनके बैंक खाते में 2 करोड़ 60 लाख रुपये का अवैध ट्रांजेक्शन हुआ है। इसके बदले उन्हें 15 प्रतिशत कमीशन भी दिया जाएगा। आरोपितों ने वृद्ध को फर्जी सुप्रीम कोर्ट का आदेश और गिरफ्तारी से संबंधित दस्तावेज भेजे।

फर्जी दस्तावेजों का खेल

वृद्ध ने बताया कि उनका मुंबई में कोई खाता नहीं है और न ही उन्हें कोई कमीशन मिला है। फिर भी आरोपितों ने धमकाया कि बैंक अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया है और अब सीबीआई की टीम उनसे पूछताछ करने आ रही है। इसके बाद आरोपितों ने वृद्ध से फर्जी सीबीआई अधिकारी आकाश कुलकर्णी से बात करवाई और डिजिटल अरेस्ट करने का झांसा दिया। अंत में, वृद्ध के खातों से 40 लाख 70 हजार रुपये की ठगी कर ली। डर के मारे वृद्ध ने अपनी एफडी के पैसे भी आरोपितों को दे दिए।

ठगी का एहसास होने पर वृद्ध ने की शिकायत

ठगी का शिकार होने के बाद वृद्ध ने एनसीआरबी पोर्टल पर शिकायत की। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए मंगलवार रात आरोपितों हिम्मत भाई देवानी और अतुल गिरी गोस्वामी को गिरफ्तार कर लिया, दोनों सूरत, गुजरात के निवासी हैं।

आरोपितों ने कबूला डेढ़ प्रतिशत कमीशन पर खातों की सप्लाई

पूछताछ में आरोपित हिम्मत भाई ने बताया कि वह कपड़ों की कारीगरी करता है और उसकी एक व्यक्ति से वॉट्सएप पर मुलाकात हुई थी, जिसने उसे खातों के बदले डेढ़ प्रतिशत कमीशन देने का वादा किया था। हिम्मत ने इस काम के लिए अतुल से फर्जी खाते लिए थे। पुलिस ने जांच में पाया कि इन खातों में एक करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ था।

क्या करें अगर आपको भी इस तरह का फोन आए

डिजिटल अरेस्ट जैसी घटनाओं के बढ़ते मामलों में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कोई भी जांच एजेंसी, पुलिस या अन्य सरकारी संगठन डिजिटल अरेस्ट नहीं करते। अगर आपको इस तरह का फोन आए तो घबराएं नहीं, तुरंत फोन काटकर राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन 1930 पर इसकी सूचना दें। इसके अलावा, आप अपनी शिकायत cybercrime.gov.in पर भी दर्ज करवा सकते हैं । कृपया ध्यान रखें और सतर्क रहें, ताकि आप भी इस तरह के ठगी का शिकार न हो जाएं

इंदौर में मेघदूत चौपाटी से दुकाने हटना शुरू हुई, नगर निगम ने की मुनादी

 

Indore News: मेघदूत चौपाटी पर मेट्रो स्टेशन के निर्माण के लिए स्थान निर्धारित करने और वहां से गुमटियां हटाने का काम पिछले कई दिनों से जारी था । कल शाम नगर निगम के रिमूवल टीम ने पीली जीपों से पूरी चौपाटी के आसपास मुनादी की, और कुछ घंटों बाद चौपाटी को खाली किया जाने लगा। दुकानदार देर रात तक अपने सामान और गुमटियों को वहां से हटाने में व्यस्त रहे, लेकिन फिर भी कुछ हिस्सों में अवैध रूप से बनी पक्की दुकानों पर कब्जा बना हुआ है। कुछ दिन पहले नगर निगम का रिमूवल अमला मेघदूत चौपाटी पर कार्रवाई करने के लिए तैयार था, लेकिन विभिन्न कारणों के चलते वह काम रुका हुआ था ।

