Ujjain News: उज्जैन में सिंहस्थ मेला क्षेत्र बड़नगर मार्ग पर रेलवे क्रॉसिंग पर बनाए जा रहे एलसी-23 रेलवे ओवरब्रिज के अधूरे निर्माण को पूरा करने का काम ग्वालियर की फर्म ने शुरू कर दिया है । सेतु निगम ने 6 माह में इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा है। वैसे यह पहला मौका नहीं है जब इस पूल के निर्माण का टेंडर दिया गया हो। इससे पूर्व में तीन बार इसके निर्माण के टेंडर दिए जा चुके हैं। पांच माह पहले भी इसके निर्माण का टेंडर दिया गया था।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बड़नगर रोड के अधूरे रेलवे ओवर ब्रिज के लिए सेतु निगम ने नया टेंडर जारी किया था। इस टेंडर को ग्वालियर की फर्म श्याम गृह ने 4.86 करोड़ रुपए मैं लिया है। इसमें ठेका कंपनी ब्रिज के बचे हुए काम को 6 माह में पूरा करेगी। दरअसल, निर्माण कार्यों के इतिहास में यह पहला ब्रिज है, जिसका निर्माण 8 साल के बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। अब ब्रिज के अधूरे निर्माण को पूरा करने के लिए दुबारा काम शुरू किया गया है। सिंहस्थ को मद्देनजर रखते हुए और बढ़ते ट्रैफिक लोड के चलते सेतु निगम ने वर्ष 2016-17 में अजय इंफोटेक प्रालि गुजरात को करीब 23 करोड़ रुपए में ब्रिज निर्माण का ठेका दिया था, जो कि ब्रिज का निर्माण पूरा किए बगैर ही काम छोड़कर चली गई।
बता दें कि इस पुल का निर्माण साल 2016 में उस समय शुरू हुआ था जब उज्जैन में सिंहस्थ मेला चल रहा था। लेकिन 9 सालों के बाद भी इस पुल का निर्माण नहीं हो सका। वर्ष 2016-17 में सेतु निगम ने इस ब्रिज का टेंडर निकाला था। उस समय गुजरात की अजय इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड को इसका ठेका 23 करोड़ रुपये में दिया था। सेतु निगम ने कंपनी को बार-बार मौका दिया, इसके बावजूद कंपनी ने काम पूरा नहीं किया।
इसके सेतु निगम ने गुजरात कंपनी के खिलाफ मुकदमा कर दिया। इस वजह से दूसरी कंपनी को इसके निर्माण का जिम्मा सौंपा है। बता दें कि इस ब्रिज से रोजाना 50 से अधिक यात्री ट्रेनें और कई मालगाड़ियां गुजरती है। इसके निर्माण से 70 गाँवों के लोगों को सुविधा होगी।