नई दिल्ली : पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले को एक हफ़्ता बीत चूका है, और उस हमले के तार पाकिस्तान से जुड़ने के बाद पहलगाम हमले के गुनहगारों को सजा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन लेने के लिए तीनो ( जल, थल, वायु ) सेना को खुली छूट दे दी है|

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से सेना को हरी झंडी मिलने के बाद पाकिस्तान में खलबली मच गई है पाक मिडिया में इसी मुद्दे को लेकर चर्चा तेज हो गई है कि भारत किसी भी समय पाकिस्तान पर हमला बोल सकता है,

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले में 28 लोगों की मौत हुई थी जिसमे 2 विदेशी और 2 स्थानीय नागरिक शामिल थे, ये आतंकी हमला 2019 में हुए पुलवामा के बाद का बड़ा हमला है उसका बदला भारत ने एयर स्ट्राइक के माध्यम से लिया था लेकिन इस बार ऐसा नहीं करेंगे क्योकि पाकिस्तान इसके लिए तैयार है, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस अनिल चौहान, एनएसए अजित डोभाल और तीनों सेनाओं के प्रमुखों से वे लगातार अपडेट ले रहे हैं. बैठकें कर रहे हैं और आतंकी हमले के गुनहगारों को सजा देने के लिए रणनीति तैयार कर रहे है|

सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई गई जिसमे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस अनिल चौहान, एनएसए अजित डोभाल और तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद थे करीब ढाई घंटे चली इस मीटिंग में आतंकवाद के खिलाफ सख्त एक्शन लेने पर चर्चा हुई |

Prayagraj: महाकुंभ में लगातार VIP, VVIP लोग पहुंचकर संगम में स्नान कर रहे हैं। आस्था की डुबकी लगाने नेता और राजनेताओं का हूजुम देखने को मिल रहा है। वहीं, सभी को देश के सबसे महत्वपूर्ण और खास शख्श का बेसब्री से इंतजार था कि वो कब आएंगे और संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगे।

जी हां, हम बात कर रहे हैं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की। 5 फरवरी को पीएम ने महाकुंभ पहुंचकर संगम स्नान किया और आस्था की डुबकी लगाई। महाकुंभ की शुरूआत से ही देश की कई नामी हस्तियों ने शिरकत कर महाकुंभ का लाभ लिया और संगम स्नान किया। नेता हो, अभिनेता हो, विदेशी मेहमान हो या कोई महत्वपूर्ण शख्सियत सभी ने पहुंचकर अवसर का लाभ लिया। लेकिन सभी को इंतजार था देश के प्रधानमंत्री का कि वो कब महाकुंभ जा कर डुबकी लगाएंगे। पीएम ने महाकुंभ पहुंचकर संगम स्नान किया और सूर्य देव को जल भी अर्पण किया। इस मौके पर उनके साथ यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।

5 मिनट तक मंत्र का जाप

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को प्रयागराज में संगम में डुबकी लगाई। उन्होंने भगवा रंग के वस्त्र पहन रखे थे। हाथ और गले में रुद्राक्ष की मालाएं थीं। मंत्रोच्चार के बीच मोदी ने अकेले ही संगम में डुबकी लगाई। स्नान के बाद पीएम ने सूर्य को अर्घ्य दिया। करीब 5 मिनट तक मंत्र का जाप करते हुए सूर्य पूजा की। मोदी गंगा पूजन के बाद सीधे बोट से अरैल घाट पहुंचे। इससे पहले, मोदी का विमान बमरौली एयरपोर्ट पहुंचा। यहां CM योगी आदित्यनाथ ने स्वागत किया। एयरपोर्ट से हेलिकॉप्टर से पीएम डीपीएस के हेलिपैड पहुंचे। यहां से उनका काफिला अरैल के VIP घाट पहुंचा। वहां से सीएम योगी के साथ बोट से संगम पहुंचे।

एयरपोर्ट से हेलिकॉप्टर से अरैल पहुंचे

इधर, श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो, इसलिए पीएम मोदी बमरौली एयरपोर्ट से हेलिकॉप्टर से अरैल पहुंचे थे। वहां से वे बोट से संगम आए। PM के दौरे को देखते हुए मेले की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। संगम क्षेत्र में पैरामिलिट्री फोर्स भी तैनात की गई है। महाकुंभ में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 फरवरी को संगम स्नान किया, पीएम ने महाकुंभ पहुंचकर आस्था की डुबकी लगाई। वहीं दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव भी चल रहे है और इसी मौके पर पीएम ने महाकुंभ में दर्शन लाभ लिया, इसके कई सियासी मायने निकाले जा सकते है।