नगर निगम ने एक बार फिर मेघदूत चौपाटी को हटाने की तैयारी की और कल रात रिमूवल टीम की गाड़ियाँ क्षेत्र में पहुंची। रात 8-9 बजे के आसपास मुनादी शुरू की गई, और कुछ ही घंटों में वहां लगी गुमटियां और दुकानें हटनी शुरू हो गई थीं। यह प्रक्रिया देर रात तक चलती रही। आज सुबह तक सर्विस रोड से लेकर चौपाटी के हिस्सों में सभी गुमटियां और दुकानें गायब थीं। हालांकि, कुछ हिस्सों में अवैध रूप से स्थापित दुकानें अभी भी मौजूद थीं, जिन्हें नहीं हटाया गया। अफसरों का कहना है कि दुकानदारों को अल्टीमेटम दिया गया था, और जिन दुकानें को नहीं हटाया गया है, उन्हें आज निगम की रिमूवल टीम जाकर हटाने की कार्रवाई करेगी ।

 

MUMBAI: गोधरा कांड पर बनी द साबरमती रिपोर्ट मध्यप्रदेश में टैक्स फ्री हो चुकी है । इस फिल्म की तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी की है । फिल्म की सराहना के बाद अब भाजपा मध्यप्रदेश में इसको प्रमोट करने में जुट गई है । प्रदेश में बीजेपी के सभी नेता अपने-अपने क्षेत्रों में इसकी सच्चाई जनता तक पहुचाएंगे । महाराष्ट्र और झारखंड जैसे राज्यों में विधानसभा चुनाव के बीच गुजरात के गोधरा कांड ने एक फिल्म के जरिए जोरदार एंट्री की है । इस कांड पर बनी फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ को मध्य प्रदेश में टैक्स फ्री घोषित कर दिया गया है । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इसका ऐलान किया है ।

गोधरा कांड पर बेस्ड है फिल्म
27 फरवरी, 2002 को गुजरात के गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस के कोच में आग लगाए जाने के बाद हुए दंगों पर निर्माता एकता कपूर ने फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ बनाई है । यह फिल्म 15 नवंबर को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज हुई है,जिसे दर्शकों का मिला-जुला रेस्पॉन्स मिल रहा है ।

पीएम नरेंद्र मोदी ने तारीफ की
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फिल्म की प्रशंसा करते हुए ‘एक्स’ पर लिखा है कि अच्छी बात है कि उसकी सच्चाई सामने आ रही है और वह भी इस तरह से कि आम लोग इसे देख सकें । एक फेक नैरेटिव (झूठी कहानी) सीमित समय तक ही चल सकता है ।

अमित शाह ने भी सराहना की
केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने भी ‘द साबरमती रिपोर्ट’ की जमकर सराहना की है । अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट शेयर किया,जिसमें उन्होंने कहा कि ”इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि एक शक्तिशाली ईकोसिस्टम कितनी ताकत से प्रयास करता है,लेकिन वह सच को हमेशा के लिए अंधेरे में छिपा नहीं सकता । ‘ शाह ने आगे लिखा, ‘फिल्म द साबरमती रिपोर्ट ने अतुलनीय साहस के साथ इस ईकोसिस्टम को नकारा है और उस दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम के सच को दिन के उजाले में सबके सामने उजागर कर दिया है।’

फिल्म में एक्टर विक्रांत मैसी की हो रही तारीफ
इस फिल्म में एक्टर विक्रांत मैसी के अभिनय ने दर्शकों का दिल जीत लिया है । और अगर बात दूसरे कलाकारों की करे तो सभी ने अपने रोल के साथ न्याय किया है । लेकिन इस फिल्म की असली जान विक्रांत मेसी ही है । एक्टर हमेशा कुछ ना कुछ नया लेकर आते है और फिर अपने अभिनय से दर्शको का दिल जीत लेते है । इस बार भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला । इसके पहले भी 12th फेल में एक्टर में शानदार अभिनय किया था ।

 

 

