RAJKOT: जिंदगी में कुछ ना करने वालों के लिए बहाने हज़ार होते है लेकिन जिन्हे जिंदगी में कुछ करना होता है उन्हें कोई समस्या रोक नहीं सकती ऐसा ही कुछ देखने को मिला गुजरात में जहाँ एक महिला अपनी मेंहनत से संदेश दे रही है । राजकोट में रहने वाली महिला जो zomato की डिलीवरी पार्टनर है आज उनकी चर्चा देशभर में हो रही है । यह महिला बाइक से लोगो तक खाना पहुंचाती है । लेकिन महिला के साथ उसका एक मासूम बच्चा भी होता है । कंटेंट क्रिएटर विशाल ने यह वीडियो इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया है ।

नौकरी नहीं मिली तो यह काम चुना

महिला शिक्षित है । वह होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई भी कर रही है। वह अपने साथ ही बच्चे का भविष्य भी बनाना चाहती है । छोटे बच्चे की मां होने के कारण कई लोगों ने उसे काम देने से इनकार कर दिया लेकिन महिला ने अपना प्रयास जारी रखा और फिर जोमैटो डिलीवरी पार्टनर बनने का फैसला किया । महिला के पास बाइक थी जिसे वो चलाना भी जानती थी । जोमैटो डिलीवरी पार्टनर को अपनी सुविधा से काम करने की आजादी होती है इसलिए कोई समस्या भी नहीं हुई । महिला को जिन हालात का सामना करना पड़ रहा है,उन हालात में लोग मैदान छोड़कर भाग जाते हैं,लेकिन उसने अपने बच्चे के बेहतर भविष्य के लिए एक महीने पहले ही यह काम शुरू किया ।

Zomato: मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में एक ऑनलाइन फूड आर्डर करने का बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, यहां एक शख्स ने जोमैटो से सेव टमाटर की सब्जी आर्डर की। जब शख्स ने सब्जी खोली तो वह हैरान रह गया। सब्जी में हड्डी के टुकड़े पाए गए।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, मनोज चंद्रवंशी ने ऑनलाइन फूड डिलीवरी करने वाली कंपनी जोमैटो से सेव-टमाटर की सब्जी आर्डर की। मूलतः राजगढ़ जिले के रहने वाले चंद्रवंशी यह देखकर दंग रह गए कि सब्जी में हड्डी के टुकड़े पाए गए। मनोज चंद्रवंशी पेशे से एक दवाई कंपनी एमआर है और वह उज्जैन आए हुए थे। वह समाज के मंदिर में रुके थे और जब उन्होंने दोपहर के भोजन के लिए सेव-टमाटर की सब्जी आर्डर की तो वह दंग रह गए।

ऐसे खुला मामला

जब मनोज चंद्रवंशी इसकी शिकायत करने नजदीकी नीलगंगा पुलिस थाने में शिकायत करने पहुंचे तो मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए खाद्य विभाग को इसकी जानकारी दी। इसके बाद खाद्य विभाग की टीम चंद्रवंशी की शिकायत पर नसीब रेस्टोरेंट पर कार्रवाई करने पहुंचा। जहां खाद्य विभाग की टीम ने पाया कि होटल में मांसाहारी और शाकाहारी भोजन एक रसोई में तैयार किया जा रहा था। वहीं, कमर्शियल गैस सिलेंडर की बजाय घरेलू सिलेंडर पर ही खाद्य सामग्री तैयार की जा रही थी। जो कि सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करता है।

होटल संचालक ने मानी गलती

इधर, होटल संचालक ने माना कि गलती से वेज सब्जी में नॉनवेज मिल गया। वहीं, खाद्य अधिकारी बसंत दत्त शर्मा ने बताया कि यह गंभीर मामला है। मामले की गंभीरता को समझते हुए चंद्रवंशी की लिखित शिकायत पर होटल संचालक का होटल लाइसेंस रद्द कर दिया गया है। वहीं, होटल की इस लापरवाही से शिकायतकर्ता मनोज चंद्रवंशी बेहद आहत दिखाई दिए। उन्होंने अपने शाकाहारी साग आर्डर की थी लेकिन उन्हें नॉनवेज भोजन मिला।