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Atal Bihari Vajpayee: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मुरीद उनकी पार्टी के अलावा दूसरी पार्टी के लोग भी थे। उनके बारे में विपक्ष के नेता अक्सर कहा करते थे कि ‘अटलजी बेहद अच्छे आदमी थे, लेकिन ग़लत पार्टी में थे। उनका जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। अटल जी का निधन 16 अगस्त 2018 को हुआ। वे देश के तीन बार प्रधानमंत्री बनें। पहली बार उन्होंने 1996 में महज 13 दिनों की सरकार चलाई। इसके बाद वे 1998 देश के दूसरी बार प्रधानमंत्री बनें। इस बार उनकी सरकार 13 महीनों तक चलीं। साल 1999 में वे तीसरी बार प्रधानमंत्री बनें और उन्होंने 2004 तक पूरे पांच सालों तक सरकार चलाई।

मोदी को हटाने का मन बना लिया था

साल 2002 में पूरा गुजरात दंगों की चपेट में था। बता दें कि इन सांप्रदायिक दंगों दोनों समुदाय के हजारों लोग मारे गए थे। गुजरात में हुए दंगों के समय केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी और राज्य में नरेंद्र मोदी की सरकार थीं। इन दंगों के बाद अप्रैल 2002 में गोवा में पार्टी की बैठक हुई थी। इस बैठक में उन्होंने इच्छा जताई थी कि मोदी सीएम पद से इस्तीफा दें। लेकिन उस समय लालकृष्ण आडवाणी, नरेंद्र मोदी और पार्टी के दूसरे बड़े नेताओं ने उनकी इन कोशिशों को असफल कर दिया था। बताते हैं कि उस समय बैठक में मोदी ने अभिनयात्मक तरीके से इस्तीफा देने की इच्छा प्रकट की। लेकिन बैठक के अन्य सहभागियों ने उनके प्रस्ताव को ख़ारिज कर दिया।

विमान में हटाने का मन बना लिया था

कहा जाता हैं कि उस वक्त गुजरात के दंगों से वाजपेयी जी बेहद हतोत्साहित थे और उन्होंने दिल्ली से गोवा जाते समय ही विमान में गुजरात मुक्यमंत्री नरेंद्र मोदी को हटाने का मन बना लिया था। कहा यह भी जाता है कि गठबंधन में अपने सहभागियों की नाराजगी दूर करने के लिए उन्होंने यह फैसला लिया था। कुछ लोग मानते हैं कि अटलजी अपनी अपनी उदारवादी छवि को बचाना चाहते थे। लेकिन पार्टी बैठक में मोदी को काफी समर्थन मिला और उनका यह इरादा ख़त्म हो गया। यहां तक अटल जी ने पार्टी के आक्रामक सहयोगियों को खुश करने के लिए वाजपेयी ने इस बैठक में मुसलमानों को काफी भला बुरा कहा और यहां तक कह दिया कि मुस्लमान दूसरे समुदाय के लोगों के साथ नहीं रह सकते हैं।https://www.youtube.com/watch?v=VscPgCxOMGQ

Farmer Suicide: बैंकों के कर्ज का बोझ हो या फिर फसल ख़राब कई वजहों से देश में हर साल हजारों किसान मौत को गले लगा लेते हैं। लेकिन गुना से एक बेहद ही चौंकाने वाली ख़बर सामने आ रही है, जब एक किसान ने डीएपी खाद नहीं मिलने की वजह से खुदकुशी कर ली। किसान ने अपनी मौत से पहले एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया।

मृतक किसान गुना जिले की बमोरी तहसील के झागर गांव का है। किसान का नाम भगवत सिंह किरार (45 ) है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मृतक किसान रविवार को दिन भर खाद के लिए लाइन में खड़ा रहा। लेकिन उसे खाद नहीं मिल पाया। इसके बाद रात को भगवत सिंह किरार की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। अपनी मौत से पहले किसान ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया।

वीडियो में किसान यह कहते नज़र आ रहा है कि ”तहसील में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दूसरे बड़े नेताओं को कहकर खाद मंगाया गया। लेकिन तहसीलदार और अन्य अफसरों की लापरवाही की वजह से किसानों को खाद नहीं मिल पाया है। साथ ही किसान ने क्षेत्र में खाद बंटवारे में फर्जीवाड़े की बात भी कही। किसान ने कहा कि खाद बंटवारे में लापरवाही की वजह से किसानों में भगदड़ है और उन्हें घंटों लाइन में भूखे -प्यासे खड़ा रहना पड़ रहा है। इसके बावजूद किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा है। किसान कह रहा है कि ऊपर तक (पीएम तक) बात पहुंचाई। इस कारण से क्षेत्र खाद की कई रैक आई। लेकिन प्रशासन द्वारा खाद अनियमित तरीके से बांटा जा रहा है। इस वजह से किसान आपस में ही झगड़ रहे हैं।”