Rewa News: देशभर में डिजिटल अरेस्ट के मामले बढ़ते जा रहे हैं। हाल के कुछ दिनों में मध्य प्रदेश में डिजिटल अरेस्ट के मामले बढ़ते जा रहे हैं। कुछ दिनों पहले नर्स, डॉक्टर और अफसर को डिजिटल अरेस्ट करने के मामले सामने आए थे। अब एक व्यापारी को डिजिटल अरेस्ट किया गया। इस दौरान व्यापारी से 10 लाख रुपये से अधिक की रकम ऑनलाइन ट्रांसफर करवा ली।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, मामला रीवा के समान थाना क्षेत्र का है। यहाँ के नेहरू नगर में रहने वाले नितिन वर्मा साइबर ठगों ने करीब 6 घंटों तक डिजिटल अरेस्ट रखा। नितिन वर्मा पेशे से कारोबारी है। रीवा पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि फरियादी के साइबर ठगों ने दो तरीके से धोखाधड़ी की है। पहले उसे ऑनलाइन जॉब देने और बाद में अरबों की ड्रग्स खरीदने में डिजिटल अरेस्ट करके ठगी की गई।

नेहरु नगर निवासी नितिन वर्मा खुद का कारोबार करते हैं। उनके पास 10 नवम्बर को एक कॉल आता है। कॉल सुबह करीब 8 बजे के आसपास नितिन के मोबाइल पर बजता है। नितिन कॉल रिसीव करते हैं तो सामने से आवाज़ आती है कि सर 2 घंटे बाद आपकी मोबाइल सर्विस पूरी तरह बंद हो जाएगी। इसके बाद इस शख्स ने कॉल को कस्टमर केयर फारवर्ड करने की बात कही। इधर, कॉल कस्टमर केयर में ट्रांसफर होते ही नितिन को वह शख्स बातों में उलझाने लगता है। उक्त शख्स ने बताया कि आपके खिलाफ दिल्ली में एक एफआईआर दर्ज हुई है।

ठग ने आगे बताया गया कि आपके आधार कार्ड का उपयोग करके एक बैंक अकाउंट खोला गया है। आपके उसी खाते से करीब 180 करोड़ रुपये की ड्रग्स खरीदी गई है। इसीलिए आपके बैंक खातों जांच की जाएगी। इसके बाद इस शख्स ने व्यापारी को कहा कि आपके अन्य खातों में जमा रकम आप हमारे सेफ कस्टडी में जमा कर दें। इसके बाद व्यापारी ने 10 लाख 73 हज़ार रुपए की राशि ठगों को ट्रांसफर कर दी।

International Tolerance: भोपाल में अंतर्राष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस के अवसर पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा आयोजित विश्व सहिष्णुता दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भाग लिया। इस अवसर पर कार्यक्रम में विश्वभर से प्रतिनिधियों ने शिरकत की।

आयोजकों ने बताया कि मध्य प्रदेश को इस कार्यक्रम के लिए इसलिए चुना गया है क्योंकि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की नेतृत्व में प्रदेश को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए उनकी निवेश नीति ने राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त की है। डॉ. यादव की निवेश नीति को देश भर में सबसे बेहतरीन माना जा रहा है, जो राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।

कार्यक्रम के दौरान डॉ. यादव का भव्य स्वागत किया गया और विभिन्न वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए। इस कार्यक्रम में शैक्षणिक संस्थानों और आम जनता के लिए कई गतिविधियाँ शामिल की गई थी। गौरतलब है कि सहिष्णुता का अभ्यास करने का आह्वान संयुक्त राष्ट्र ने 70 साल पहले किया था। वर्तमान समय में जब दुनिया अशांति और बदलावों से जूझ रही है तब यह आह्वान हमारी सामाजिक जिम्मेदारियों के लिए एक महत्वपूर्ण मानक बन गया है।

समाज आज पहले से कहीं अधिक विविधतापूर्ण हो चुका है लेकिन साथ ही कई जगहों पर असहिष्णुता भी बढ़ रही है। हिंसक उग्रवाद, मानवाधिकार उल्लंघन और सांस्कृतिक सफ़ाई के बढ़ते मामलों के कारण सांप्रदायिक तनाव कई संघर्षों के केंद्र में हैं।