बिना पोस्टमार्टम के अंतिम संस्कार

इधर, किसान की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम कराए ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया। वहीं, सोमवार को किसान भगवत सिंह किरार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। इस वीडियो में किरार खाद न मिलने और व्यवस्था में गड़बड़ी की बातों जिक्र कर रहा है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि किसान ने डीएपी खाद न मिलने और खाद बंटवारे में हो रही गड़बड़ी के चलते आत्महत्या की हो। हालांकि, पोस्टमार्टम न होने के कारण मौत की असल वजह का पता लगाना अब संभव नहीं हो पाएगा। बहरहाल, इस मामले को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। वहीं, किसान के वीडियो से स्पष्ट हो रहा है कि किसान को भूखे प्यासे दिनभर जब प्रशासन की लापरवाही की वजह से खाद नहीं मिला तो उसने तनाव में आकर यह कदम उठाया हो।

मौत से पहले किसान ने क्या कहा?

https://www.youtube.com/watch?v=VWh_YXMJJCE

 

 

Ek Hai Toh Safe Hai: महाराष्ट्र में अंतिम दौर का चुनाव प्रचार चल रहा है। बीजेपी, कांग्रेस समेत तमाम पार्टियां अंतिम दिन अपने प्रचार प्रसार में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। सोमवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने धारावी परियोजना के बहाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्योगपति गौतम अडानी पर बड़ा हमला बोला है।

बता दें कि सोमवार को महाराष्ट्र चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है। इस दौरान राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी के ‘एक हैं तो सेफ हैं’ नारे के बहाने पीएम मोदी और गौतम अडानी को घेरा है। राहुल गांधी प्रेसवार्ता में एक तिजोरी लेकर आए। इस तिजोरी से उन्होंने मीडिया के सामने दो पोस्टर निकाले। इन पोस्टर्स में पीएम मोदी और गौतम अडानी और धारावी परियोजना की तस्वीर के साथ प्रधानमंत्री का दिया नारा ‘एक हैं तो सेफ हैं’ लिखा था। उन्होंने कहा कि यही पीएम के नारे का असली मतलब है।

राहुल ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि इनमें एक कौन हैं-नरेंद्र मोदी जी हैं, अमित शाह जी हैं और अडानी जी हैं। और सेफ कौन हैं-अडानी जी सेफ हैं। राहुल गांधी ने कहा कि तकलीफ में धारावी की आम जनता है। धारावी देश के छोटे और मध्यम उद्योग का प्रतीक है। लेकिन महज एक व्यक्ति के लिए इसे ख़त्म किया जा रहा है।

अरबपतियों नहीं गरीबों को मिलें फायदा

राहुल गांधी ने इससे पहले महाराष्ट्र चुनाव को गरीबों और एक दो अरबपतियों के बीच का चुनाव करार दिया। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि देश में एक अरबपति को एक लाख करोड़ रुपये देने की योजना है। वहीं यह अरबपति चाहते हैं कि मुंबई की सारी जमीन उनके कब्जे में आ जाए। आज राज्य में गरीबों, किसानों, बेरोजगारों और युवाओं की मदद करने की आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि हम महिलाओं और किसानों को फ्री बस यात्रा की सुविधा देंगे। साथ ही महिलाओं को हर महीने 3 हजार रुपये, किसानों का तीन लाख का कर्जा माफ़ और 7000 हजार रुपये क्विंटल के भाव से सोयाबीन खरीदी जाएगी।

इसके अलावा राहुल ने और क्या कहा?

-महाराष्ट्र से ‘एयरबस’, ‘फॉक्सकॉन’ जैसी परियोजनाएं गुजरात स्थानांतरित हो गई। करीब सात लाख करोड़ की इन परियोजनाओं से प्रदेश के हजारों युवाओं को रोजगार प्राप्त होता।
-यह चुनाव महाराष्ट्र के गरीबों और चंद अरबपतियों की विचारधारा के बीच की लड़ाई है।
-राहुल ने जाति जनगणना का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि आरक्षण पर लगी 50 फीसदी की सीमा हम हटा कर रहेंगे।
-धारावी का असली अधिकार वहां रहने वाले लोगों की है। लेकिन पूरी मशीनरी एक व्यक्ति को फायदा पहुंचाने में लगी है।